Nfhs Survey
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भारत में पहाड़ी व पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों में बौनेपन का अधिक खतरा
- Friday April 26, 2024
- Reported by: भाषा
शोधकर्ताओं ने कहा कि लगातार अधिक ऊंचाई वाले वातावरण में रहने से भूख कम हो सकती है, और ऑक्सीजन व पोषक तत्वों का अवशोषण सीमित हो सकता है
- ndtv.in
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पुरुषों की तुलना में महिलाओं के हैं ज्यादा सेक्स पार्टनर, जानिए क्या कहती है रिपोर्ट
- Saturday August 20, 2022
- Written by: Subhashini Tripathi
Survey report : एनएफएचएस ने 1.1 लाख महिलाओं और 1 लाख पुरुषों को इस सर्वे में शामिल किया था. जिसमें बातचीत के दौरान यह पता चला कि महिलाओं के सेक्स पार्टन औसतन ज्यादा हैं. यह सर्वे देश के 11 राज्यों में किया गया.
- ndtv.in
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11 राज्यों/यूटी में महिलाओं के पुरुषों से ज्यादा सेक्स पार्टनर : सर्वे में खुलासा
- Friday August 19, 2022
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: आनंद नायक
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) में कुछ चौंकाने वाले निष्कर्ष सामने आए हैं. सर्वे के डेटा के अनुसार, देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT)मे पुरुषों की तुलना में महिलाओं के सेक्स पार्टनर औसतन ज्यादा हैं लेकिन ऐसे पुरुषों की संख्या करीब चार फीसदी पाई गई हैं जिन्होंने ऐसे सेक्स पार्टनर से संबंध बनाए है जो उनकी पत्नी न हो या कभी उनके साथ न रही है.
- ndtv.in
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भारत में जनसंख्या नियंत्रण में आ रही पर बिहार समेत इन 5 राज्यों में प्रजनन दर काफी ज्यादा
- Thursday November 25, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
NFHS surveyके अनुसार, शहरी इलाकों में प्रजनन दर 1.6 है और ग्रामीण क्षेत्र में यह 2.1 है. यानी शहरी परिवारों (urban Population) में हर महिला की बात करें तो बच्चों के जन्म का औसत दो से कम है. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में भी यह दो के करीब आ गया है. ऐसे में जनसंख्या में आने वाले वक्त में गिरावट भी देखने को मिल सकती है.
- ndtv.in
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12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 60% से ज्यादा महिलाओं ने कभी इस्तेमाल नहीं किया इंटरनेट
- Tuesday December 15, 2020
- Reported by: भाषा
जिन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 40 प्रतिशत से कम महिलाओं ने इंटरनेट का इस्तेमाल किया है, उनमें आंध्र प्रदेश (21 प्रतिशत), असम (28.2 प्रतिशत), बिहार (20.6 प्रतिशत), गुजरात (30.8 प्रतिशत), कर्नाटक (35 प्रतिशत), महाराष्ट्र (38 प्रतिशत), मेघालय (34.7 प्रतिशत), तेलंगाना (26.5 प्रतिशत), त्रिपुरा (22.9 प्रतिशत), और दमन एवं दीव (36.7 प्रतिशत) शामिल हैं.
- ndtv.in
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भारत में पहाड़ी व पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों में बौनेपन का अधिक खतरा
- Friday April 26, 2024
- Reported by: भाषा
शोधकर्ताओं ने कहा कि लगातार अधिक ऊंचाई वाले वातावरण में रहने से भूख कम हो सकती है, और ऑक्सीजन व पोषक तत्वों का अवशोषण सीमित हो सकता है
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पुरुषों की तुलना में महिलाओं के हैं ज्यादा सेक्स पार्टनर, जानिए क्या कहती है रिपोर्ट
- Saturday August 20, 2022
- Written by: Subhashini Tripathi
Survey report : एनएफएचएस ने 1.1 लाख महिलाओं और 1 लाख पुरुषों को इस सर्वे में शामिल किया था. जिसमें बातचीत के दौरान यह पता चला कि महिलाओं के सेक्स पार्टन औसतन ज्यादा हैं. यह सर्वे देश के 11 राज्यों में किया गया.
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11 राज्यों/यूटी में महिलाओं के पुरुषों से ज्यादा सेक्स पार्टनर : सर्वे में खुलासा
- Friday August 19, 2022
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: आनंद नायक
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) में कुछ चौंकाने वाले निष्कर्ष सामने आए हैं. सर्वे के डेटा के अनुसार, देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT)मे पुरुषों की तुलना में महिलाओं के सेक्स पार्टनर औसतन ज्यादा हैं लेकिन ऐसे पुरुषों की संख्या करीब चार फीसदी पाई गई हैं जिन्होंने ऐसे सेक्स पार्टनर से संबंध बनाए है जो उनकी पत्नी न हो या कभी उनके साथ न रही है.
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भारत में जनसंख्या नियंत्रण में आ रही पर बिहार समेत इन 5 राज्यों में प्रजनन दर काफी ज्यादा
- Thursday November 25, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
NFHS surveyके अनुसार, शहरी इलाकों में प्रजनन दर 1.6 है और ग्रामीण क्षेत्र में यह 2.1 है. यानी शहरी परिवारों (urban Population) में हर महिला की बात करें तो बच्चों के जन्म का औसत दो से कम है. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में भी यह दो के करीब आ गया है. ऐसे में जनसंख्या में आने वाले वक्त में गिरावट भी देखने को मिल सकती है.
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12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 60% से ज्यादा महिलाओं ने कभी इस्तेमाल नहीं किया इंटरनेट
- Tuesday December 15, 2020
- Reported by: भाषा
जिन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 40 प्रतिशत से कम महिलाओं ने इंटरनेट का इस्तेमाल किया है, उनमें आंध्र प्रदेश (21 प्रतिशत), असम (28.2 प्रतिशत), बिहार (20.6 प्रतिशत), गुजरात (30.8 प्रतिशत), कर्नाटक (35 प्रतिशत), महाराष्ट्र (38 प्रतिशत), मेघालय (34.7 प्रतिशत), तेलंगाना (26.5 प्रतिशत), त्रिपुरा (22.9 प्रतिशत), और दमन एवं दीव (36.7 प्रतिशत) शामिल हैं.
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