Pranab Mukherjee Passes Away
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अंतिम सफर पर निकले प्रणब दा, हमेशा याद आएगी उनकी एक तस्वीर
- Tuesday September 1, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति और कई बार देश के वित्त मंत्री रहे प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. थोड़ी देर पहले ही उनके पार्थिव शरीर को लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर पहुंचा गया है. प्रणब दा जब अंतिम सफर हैं तो उनकी एक तस्वीर हमेशा याद आएगी जिसमें वह बजट पेश करने से पहले हमेशा अपनी टीम के साथ एक फोटो खिंचाते हैं. देश की एक पूरी पीढ़ी ने देखा है. कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले मुखर्जी ने कई प्रधानमंत्रियों का साथ काम किया है. उनके बारे में कहा जाता है कि प्रणब मुखर्जी एक ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जो भारत को कभी नहीं मिले. कहा जाता है कि उनके मन में हमेशा एक टीस रही कि वह देश के प्रधानमंत्री नहीं बन पाए. वह देश के 13वें राष्ट्रपति बने. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खास लोगों में से एक रहे कांग्रेस की सरकारों में कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं, जिनमें वित्त मंत्रालय सहित कई अहम पद शामिल हैं. उनका संसदीय करियर करीब पांच दशक पुराना था.
- ndtv.in
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प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने उस दिन क्यों कहा था- जिसका डर था, वही हुआ
- Tuesday September 1, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
साल 2018 में जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो कांग्रेस में हलचल मच गई. कई नेताओं जैसे पी. चिदंबरम, केके तिवारी, सलमान खुर्शीद ने प्रणब मुखर्जी से वहां न जाने की अपील की. वैचारिक रूप से एकदम अलग आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी जी जैसे कांग्रेसी नेता का जाना अपने आप में एक अद्भुत घटना थी. अब सबकी नजरें इस बात पर थीं कि प्रणब मुखर्जी वहां आरएसएस के कार्यक्रम में वहां क्या बोलेंगे. प्रणब मुखर्जी ने नागपुर जाकर आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को भारत का मां बेटा बताया. उनके इस बयान पर आलोचना भी हुई. अपने भाषण में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्र की आत्मा बहुलवाद और पंथनिरपेक्षवाद में बसती है. प्रणब मुखर्जी ने प्रतिस्पर्धी हितों में संतुलन बनाने के लिए बातचीत का मार्ग अपनाने की जरूरत बताई. उन्होंने साफतौर पर कहा कि घृणा से राष्ट्रवाद कमजोर होता है और असहिष्णुता से राष्ट्र की पहचान क्षीण पड़ जाएगी.
- ndtv.in
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नहीं रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी : गृहमंत्री अमित शाह, राहुल गांधी समेत इन हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
- Monday August 31, 2020
- Edited by: अल्केश कुशवाहा
भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया है. भारत के चहेते राष्ट्रपतियों में शुमार 84 साल के प्रणब मुखर्जी दिल्ली में आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल में भर्ती थे.
- ndtv.in
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पूर्व राष्ट्रपति को PM मोदी की श्रद्धांजलि, बोले- पहले दिन से प्रणब मुखर्जी का मार्गदर्शन पाकर धन्य हुआ
- Monday August 31, 2020
- Written by: पवन पांडे
PM Modi On Pranab Mukherjee Death: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं साल 2014 में दिल्ली में नया था. पहले दिन से प्रणब मुखर्जी का मार्गदर्शन, सहयोग और आशीर्वाद पाकर मैं धन्य हो गया. उनके परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ओम शांति."
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अंतिम सफर पर निकले प्रणब दा, हमेशा याद आएगी उनकी एक तस्वीर
- Tuesday September 1, 2020
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भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति और कई बार देश के वित्त मंत्री रहे प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. थोड़ी देर पहले ही उनके पार्थिव शरीर को लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर पहुंचा गया है. प्रणब दा जब अंतिम सफर हैं तो उनकी एक तस्वीर हमेशा याद आएगी जिसमें वह बजट पेश करने से पहले हमेशा अपनी टीम के साथ एक फोटो खिंचाते हैं. देश की एक पूरी पीढ़ी ने देखा है. कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले मुखर्जी ने कई प्रधानमंत्रियों का साथ काम किया है. उनके बारे में कहा जाता है कि प्रणब मुखर्जी एक ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जो भारत को कभी नहीं मिले. कहा जाता है कि उनके मन में हमेशा एक टीस रही कि वह देश के प्रधानमंत्री नहीं बन पाए. वह देश के 13वें राष्ट्रपति बने. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खास लोगों में से एक रहे कांग्रेस की सरकारों में कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं, जिनमें वित्त मंत्रालय सहित कई अहम पद शामिल हैं. उनका संसदीय करियर करीब पांच दशक पुराना था.
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प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने उस दिन क्यों कहा था- जिसका डर था, वही हुआ
- Tuesday September 1, 2020
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साल 2018 में जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो कांग्रेस में हलचल मच गई. कई नेताओं जैसे पी. चिदंबरम, केके तिवारी, सलमान खुर्शीद ने प्रणब मुखर्जी से वहां न जाने की अपील की. वैचारिक रूप से एकदम अलग आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी जी जैसे कांग्रेसी नेता का जाना अपने आप में एक अद्भुत घटना थी. अब सबकी नजरें इस बात पर थीं कि प्रणब मुखर्जी वहां आरएसएस के कार्यक्रम में वहां क्या बोलेंगे. प्रणब मुखर्जी ने नागपुर जाकर आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को भारत का मां बेटा बताया. उनके इस बयान पर आलोचना भी हुई. अपने भाषण में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्र की आत्मा बहुलवाद और पंथनिरपेक्षवाद में बसती है. प्रणब मुखर्जी ने प्रतिस्पर्धी हितों में संतुलन बनाने के लिए बातचीत का मार्ग अपनाने की जरूरत बताई. उन्होंने साफतौर पर कहा कि घृणा से राष्ट्रवाद कमजोर होता है और असहिष्णुता से राष्ट्र की पहचान क्षीण पड़ जाएगी.
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नहीं रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी : गृहमंत्री अमित शाह, राहुल गांधी समेत इन हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
- Monday August 31, 2020
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भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया है. भारत के चहेते राष्ट्रपतियों में शुमार 84 साल के प्रणब मुखर्जी दिल्ली में आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफरल में भर्ती थे.
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- Written by: पवन पांडे
PM Modi On Pranab Mukherjee Death: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं साल 2014 में दिल्ली में नया था. पहले दिन से प्रणब मुखर्जी का मार्गदर्शन, सहयोग और आशीर्वाद पाकर मैं धन्य हो गया. उनके परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ओम शांति."
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