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Me Too: प्रिया रमानी के खिलाफ MJ अकबर के मानहानि मामले में 17 फरवरी को आएगा फैसला
- Wednesday February 10, 2021
साल 2018 में मीटू अभियान (Me Too Campaign) के दौरान पत्रकार प्रिया रमानी (Journalist Pria Ramani) ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर (MJ Akbar) के खिलाफ शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था. इसी मामले में राउज एवेन्यू की विशेष कोर्ट फैसला 17 फरवरी को दोपहर 2 बजे आएगा. अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट रविन्द्र कुमार ने अकबर (MJ Akbar) और रमानी (Journalist Pria Ramani) की दलीलें पूरी होने के बाद मामले में फैसला एक फरवरी को सुरक्षित रख लिया था.
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यौन उत्पीड़न मामले में विकास बहल को मिली क्लीन चिट तो कंगना रनौत की बहन ने कहा- तुम्हारा हिसाब...
- Sunday June 2, 2019
विकास बहल (Vikas Bahl) को क्लीच चिट मिलने के बाद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की बहन रंगोली चंदेल (Rangoli Chandel) ने निर्देशक विकास बहल (Vikas Bahl)और बॉलीवुड एक्टर आलोकनाथ (Aloknath) पर निशाना साधा है.
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एमजे अकबर ने कोर्ट में दर्ज कराया बयान: मेरी कही गई सारी बातें सत्य हैं, मुझ पर लगाए गए सारे आरोप झूठे
- Wednesday October 31, 2018
भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. एमजे अकबर ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. उन्होंने अपने स्टेटमेंट में कहा कि मैं कल्कत्ता के बॉयस स्कूल और प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ा. कॉलेज के बाद मैं पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गया. बहुत कम समय में मैं संडे नामक पत्रिका का संपादक बना. 1983 में मैंने द टेलिग्राफ़ शुरू किया. फिर मैं 1993 तक एशियन ऐज का संपादक रहा. फिर इंडिया टुडे का एडिटोरियल डारेक्टर रहा. फिर संडे गार्डियन का फ़ाउंडिंग एडिटर रहा. इसके साथ ही मैंने कई किताबें लिखीं (कोर्ट में अपनी लिखीं किताबें पेश कीं ).
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#MeToo: पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर कोर्ट में दर्ज कराएंगे अपना बयान, पत्रकार के खिलाफ मानहानि का है मामला
- Wednesday October 31, 2018
- NDTVKhabar News Desk
भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराएंगे. दरअसल, 18 अक्टूबर को मामले की सुनवाई में एमजे अकबर कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए थे. अगर अदालत एमजे अकबर के बयान से संतुष्ट हो जाती है तो फिर कोर्ट के सामने पेश होने के लिए पत्रकार प्रिया रमानी को नोटिस भेजा जाएगा. बता दें कि 18 अक्टूबर को दिल्ली की एक अदालत ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम.जे. अकबर के आपराधिक मानहानि मुकदमे को स्वीकार कर लिया और कहा कि 31 अक्टूबर को भाजपा नेता का बयान दर्ज किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल ने कहा, "मैं आईपीसी की धारा 500 (मानहानि के लिए सजा) के तहत अपराध का संज्ञान लेता हूं."
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एमजे अकबर 31 अक्टूबर को दर्ज कराएंगे बयान, वकील ने कहा, 'प्रिया रमानी के ट्वीट से मेरे क्लाइंट की पिछले 40 साल की छवि हुई खराब'
- Thursday October 18, 2018
- Saurabh Shukla
मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने #MeToo अभियान के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. एमजे अकबर के इस्तीफे को सरकार ने स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस्तीफा देने के बाद एमजे अकबर ने कहा कि वह अपने दम पर आगे की कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई हुई.
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#MeToo के आरोपों से घिरे एमजे अकबर ने दिया इस्तीफा, मानहानि केस में आज सुनवाई, मामले से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- Thursday October 18, 2018
- NDTVKhabar News Desk
केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने भारत में चल रहे #MeToo कैंपेन के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. हालांकि, एमजे अकबर ने यह इस्तीफा आरोप लगने के तुरंत बाद नहीं दिया है, बल्कि पहले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ पत्रकार रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया, उसके बाद बात को आगे बढ़ता देख उन्होंने इस्तीफे का फैसला किया. यही वजह है कि आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई होगी. रमानी ने अकबर पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाये हैं. MeToo कैंपेन के तहत यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है. दरअसल, अकबर पर 20 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इससे पहले एजमे अकबर ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वह न्याय के लिए व्यक्तिगत लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब वह निजी तौर पर केस लड़ेंगे. उनहोंने पीएम मोदी और सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा भी किया.
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एमजे अकबर का इस्तीफा: आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने कही यह बात, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
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यौन उत्पीड़न के आरोपियों की फेहरिस्त हो रही है लंबी, #MeToo के जद में आ रहे हैं बड़े-बड़े नाम
- Tuesday October 16, 2018
- NDTVKhabar News Desk
कुछ समय पहले पूरी दुनिया में शुरू हुआ #MeToo कैंपेन अब भारत में भी अपने शबाब पर है. भारत में #MeToo कैंपेन के जरिये एक के बाद एक नए आरोप सामने आ रहे हैं और जिन लोगों के खिलाफ आरोप लग रहे हैं, वह हर कोई को हैरान करने वाला है. #MeToo अभियान के तहत आजकल महिलाएं रोजाना आगे आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न का अनुभव साझा कर रही हैं और आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. यही वजह है कि #MeToo की जद में अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी आते दिख रहे हैं, बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर भी आ गये हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ में 9 महिलाओं ने #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. हालांकि, अब एक विदेशी महिला पत्रकार भी सामने आई हैं और उन्होंने भी एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर लगे आरोपों से मोदी सरकार बैकफुट पर है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार उनसे इस्तीफा ले सकती है. दरअसल,
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#MeToo: यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे एमजे अकबर पर बढ़ा इस्तीफे का दबाव, NDTV से सरकारी सूत्रों ने कही यह बात
- Tuesday October 16, 2018
भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान ने ऐसी तूल पकड़ी कि इसकी जद में बड़े-बड़े नाम सामने आ रहे हैं. मीटू कैंपने के तहत पत्रकार रह चुके केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर पर दो महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. जिसे लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है और कांग्रेस एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग कर रही है. हालांकि, सरकारी सूत्र इस मुद्दे पर खुद एमजे अकबर के बयान का इंतजार कर रहे हैं. मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि सरकार पर इस्तीफे का दवाब बढ़ रहा है और सरकार एमजे अकबर से इस्तीफे की मांग कर सकती है. मगर सरकार के टॉप सूत्रों ने ऐसी खबरों को सिरे से खारिज किया है. सरकार के टॉप सूत्रों का कहना है कि एमजे अकबर के इस्तीफे को लेकर जितने भी खबरें हैं, सभी काल्पनिक हैं.
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#Metoo: एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी बोले- सफाई दें या फिर इस्तीफा
- Wednesday October 10, 2018
फिल्म इंडस्ट्री से 'मी टू' अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब कांग्रेस ने भी एमजे अकबर के मामले में न सिर्फ कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है, बल्कि उनके इस्तीफे की भी मांग की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एमजे अकबर खुद आकर मामले पर सफाई दें या फिर इस्तीफा दें. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए.
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#MeToo पर बोले बीजेपी सांसद उदित राज-10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब
- Tuesday October 9, 2018
- Navneet Mishra
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने जहां #MeToo कैम्पेन को समर्थन दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सांसद उदित राज ने सवाल खड़े कर दिए हैं.
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विशाखा गाइडलाइन : ऑफिसों में महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने के लिए क्या हैं नियम
- Monday October 8, 2018
- NDTVKhabar News Desk
कुछ ही दिन पहले पूर्व फिल्म अभिनेत्री तनुश्री दत्ता और अब कंगना रनौट द्वारा साथी कलाकारों व फिल्म निर्देशकों पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते सोशल मीडिया पर आजकल एक बार फिर #MeToo हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, और एक के बाद एक कई महिलाओं और लड़कियों ने अपने खिलाफ हुई हरकतों पर ज़ुबान खोली है.
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शिल्पा शेट्टी ने यौन उत्पीड़न पर खुलकर बोलने के लिए किया सपोर्ट, बोलीं- अब वक्त आ गया है कि...
- Sunday October 7, 2018
शिल्पा ने दस साल पहले एक फिल्म के सेट पर नाना पाटेकर के कथित उत्पीड़न के बारे में बात करने के लिए तनुश्री दत्ता की सराहना की और कहा कि इससे एक अभियान की शुरुआत हुई है. शिल्पा ने कहा, ‘‘किसी भी परिवेश में कलाकारों, उद्यमियों के लिये काम करने का माहौल सुरक्षित होना चाहिए. यह एक शर्त होनी चाहिए. तनुश्री दत्ता ने जो अभियान चलाया है उसमें मैं एक महिला और एक इंसान के तौर पर उनके साथ हूं क्योंकि ऐसी चीजों को दबा दिया जाता है.’’
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Me Too: प्रिया रमानी के खिलाफ MJ अकबर के मानहानि मामले में 17 फरवरी को आएगा फैसला
- Wednesday February 10, 2021
साल 2018 में मीटू अभियान (Me Too Campaign) के दौरान पत्रकार प्रिया रमानी (Journalist Pria Ramani) ने पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर (MJ Akbar) के खिलाफ शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था. इसी मामले में राउज एवेन्यू की विशेष कोर्ट फैसला 17 फरवरी को दोपहर 2 बजे आएगा. अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट रविन्द्र कुमार ने अकबर (MJ Akbar) और रमानी (Journalist Pria Ramani) की दलीलें पूरी होने के बाद मामले में फैसला एक फरवरी को सुरक्षित रख लिया था.
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यौन उत्पीड़न मामले में विकास बहल को मिली क्लीन चिट तो कंगना रनौत की बहन ने कहा- तुम्हारा हिसाब...
- Sunday June 2, 2019
विकास बहल (Vikas Bahl) को क्लीच चिट मिलने के बाद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की बहन रंगोली चंदेल (Rangoli Chandel) ने निर्देशक विकास बहल (Vikas Bahl)और बॉलीवुड एक्टर आलोकनाथ (Aloknath) पर निशाना साधा है.
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एमजे अकबर ने कोर्ट में दर्ज कराया बयान: मेरी कही गई सारी बातें सत्य हैं, मुझ पर लगाए गए सारे आरोप झूठे
- Wednesday October 31, 2018
भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. एमजे अकबर ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. उन्होंने अपने स्टेटमेंट में कहा कि मैं कल्कत्ता के बॉयस स्कूल और प्रेसिडेंसी कॉलेज से पढ़ा. कॉलेज के बाद मैं पत्रकारिता के क्षेत्र में आ गया. बहुत कम समय में मैं संडे नामक पत्रिका का संपादक बना. 1983 में मैंने द टेलिग्राफ़ शुरू किया. फिर मैं 1993 तक एशियन ऐज का संपादक रहा. फिर इंडिया टुडे का एडिटोरियल डारेक्टर रहा. फिर संडे गार्डियन का फ़ाउंडिंग एडिटर रहा. इसके साथ ही मैंने कई किताबें लिखीं (कोर्ट में अपनी लिखीं किताबें पेश कीं ).
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#MeToo: पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर कोर्ट में दर्ज कराएंगे अपना बयान, पत्रकार के खिलाफ मानहानि का है मामला
- Wednesday October 31, 2018
- NDTVKhabar News Desk
भारत में #MeToo अभियान की जद में आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में आज यानी बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में अपना बयान दर्ज कराएंगे. दरअसल, 18 अक्टूबर को मामले की सुनवाई में एमजे अकबर कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुए थे. अगर अदालत एमजे अकबर के बयान से संतुष्ट हो जाती है तो फिर कोर्ट के सामने पेश होने के लिए पत्रकार प्रिया रमानी को नोटिस भेजा जाएगा. बता दें कि 18 अक्टूबर को दिल्ली की एक अदालत ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम.जे. अकबर के आपराधिक मानहानि मुकदमे को स्वीकार कर लिया और कहा कि 31 अक्टूबर को भाजपा नेता का बयान दर्ज किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल ने कहा, "मैं आईपीसी की धारा 500 (मानहानि के लिए सजा) के तहत अपराध का संज्ञान लेता हूं."
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एमजे अकबर 31 अक्टूबर को दर्ज कराएंगे बयान, वकील ने कहा, 'प्रिया रमानी के ट्वीट से मेरे क्लाइंट की पिछले 40 साल की छवि हुई खराब'
- Thursday October 18, 2018
- Saurabh Shukla
मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने #MeToo अभियान के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. एमजे अकबर के इस्तीफे को सरकार ने स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस्तीफा देने के बाद एमजे अकबर ने कहा कि वह अपने दम पर आगे की कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई हुई.
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#MeToo के आरोपों से घिरे एमजे अकबर ने दिया इस्तीफा, मानहानि केस में आज सुनवाई, मामले से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- Thursday October 18, 2018
- NDTVKhabar News Desk
केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने भारत में चल रहे #MeToo कैंपेन के तहत अपने ऊपर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट (यौन शोषण) के आरोपों के बाद अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. हालांकि, एमजे अकबर ने यह इस्तीफा आरोप लगने के तुरंत बाद नहीं दिया है, बल्कि पहले तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों के खिलाफ पत्रकार रमानी पर मानहानि का मुकदमा किया, उसके बाद बात को आगे बढ़ता देख उन्होंने इस्तीफे का फैसला किया. यही वजह है कि आज यानी गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ एम जे अकबर के आपराधिक मानहानि मामले पर सुनवाई होगी. रमानी ने अकबर पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाये हैं. MeToo कैंपेन के तहत यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है. दरअसल, अकबर पर 20 महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इससे पहले एजमे अकबर ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि वह न्याय के लिए व्यक्तिगत लड़ाई लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब वह निजी तौर पर केस लड़ेंगे. उनहोंने पीएम मोदी और सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा भी किया.
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एमजे अकबर का इस्तीफा: आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी ने कही यह बात, जानिये किसने क्या कहा...
- Wednesday October 17, 2018
- NDTVKhabar News Desk
एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. #MeToo अभियान में यौन शोषण का आरोप लगने के बाद एमजे अकबर ने यह कदम उठाया है. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि, 'चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.' एमजे अकबर ने बयान जारी करके कहा कि मैंने निजी तौर पर अदालत में न्याय पाने का फ़ैसला किया है, मुझे यह उचित लगा कि पद छोड़ दूं और अपने ऊपर लगे झूठे इल्ज़ामों का निजी स्तर पर ही जवाब दूं. इसलिए मैंने विदेश राज्य मंत्री के पद से अपना इस्तीफ़ा दे दिया है. बता दें कि अकबर पर 20 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
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यौन उत्पीड़न के आरोपियों की फेहरिस्त हो रही है लंबी, #MeToo के जद में आ रहे हैं बड़े-बड़े नाम
- Tuesday October 16, 2018
- NDTVKhabar News Desk
कुछ समय पहले पूरी दुनिया में शुरू हुआ #MeToo कैंपेन अब भारत में भी अपने शबाब पर है. भारत में #MeToo कैंपेन के जरिये एक के बाद एक नए आरोप सामने आ रहे हैं और जिन लोगों के खिलाफ आरोप लग रहे हैं, वह हर कोई को हैरान करने वाला है. #MeToo अभियान के तहत आजकल महिलाएं रोजाना आगे आकर अपने साथ हुए उत्पीड़न का अनुभव साझा कर रही हैं और आरोपियों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. यही वजह है कि #MeToo की जद में अब न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लोग भी आते दिख रहे हैं, बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर भी आ गये हैं. दरअसल, केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ में 9 महिलाओं ने #MeToo के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. हालांकि, अब एक विदेशी महिला पत्रकार भी सामने आई हैं और उन्होंने भी एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर लगे आरोपों से मोदी सरकार बैकफुट पर है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार उनसे इस्तीफा ले सकती है. दरअसल,
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#MeToo: यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे एमजे अकबर पर बढ़ा इस्तीफे का दबाव, NDTV से सरकारी सूत्रों ने कही यह बात
- Tuesday October 16, 2018
भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान ने ऐसी तूल पकड़ी कि इसकी जद में बड़े-बड़े नाम सामने आ रहे हैं. मीटू कैंपने के तहत पत्रकार रह चुके केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर पर दो महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. जिसे लेकर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है और कांग्रेस एमजे अकबर के इस्तीफे की मांग कर रही है. हालांकि, सरकारी सूत्र इस मुद्दे पर खुद एमजे अकबर के बयान का इंतजार कर रहे हैं. मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि सरकार पर इस्तीफे का दवाब बढ़ रहा है और सरकार एमजे अकबर से इस्तीफे की मांग कर सकती है. मगर सरकार के टॉप सूत्रों ने ऐसी खबरों को सिरे से खारिज किया है. सरकार के टॉप सूत्रों का कहना है कि एमजे अकबर के इस्तीफे को लेकर जितने भी खबरें हैं, सभी काल्पनिक हैं.
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#Metoo: एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी बोले- सफाई दें या फिर इस्तीफा
- Wednesday October 10, 2018
फिल्म इंडस्ट्री से 'मी टू' अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं. केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब कांग्रेस ने भी एमजे अकबर के मामले में न सिर्फ कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है, बल्कि उनके इस्तीफे की भी मांग की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एमजे अकबर खुद आकर मामले पर सफाई दें या फिर इस्तीफा दें. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए.
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#MeToo पर बोले बीजेपी सांसद उदित राज-10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब
- Tuesday October 9, 2018
- Navneet Mishra
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने जहां #MeToo कैम्पेन को समर्थन दिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सांसद उदित राज ने सवाल खड़े कर दिए हैं.
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विशाखा गाइडलाइन : ऑफिसों में महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने के लिए क्या हैं नियम
- Monday October 8, 2018
- NDTVKhabar News Desk
कुछ ही दिन पहले पूर्व फिल्म अभिनेत्री तनुश्री दत्ता और अब कंगना रनौट द्वारा साथी कलाकारों व फिल्म निर्देशकों पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते सोशल मीडिया पर आजकल एक बार फिर #MeToo हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, और एक के बाद एक कई महिलाओं और लड़कियों ने अपने खिलाफ हुई हरकतों पर ज़ुबान खोली है.
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शिल्पा शेट्टी ने यौन उत्पीड़न पर खुलकर बोलने के लिए किया सपोर्ट, बोलीं- अब वक्त आ गया है कि...
- Sunday October 7, 2018
शिल्पा ने दस साल पहले एक फिल्म के सेट पर नाना पाटेकर के कथित उत्पीड़न के बारे में बात करने के लिए तनुश्री दत्ता की सराहना की और कहा कि इससे एक अभियान की शुरुआत हुई है. शिल्पा ने कहा, ‘‘किसी भी परिवेश में कलाकारों, उद्यमियों के लिये काम करने का माहौल सुरक्षित होना चाहिए. यह एक शर्त होनी चाहिए. तनुश्री दत्ता ने जो अभियान चलाया है उसमें मैं एक महिला और एक इंसान के तौर पर उनके साथ हूं क्योंकि ऐसी चीजों को दबा दिया जाता है.’’
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