India | एनडीटीवी |शुक्रवार अगस्त 21, 2020 08:16 PM IST फारूख अब्दुल्ला ने कहा, "यह कदम अप्रत्याशित था. मैं एक दिन पहले प्रधानमंत्री से मिला था, उन्होंने हमें ऐसा कोई संकेत नहीं दिया. मैंने उनसे कहा था कि इतने सारे जवानों को भेजा गया है, इसकी क्या जरूरत थी? सैलानियों को जम्मू-कश्मीर से बाहर किया जा रहा था, अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई थी. यह सब अजीब था... जैसे पाकिस्तान से युद्ध या फिर कुछ और." अब्दुल्ला ने कहा, "जब हमने प्रधानमंत्री से पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं कहा."