Who Is Gotabaya Rajapaksa
- सब
- ख़बरें
-
Sri Lanka के नए PM बने Dinesh Gunawardena, जानें उनके बारे में 10 बड़ी बातें
- Friday July 22, 2022
- भाषा
रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) (73) के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री पद खाली हो गया था. विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने के एक दिन बाद शुक्रवार को अपने कार्यकाल के पहले दिन दिनेश गुणवर्धने (Dinesh Gunawardena) के तौर पर अपनी पहली नियुक्ति की.
- ndtv.in
-
Sri Lanka: Ranil Wickramshinghe ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ, ये हैं उनकी 10 बड़ी चुनौतियां
- Thursday July 21, 2022
- Edited by: वर्तिका
राजपक्षे की श्रीलंका पोदुजन पेरामुना (SLPP) पार्टी के समर्थन से विक्रमसिंघे (Wickramshinghe) की जीत सत्ता पर राजपक्षे परिवार की पकड़़ को दिखाती है जबकि गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) , पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे (Basil Rajapaksa) ने सरकारी विरोधी प्रदर्शनों के बाद इस्तीफे दे दिए थे. गोटबाया के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था. वह संविधान के अनुसार संसद द्वारा निर्वाचित श्रीलंका के पहले राष्ट्रपति हैं.
- ndtv.in
-
Sri Lanka: Ranil Wickremesinghe नए राष्ट्रपति चुने गए, जानें उनके बारे में 10 बड़ी बातें
- Wednesday July 20, 2022
- Edited by: वर्तिका
श्रीलंका (Sri Lanka) में आज हुए नए राष्ट्रपति के चुनाव (New President Election) के लिए राजपक्षे (Rajapaksa) परिवार के दबदबे वाली SLPP पार्टी का समर्थन रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) को मिला हुआ था. श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में SLPP बहुमत में है. विश्लेषकों के अनुसार कि नए राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे 73 साल के रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) रहे.
- ndtv.in
-
Explainer : Sri Lanka में अर्श से फर्श तक ऐसे आए राष्ट्रपति Gotabaya Rajapaksa
- Wednesday July 13, 2022
- Edited by: वर्तिका
साल 2009 में गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने अपने भाई महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) की सरकार में क्रूर सैन्य अभियान की अगुवाई की थी जिसमें तमिल अलगाववादी विद्रोहियों को उन्होंने दशकों चले गृह युद्ध के बाद कुचल दिया था. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस संर्घष में करीब 40,000 श्रीलंकाई नागरिक मारे गए. श्रीलंकाई सेना ने इन्हें कथित नो-फायर ज़ोन में ले जाकर बम से उड़ा दिया था.
- ndtv.in
-
Sri Lanka के नए PM बने Dinesh Gunawardena, जानें उनके बारे में 10 बड़ी बातें
- Friday July 22, 2022
- भाषा
रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) (73) के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री पद खाली हो गया था. विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने के एक दिन बाद शुक्रवार को अपने कार्यकाल के पहले दिन दिनेश गुणवर्धने (Dinesh Gunawardena) के तौर पर अपनी पहली नियुक्ति की.
- ndtv.in
-
Sri Lanka: Ranil Wickramshinghe ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ, ये हैं उनकी 10 बड़ी चुनौतियां
- Thursday July 21, 2022
- Edited by: वर्तिका
राजपक्षे की श्रीलंका पोदुजन पेरामुना (SLPP) पार्टी के समर्थन से विक्रमसिंघे (Wickramshinghe) की जीत सत्ता पर राजपक्षे परिवार की पकड़़ को दिखाती है जबकि गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) , पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे (Basil Rajapaksa) ने सरकारी विरोधी प्रदर्शनों के बाद इस्तीफे दे दिए थे. गोटबाया के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था. वह संविधान के अनुसार संसद द्वारा निर्वाचित श्रीलंका के पहले राष्ट्रपति हैं.
- ndtv.in
-
Sri Lanka: Ranil Wickremesinghe नए राष्ट्रपति चुने गए, जानें उनके बारे में 10 बड़ी बातें
- Wednesday July 20, 2022
- Edited by: वर्तिका
श्रीलंका (Sri Lanka) में आज हुए नए राष्ट्रपति के चुनाव (New President Election) के लिए राजपक्षे (Rajapaksa) परिवार के दबदबे वाली SLPP पार्टी का समर्थन रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) को मिला हुआ था. श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में SLPP बहुमत में है. विश्लेषकों के अनुसार कि नए राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे 73 साल के रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickramsinghe) रहे.
- ndtv.in
-
Explainer : Sri Lanka में अर्श से फर्श तक ऐसे आए राष्ट्रपति Gotabaya Rajapaksa
- Wednesday July 13, 2022
- Edited by: वर्तिका
साल 2009 में गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने अपने भाई महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) की सरकार में क्रूर सैन्य अभियान की अगुवाई की थी जिसमें तमिल अलगाववादी विद्रोहियों को उन्होंने दशकों चले गृह युद्ध के बाद कुचल दिया था. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस संर्घष में करीब 40,000 श्रीलंकाई नागरिक मारे गए. श्रीलंकाई सेना ने इन्हें कथित नो-फायर ज़ोन में ले जाकर बम से उड़ा दिया था.
- ndtv.in