
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में डांडिया नाइट के दौरान विवादित पोस्टर लगाने को लेकर गुरुवार रात सदर कोतवाली क्षेत्र में जमकर हंगामा हुआ. पोस्टर लगाने के आरोप में पुलिस द्वारा बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के बाद, गुस्साए सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कोतवाली परिसर में पहुंचकर उग्र प्रदर्शन किया और हिरासत में लिए गए अपने साथियों को छुड़ाकर ले गए.
क्या है पूरा मामला?
घटना सदर कोतवाली क्षेत्र के चंडिका छात्रावास कैंपस की है, जहां डांडिया कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था. इसी दौरान, विशाल और आयुष नामक दो युवक कार्यक्रम स्थल के गेट पर एक बैनर लगाने लगे, जिस पर लिखा था, 'गैर हिन्दुओं का प्रवेश वर्जित है.' पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए इस बैनर को उतरवा दिया और दोनों युवकों को हिरासत में लेकर थाने चली गई.
कोतवाली में सैकड़ों कार्यकर्ताओं का हंगामा
जैसे ही यह खबर बजरंग दल कार्यकर्ताओं तक पहुंची, सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एकजुट होकर कोतवाली परिसर पहुंच गए. कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और परिसर में हंगामा काटना शुरू कर दिया. हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बीच, बजरंग दल के कार्यकर्ता पुलिस की पकड़ से अपने दोनों साथियों को छुड़ाकर अपने साथ लेकर चले गए.
क्या कहना है बजरंग दल का
बजरंग दल के कार्यकर्ता गौरव द्विवेदी ने अपनी कार्रवाई को सही ठहराया. उन्होंने कहा, "जो हिंदू समाज का कार्यक्रम है, तो इसमें आस्था रखने वाले हिंदू ही इस गरबा के कार्यक्रम में जाएं. जैसा कि जिनके में आस्था न हो, वे न जाएं. इसके विरोध में बजरंग दल रहा है."
कार्यकर्ताओं की दलील है कि धार्मिक कार्यक्रमों में गैर-हिंदुओं का प्रवेश रोकने का उद्देश्य सुरक्षा और आस्था की पवित्रता बनाए रखना है. हालांकि, कोतवाली परिसर में हुए इस उग्र प्रदर्शन और पुलिस हिरासत से युवकों को छुड़ाने की घटना ने जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है.
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