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जहां नहीं दे पाए एंट्रेंस, वहां से की PhD : जानिए कैसे पूरा हुआ 'गांव के लड़के' ISRO चीफ का सपना
- Friday July 19, 2024
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: अंजलि कर्मकार
सोमनाथ कहते हैं, "ये PhD मेरे पिछले 35 साल के काम का नतीजा है. आखिरी समय पर की गई कोशिशों, पेपर वर्क, सेमिनार... सब मिलाकर मेरी PhD डिग्री बनी. हालांकि, आप सिर्फ आखिरी फेज देख रहे हैं. लेकिन यात्रा बहुत लंबी है."
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Exclusive: NASA दो भारतीयों को देगा ट्रेनिंग, उनमें से एक को भेजेगा अंतरिक्ष में - ISRO चीफ ने NDTV से कहा
- Saturday June 29, 2024
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के साथ संयुक्त परियोजना के तहत अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजने का काम तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख डॉ एस सोमनाथ (Dr S Somanath) ने NDTV को दिए गए एक विशेष इंटरव्यू में यह जानकारी दी. डॉ सोमनाथ ने बताया कि भारत ने जिन चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुना है, उनमें से दो को ट्रेनिंग के लिए नेशनल एरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) भेजा जाएगा और उनमें से एक को स्पेस मिशन के लिए चुना जाएगा.
- ndtv.in
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इसरो के एस्ट्रोसैट ने आठ साल में 600 से अधिक गामा-किरण विस्फोटों का पता लगाया
- Tuesday November 28, 2023
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 2015 में प्रक्षेपित एस्ट्रोसैट की कार्य अवधि पांच साल के लिए निर्धारित थी, लेकिन यह अवलोकन कार्य में खगोलविदों के लिए अब भी अच्छी स्थिति में बना हुआ है. यह उपग्रह भारत की पहली समर्पित बहु-तरंगदैर्ध्य अंतरिक्ष वेधशाला है.
- ndtv.in
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यह है वह पहला साइंटिफिक डेटा जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से चंद्रयान-3 ने भेजा
- Sunday August 27, 2023
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रमा के अब तक अज्ञात रहे दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र से पहला वैज्ञानिक डेटा हासिल कर लिया है. यह एजेंसी के चंद्रयान -3 मिशन की एक बड़ी सफलता है. विक्रम लैंडर की थर्मल जांच में रिकॉर्ड किया गया कि सतह पर, सतह के पास और चंद्रमा की सतह पर गहराई में तापमान कैसे बदलता है.
- ndtv.in
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भारत के चंद्र मिशन में कैसे मदद कर रहा है NASA और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी?
- Wednesday August 23, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
जहां 1.4 अरब भारतीय सांस रोककर चंद्रयान 3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं इतिहास बनाने की दिशा में बढ़ते हुए अंतरिक्ष यान को ट्रैक करने में दो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियां भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सहायता करेंगी. अमेरिका के नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के अंतरिक्ष स्टेशन लैंडर के उतरने के दौरान मिशन संचालन टीम को ट्रैकिंग सहायता प्रदान करेंगी.
- ndtv.in
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अब भारत भी करेगा अंतरिक्ष की सैर, ISRO तैयार कर रहा है स्पेस टूरिस्ट फ्लाइट, 7 दिन रह सकेंगे लोग
- Thursday July 21, 2022
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
कहा जाता है कि आने वाला समय स्पेस इंडस्ट्री का है. जो देश जितना घुमेगा उसे उतना फायदा मिलेगा. कहने का मतलब है कि पृथ्वी के संसाधन खत्म हो रहे हैं, ऐसे में मानव जीवन को बचाने के लिए अन्य ग्रहों पर जाना बेहद जरूरी है. भारत समेत दुनिया भर के 61 देश इस पर काम कर रहे हैं.
- ndtv.in
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ISRO ने कहा- चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की कक्षा में एक साल पूरा किया, अगले सात वर्षों के लिए उपलब्ध है पर्याप्त ईंधन
- Friday August 21, 2020
- Reported by: भाषा
अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने कहा कि भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-2 ने बृहस्पतिवार को चंद्रमा की कक्षा में चारों ओर परिक्रमा करते हुए एक वर्ष पूरा कर लिया है और इसके सभी उपकरण वर्तमान में अच्छी तरह काम कर रहे हैं. साथ ही कहा कि सात और वर्षों के संचालन के लिए चंद्रयान-2 में पर्याप्त ईंधन मौजूद है.
- ndtv.in
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Isro's GSLV-F11/Gsat-7A: संचार उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित, मिलिट्री की ऐसे करेगा मदद- 10 खास बातें
- Thursday December 20, 2018
- Written by: पल्लव बागला, Translated by: विवेक रस्तोगी
भारतीय वायुसेना (IAF) के सभी एसेट्स को जोड़ने में मदद करने तथा फोर्स मल्टीप्लायर की तरह काम करने वाला संचार उपग्रह भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO का वर्ष 2018 के दौरान 17वां और आखिरी मिशन है. बुधवार शाम को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित हुए बहुप्रतीक्षित GSAT-7A भारतीय वायुसेना के सभी एसेट्स, यानी विमान, हवा में मौजूद अर्ली वार्निंग कंट्रोल प्लेटफॉर्म, ड्रोन तथा ग्राउंड स्टेशनों को जोड़ देगा, और केंद्रीकृत नेटवर्क बना देगा. GSAT-7A उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित हो गया. GSAT-7 और GSAT-6 के साथ मिलकर 'इंडियन एन्ग्री बर्ड' कहा जाने वाला यह नया उपग्रह संचार उपग्रहों का एक बैन्ड तैयार कर देगा, जो भारतीय सेना के काम आएगा.
- ndtv.in
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इसरो के बाहुबली रॉकेट 'जीएसएलवी एमके-3' ने भेजी अद्भुत सेल्फी
- Wednesday June 7, 2017
- Reported by: पल्लव बागला, Translated by: श्रीराम शर्मा
भारत के अब तक के सबसे वजनी अंतरिक्ष यान जीएसएलवी एमके-3 का सोमवार को सफल प्रक्षेपण किया गया. 640 टन वजनी इस यान का वजन 200 बड़े हाथियों जितना है.
- ndtv.in
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इसरो का सबसे वजनी रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 अपने पहले लॉन्च के लिए तैयार...
- Sunday May 14, 2017
- Edited by: संदीप कुमार
इस रॉकेट का उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसका मुख्य और बड़ा क्रायोजेनिक इंजन चेन्नई में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है और यह पहली बार रॉकेट को शक्ति देगा.
- ndtv.in
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पीओके पर सर्जिकल स्ट्राइक में इसरो ने इस तरह की जवानों की मदद
- Sunday October 2, 2016
- Reported by: पल्लव बागला
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) युद्ध नहीं लड़ता और यह पूरी तरह से एक असैन्य एजेंसी है. लेकिन देश को कुछ ऐसी क्षमताओं से यह लैस करता है, जो विश्व में उत्कृष्ट हैं.
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जहां नहीं दे पाए एंट्रेंस, वहां से की PhD : जानिए कैसे पूरा हुआ 'गांव के लड़के' ISRO चीफ का सपना
- Friday July 19, 2024
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: अंजलि कर्मकार
सोमनाथ कहते हैं, "ये PhD मेरे पिछले 35 साल के काम का नतीजा है. आखिरी समय पर की गई कोशिशों, पेपर वर्क, सेमिनार... सब मिलाकर मेरी PhD डिग्री बनी. हालांकि, आप सिर्फ आखिरी फेज देख रहे हैं. लेकिन यात्रा बहुत लंबी है."
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Exclusive: NASA दो भारतीयों को देगा ट्रेनिंग, उनमें से एक को भेजेगा अंतरिक्ष में - ISRO चीफ ने NDTV से कहा
- Saturday June 29, 2024
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के साथ संयुक्त परियोजना के तहत अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजने का काम तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख डॉ एस सोमनाथ (Dr S Somanath) ने NDTV को दिए गए एक विशेष इंटरव्यू में यह जानकारी दी. डॉ सोमनाथ ने बताया कि भारत ने जिन चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुना है, उनमें से दो को ट्रेनिंग के लिए नेशनल एरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) भेजा जाएगा और उनमें से एक को स्पेस मिशन के लिए चुना जाएगा.
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इसरो के एस्ट्रोसैट ने आठ साल में 600 से अधिक गामा-किरण विस्फोटों का पता लगाया
- Tuesday November 28, 2023
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 2015 में प्रक्षेपित एस्ट्रोसैट की कार्य अवधि पांच साल के लिए निर्धारित थी, लेकिन यह अवलोकन कार्य में खगोलविदों के लिए अब भी अच्छी स्थिति में बना हुआ है. यह उपग्रह भारत की पहली समर्पित बहु-तरंगदैर्ध्य अंतरिक्ष वेधशाला है.
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यह है वह पहला साइंटिफिक डेटा जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से चंद्रयान-3 ने भेजा
- Sunday August 27, 2023
- Reported by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रमा के अब तक अज्ञात रहे दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र से पहला वैज्ञानिक डेटा हासिल कर लिया है. यह एजेंसी के चंद्रयान -3 मिशन की एक बड़ी सफलता है. विक्रम लैंडर की थर्मल जांच में रिकॉर्ड किया गया कि सतह पर, सतह के पास और चंद्रमा की सतह पर गहराई में तापमान कैसे बदलता है.
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भारत के चंद्र मिशन में कैसे मदद कर रहा है NASA और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी?
- Wednesday August 23, 2023
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
जहां 1.4 अरब भारतीय सांस रोककर चंद्रयान 3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं इतिहास बनाने की दिशा में बढ़ते हुए अंतरिक्ष यान को ट्रैक करने में दो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियां भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सहायता करेंगी. अमेरिका के नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के अंतरिक्ष स्टेशन लैंडर के उतरने के दौरान मिशन संचालन टीम को ट्रैकिंग सहायता प्रदान करेंगी.
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अब भारत भी करेगा अंतरिक्ष की सैर, ISRO तैयार कर रहा है स्पेस टूरिस्ट फ्लाइट, 7 दिन रह सकेंगे लोग
- Thursday July 21, 2022
- Written by: बिक्रम कुमार सिंह
कहा जाता है कि आने वाला समय स्पेस इंडस्ट्री का है. जो देश जितना घुमेगा उसे उतना फायदा मिलेगा. कहने का मतलब है कि पृथ्वी के संसाधन खत्म हो रहे हैं, ऐसे में मानव जीवन को बचाने के लिए अन्य ग्रहों पर जाना बेहद जरूरी है. भारत समेत दुनिया भर के 61 देश इस पर काम कर रहे हैं.
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ISRO ने कहा- चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की कक्षा में एक साल पूरा किया, अगले सात वर्षों के लिए उपलब्ध है पर्याप्त ईंधन
- Friday August 21, 2020
- Reported by: भाषा
अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने कहा कि भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-2 ने बृहस्पतिवार को चंद्रमा की कक्षा में चारों ओर परिक्रमा करते हुए एक वर्ष पूरा कर लिया है और इसके सभी उपकरण वर्तमान में अच्छी तरह काम कर रहे हैं. साथ ही कहा कि सात और वर्षों के संचालन के लिए चंद्रयान-2 में पर्याप्त ईंधन मौजूद है.
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Isro's GSLV-F11/Gsat-7A: संचार उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित, मिलिट्री की ऐसे करेगा मदद- 10 खास बातें
- Thursday December 20, 2018
- Written by: पल्लव बागला, Translated by: विवेक रस्तोगी
भारतीय वायुसेना (IAF) के सभी एसेट्स को जोड़ने में मदद करने तथा फोर्स मल्टीप्लायर की तरह काम करने वाला संचार उपग्रह भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO का वर्ष 2018 के दौरान 17वां और आखिरी मिशन है. बुधवार शाम को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित हुए बहुप्रतीक्षित GSAT-7A भारतीय वायुसेना के सभी एसेट्स, यानी विमान, हवा में मौजूद अर्ली वार्निंग कंट्रोल प्लेटफॉर्म, ड्रोन तथा ग्राउंड स्टेशनों को जोड़ देगा, और केंद्रीकृत नेटवर्क बना देगा. GSAT-7A उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित हो गया. GSAT-7 और GSAT-6 के साथ मिलकर 'इंडियन एन्ग्री बर्ड' कहा जाने वाला यह नया उपग्रह संचार उपग्रहों का एक बैन्ड तैयार कर देगा, जो भारतीय सेना के काम आएगा.
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इसरो के बाहुबली रॉकेट 'जीएसएलवी एमके-3' ने भेजी अद्भुत सेल्फी
- Wednesday June 7, 2017
- Reported by: पल्लव बागला, Translated by: श्रीराम शर्मा
भारत के अब तक के सबसे वजनी अंतरिक्ष यान जीएसएलवी एमके-3 का सोमवार को सफल प्रक्षेपण किया गया. 640 टन वजनी इस यान का वजन 200 बड़े हाथियों जितना है.
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इसरो का सबसे वजनी रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 अपने पहले लॉन्च के लिए तैयार...
- Sunday May 14, 2017
- Edited by: संदीप कुमार
इस रॉकेट का उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसका मुख्य और बड़ा क्रायोजेनिक इंजन चेन्नई में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है और यह पहली बार रॉकेट को शक्ति देगा.
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पीओके पर सर्जिकल स्ट्राइक में इसरो ने इस तरह की जवानों की मदद
- Sunday October 2, 2016
- Reported by: पल्लव बागला
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) युद्ध नहीं लड़ता और यह पूरी तरह से एक असैन्य एजेंसी है. लेकिन देश को कुछ ऐसी क्षमताओं से यह लैस करता है, जो विश्व में उत्कृष्ट हैं.
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