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This Article is From Apr 28, 2023

सिबिल स्कोर क्या होता है और इसे कैसे सुधारा जा सकता है...

किसी भी आदमी का CIBIL स्कोर 300 और 900 के बीच होता है. सिबिल एक तीन अंकों का नंबर है, जो किसी भी व्यक्ति की उधार लेने की क्षमता को दर्शाता है.

सिबिल स्कोर क्या होता है और इसे कैसे सुधारा जा सकता है...
CIBIL स्कोर कैसे सुधारें
नई दिल्ली:

लोन लेने से लेकर क्रेडिट कार्ड के लिए तमाम वित्तीय संस्थाएं सिबिल स्कोर की बात करती हैं. वे यह देखती हैं कि लोन लेने की इच्छा रखने वाले का सिबिल कैसा है. बहुत से लोग सिबिल को नहीं समझते हैं. ये सिबिल क्या है जो उनके लिए तब काफी महत्वपूर्ण बन जाता है जब कहीं से उधार लेना होता है. 

सिबिल (CIBIL) क्या है What is CIBIL, CIBIL Score
सिबिल यानी CIBIL को क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (Credit Information Bureau India Limited) कहा जाता है. यह एक कंपनी है जो क्रेडिट (उधार) की जानकारी देती है. यह कंपनी व्यक्तियों और संगठनों के क्रेडिट संबंधी सभी जानकारियों और गतिविधियों के रिकॉर्ड को बनाकर अपने पास रखती है.

जब भी कोई भी आदमी लोन के लिए अप्लाई करता है तब उसका सिबिल चेक किया जाता है. बैंक, गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और दूसरे फाइनेंशियल संस्थान, ग्राहक की क्रेडिट जानकारी, ब्यूरो के पास भेजते हैं जहां इसका रिकॉर्ड रखा जाता है. इसी दी गई जानकारी के आधार पर सिबिल, क्रेडिट से जुड़ी जानकारी रिपोर्ट (सीआईआर) जारी करता है और कस्टमर को एक क्रेडिट स्कोर देता है. इसे ही सिबिल स्कोर कहते हैं.

किसी भी आदमी का CIBIL स्कोर 300 और 900 के बीच होता है. सिबिल एक तीन अंकों का नंबर है, जो किसी भी व्यक्ति की उधार लेने की क्षमता को दर्शाता है. हाई क्रेडिट स्कोर किसी को भी लोन और क्रेडिट कार्ड पर जल्द अप्रूवल और बेहतर डील देने में मदद करता है. बता दें कि ज्यादातर बैंक और गैर-बैंक वित्तीय संस्थाएं लोन अप्रूवल के लिए जरूरी न्यूनतम क्रेडिट स्कोर 685 या उससे अधिक को मानते हैं.

इस स्कोर से लोन देने वाले बैंक या संस्था को पता चलता है कि किसी आदमी की समय पर लोन चुकाने की कितनी संभावना है. अच्छा स्कोर होने का मतलब है कि व्यक्ति का रिकॉर्ड अच्छा है और लोन डिफॉल्ट होने की कम संभावना है. ऐसे ही कम सिबिल स्कोर होने का मतलब बैंक सतर्क हो जाते हैं. इसके बावजूद कई बार बैंक अपने तरफ से भी जांच करने के बाद लोन देते हैं. 

उम्मीद है कि सिबिल स्कोर क्या होता यह समझ में आ गया होगा. अब बात करते हैं कि यदि आप वित्तीय लेन-देन करते हैं, क्रेडिट कार्ड रखते हैं तो सिबिल स्कोर खराब होने से बचाने के लिए आपको कुछ सतर्कता रखनी चाहिए. अपने सिबिल स्कोर में सुधार के तरीके क्या हैं, इसे समझ लेते हैं. 

यह भी पढ़ें - सिबिल का क्या इस्तेमाल होता है, कैसे बनता है, सारी जानकारी यहां

आपकी सिबिल रिपोर्ट के आधार पर तय की जाने वाली आपकी सिबिल रेटिंग आपके क्रेडिट रिकॉर्ड का एक अनिवार्य हिस्सा है. आम तौर पर 750 से कम का सिबिल स्कोर होने पर लोन या क्रेडिट कार्ड में मुश्किलें आ जाती हैं, लेकिन जानकार बताते हैं कि इस स्कोर में सुधार किया जा सकता है.

किसी भी लोन का समय पर भुगतान जरूरी
यदि किसी व्यक्ति ने लोन ले रखा है तब यह जरूरी हो जाता है कि लोन का समय पर भुगतान किया जाए. अगर भुगतान समय में नहीं हुआ तो सिबिल स्कोर काफी प्रभावित हो जाता है. यह कोशिश होनी चाहिए कि  लोन की EMI का पेमेंट समय पर हो. बिना किसी दिक्कत के अगला लोन चाहिए तो जरूरी है कि समय पर ईएमआई का भुगतान चलता रहे. 

क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भर दें
अपने सिबिल को सही रखने के लिए जरूरी है कि सभी क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान समय पर करें. बकाया न रखा जाए. जानकार बताते हैं कि यदि सिबिल स्कोर में सुधार करना है तो क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान तय तारीख से पहले कर दें.इससे क्रेडिट स्कोर को सुधारने में काफी मदद मिलेगी.

ये साधारण गलती न करें

बैंकिंग मामलों के जानकार बताते हैं कि व्यक्ति को किसी बाहरी के साथ ज्वाइंट अकाउंट खोलने से बचना चाहिए. कई बार ऐसा हो जाता है जिस व्यक्ति के साथ आपका साझा खाता है वह कहीं डिफॉल्ट कर दे और उसका असर आपके सिबिल पर भी आ जाता है. इसके अलावा लोन के लिए किसी का गारंटर बनने से भी बचना चाहिए. यहां पर भी उस दूसरे आदमी की गलती आप को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए ऐसे में  मामलों केवल करीबियों और विश्वसनीय लोगों के साथ ही जुड़ें.

एक समय पर ज्यादा लोन न लें
बैंकिंग सिस्टम के जानकार कहते हैं कि क्रेडिट स्कोर को अच्छा बनाए रखने के लिए एक समय में एक से अधिक लोन लेने से बचना चाहिए.  संभव हो तो एक एक करके ही लोन लें. ज्यादा लोन लेने पर यह आशंका जताई जाती है कि लोन चुकाने में चूक हो सकती है. पैसों की कमी पड़ सकती है. लोन का भुगतान समय पर करने पर क्रेडिट स्कोर अच्छा हो जाता है. एक के बाद दूसरे लोन का भी समय पर भुगतान करने पर क्रेडिट स्कोर अच्छा हो जाता है. 

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल एक सीमा में करें
आज के समय में लोग क्रेडिट रखना फैशन भी समझते हैं, कुछ इसे जरूरत समझते हैं, कुछ स्मार्ट लोग इन क्रेडिट कार्ड से कमाई भी कर लेते हैं. लेकिन जानकार कहते हैं कि सिबिल स्कोर को अच्छा बनाए रखने का आसान तरीका है कि क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का उपयोग कभी न करें. हर महीने अपनी क्रेडिट कार्ड के लिमिट का 30 प्रतिशत ही इस्तेमाल करने से स्कोर सुधारने में फायदा होता है. 

अपने रिकॉर्ड को अपडेटेड रखें 
यदि आपने कोई लोन लिया है और आप उसे पूरी तरह से चुका चुके हैं. तो यह पक्का कर लें कि बैंक भी अपने रिकॉर्ड में लोन को चुकता दिखा रहा है. कभी कभी बैंकों की लापरवाही आप पर भारी पड़ जाती है. इसके लिए जरूरी है कि अपने क्रेडिट स्कोर को समय-समय पर चेक कर लिया जाना चाहिए. यदि कोई कमी दिखाई दे तो उसे तुरंत दुरुस्त करा लेना चाहिए. बता दें कि 4 महीनों से लेकर 12-13 महीनों में क्रेडिट स्कोर को सुधारा जा सकता है. 

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