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No Confidence Motion In Monsoon Session

'No Confidence Motion In Monsoon Session' - 5 News Result(s)
  • ... जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव

    ... जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव

    मोदी सरकार आज विपक्ष के द्वारा लाए गये अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही है. संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हो रही है. यह बीते 15 सालों में ऐसा पहली बार है, जब संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया हो. इससे पहले साल 2003 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नीत विपक्ष ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था और उस पर वोटिंग भी हुई थी. अगर आज विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव फेल होता है, तो मोदी सरकार भी अटल सरकार की तरह ही सरकार बचाने में कामयाब हो जाएगी. हालांकि, मोदी सरकार के पास जितनी संख्या है, उससे सरकार के ऊपर किसी तरह का खतरा नहीं है. 

  • PM मोदी को चुनौती देने के बाद पहली बार संसद में बोलेंगे राहुल गांधी, क्या सच में आएगा भूकंप?

    PM मोदी को चुनौती देने के बाद पहली बार संसद में बोलेंगे राहुल गांधी, क्या सच में आएगा भूकंप?

    संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस को लेकर अब सब कुछ तय हो गया है. लोकसभा स्पीकर की ओर से सभी पार्टियों को उनकी संख्या के आधार पर समय बांट दिये गये हैं. वहीं, बीजेपी ने भी अपनी ओर से लोकसभा में पार्टी की ओर से बोलने वाले वक्ताओं की लिस्ट जारी कर दी है. मगर आज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सबकी नजरें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण पर होगी. क्योंकि जब से उन्होंने मोदी सरकार से संसद में 15 मिनट बोलने का समय मांगा है, तब से यह पहली बार होगा जब राहुल गांधी लोकसभा में बोलेंगे. यानी पीएम मोदी को चुनौती देने के बाद यह पहला मौका होगा, जब राहुल गांधी संसद में बोलेंगे. राहुल गांधी का लोकसभा में संबोधन इसलिए भी अहम है क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक मंचों से बार-बार कहा था कि जब वह संसद में 15 मिनट बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा. 

  • मोदी सरकार के खिलाफ चार साल में लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव गिरा

    मोदी सरकार के खिलाफ चार साल में लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव गिरा

    मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के पहला अविश्वास प्रस्ताव (No-confidence motion) गिर गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर आज लगभग 12 घंटे की चर्चा के बाद हुए मत-विभाजन में 451 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 126 वोट पड़े जबकि विरोध में 325 मत पड़े.

  • अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले बोले PM मोदी : लोकतंत्र के लिए आज का दिन अहम, भारत हमें करीब से देख रहा है

    अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले बोले PM मोदी : लोकतंत्र के लिए आज का दिन अहम, भारत हमें करीब से देख रहा है

    संसद के मॉनसून सत्र का तीसरा दिन काफी अहम है. आज लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी. पूरे देश की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आज लोकसभा में क्या होगा और कांग्रेस और सरकार को जो समय दिये गये हैं, उनमें किस तरह की बातों को उठाया जाएगा. हालांकि, अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले पीएम मोदी ने रचनात्मक और व्यवधान मुक्त बहस की उम्मीद जताई है. 

  • मॉनसून सत्र भी धुलेगा? संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी अंदेशा बरकरार

    मॉनसून सत्र भी धुलेगा? संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी अंदेशा बरकरार

    क्या मॉनसून सत्र का वही हाल होगा जो बजट सत्र के दूसरे हिस्से का हुआ? मंगलवार को संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी ये अंदेशा बना हुआ है. कांग्रेस से लेकर टीडीपी के अपने-अपने मुद्दे हैं और सरकार को घेरने की तैयारी भी.

'No Confidence Motion In Monsoon Session' - 5 News Result(s)
  • ... जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव

    ... जब 15 साल पहले अटल सरकार के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव

    मोदी सरकार आज विपक्ष के द्वारा लाए गये अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही है. संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हो रही है. यह बीते 15 सालों में ऐसा पहली बार है, जब संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया हो. इससे पहले साल 2003 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नीत विपक्ष ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था और उस पर वोटिंग भी हुई थी. अगर आज विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव फेल होता है, तो मोदी सरकार भी अटल सरकार की तरह ही सरकार बचाने में कामयाब हो जाएगी. हालांकि, मोदी सरकार के पास जितनी संख्या है, उससे सरकार के ऊपर किसी तरह का खतरा नहीं है. 

  • PM मोदी को चुनौती देने के बाद पहली बार संसद में बोलेंगे राहुल गांधी, क्या सच में आएगा भूकंप?

    PM मोदी को चुनौती देने के बाद पहली बार संसद में बोलेंगे राहुल गांधी, क्या सच में आएगा भूकंप?

    संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस को लेकर अब सब कुछ तय हो गया है. लोकसभा स्पीकर की ओर से सभी पार्टियों को उनकी संख्या के आधार पर समय बांट दिये गये हैं. वहीं, बीजेपी ने भी अपनी ओर से लोकसभा में पार्टी की ओर से बोलने वाले वक्ताओं की लिस्ट जारी कर दी है. मगर आज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सबकी नजरें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण पर होगी. क्योंकि जब से उन्होंने मोदी सरकार से संसद में 15 मिनट बोलने का समय मांगा है, तब से यह पहली बार होगा जब राहुल गांधी लोकसभा में बोलेंगे. यानी पीएम मोदी को चुनौती देने के बाद यह पहला मौका होगा, जब राहुल गांधी संसद में बोलेंगे. राहुल गांधी का लोकसभा में संबोधन इसलिए भी अहम है क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक मंचों से बार-बार कहा था कि जब वह संसद में 15 मिनट बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा. 

  • मोदी सरकार के खिलाफ चार साल में लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव गिरा

    मोदी सरकार के खिलाफ चार साल में लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव गिरा

    मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के पहला अविश्वास प्रस्ताव (No-confidence motion) गिर गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर आज लगभग 12 घंटे की चर्चा के बाद हुए मत-विभाजन में 451 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 126 वोट पड़े जबकि विरोध में 325 मत पड़े.

  • अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले बोले PM मोदी : लोकतंत्र के लिए आज का दिन अहम, भारत हमें करीब से देख रहा है

    अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले बोले PM मोदी : लोकतंत्र के लिए आज का दिन अहम, भारत हमें करीब से देख रहा है

    संसद के मॉनसून सत्र का तीसरा दिन काफी अहम है. आज लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी. पूरे देश की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आज लोकसभा में क्या होगा और कांग्रेस और सरकार को जो समय दिये गये हैं, उनमें किस तरह की बातों को उठाया जाएगा. हालांकि, अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से पहले पीएम मोदी ने रचनात्मक और व्यवधान मुक्त बहस की उम्मीद जताई है. 

  • मॉनसून सत्र भी धुलेगा? संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी अंदेशा बरकरार

    मॉनसून सत्र भी धुलेगा? संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी अंदेशा बरकरार

    क्या मॉनसून सत्र का वही हाल होगा जो बजट सत्र के दूसरे हिस्से का हुआ? मंगलवार को संसद में कई दौर की बैठकों के बाद भी ये अंदेशा बना हुआ है. कांग्रेस से लेकर टीडीपी के अपने-अपने मुद्दे हैं और सरकार को घेरने की तैयारी भी.

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