
- वाराणसी में जीआरपी और आरपीएफ ने एक फर्जी टीटीआई को गिरफ्तार किया।
- आरोपी के पास पूर्व मध्य रेलवे का आईडी और टीटीई का एप्रन बरामद हुआ।
- आदर्श जायसवाल, आरोपी, बेरोजगार और प्रेमिका से शादी के लिए फर्जी टीटीआई बना।
- वह मोबाइल एप के जरिए फर्जी टिकट बनाता था और यात्रियों को बेचता था।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां जीआरपी और आरपीएफ ने कैंट स्टेशन के वेटिंग रूम के पास एक फर्जी टीटीआई को गिरफ्तार किया है.उसके पास से पूर्व मध्य रेलवे का आईडी, टीटीई का एप्रन बरामद हुआ. जीआरपी की पूछताछ में आरोपी ने चौकाने वाले खुलासे कि हैं. गिरफ्तार आरोपी ने बताया है कि वह बीटेक करने के बाद भी बेरोजगार है और प्रेमिका से शादी करने के लिए, उसने फर्जी टीटीआई बनने का प्लान बनाया था. उसने बताया है कि वह मोबाइल एप के माध्यम से वह फर्जी टिकट बनाता था.

पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला है. आरोपी की पहचान आदर्श जायसवाल के रूप में हुई है. अपने गांव में ही वह पिछले दो मार्च को एक साइबर कैफे से फर्जी आई कार्ड बनवाया था. रेलवे सुरक्षा तंत्रों की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 17 जून को ज्योति किरण व गुनगुन नामक महिला यात्रियों को वाराणसी से लक्सर का अपने मोबाइल से एप से जनता एक्सप्रेस में बी-3 का टिकट बुक करके दिया था.
अगले दिन महिला यात्री जब स्टेशन पहुंची तो कोच बी-3 की जगह एम-2 कोच लगा हुआ था.महिला ने इसकी शिकायत कॉमर्शियल स्टाफ से करने के साथ ही अपने भाई विकास से की. दूसरे मामले में कैंट स्टेशन स्थित मुख्य आरक्षण केंद्र से दिनेश यादव नाम के यात्री का मुंबई का ई-टिकट बुक किया. लेकिन यात्री को स्टेट्स में गड़बड़ी दिखी और शक हुआ तो पैसे को लेकर नोकझोंक हुई. आरोपी आदर्श ने पूछताछ में बताया कि वह युवती से प्रेम करता है और शादी करना चाहता है लेकिन परिजन इसके खिलाफ हैं. परिजनों को मनाने और प्रेमिका से शादी करने के लिए फर्जी टीटीई बन गया. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
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