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Hathras Kand Baba Name

'Hathras Kand Baba Name' - 12 News Result(s)
  • तीन चक्र की सुरक्षा, छूना भी मना, दलित ऐंगल... बाबा के 10 रहस्य

    तीन चक्र की सुरक्षा, छूना भी मना, दलित ऐंगल... बाबा के 10 रहस्य

    हाथरस में जिस 'भोले बाबा' के कार्यक्रम में 121 लोगों ने भगदड़ में जान गंवा दी, उस भोले बाबा के देश में कई आश्रम हैं. स्वयंभू बाबा भोले नाथ उर्फ़ नारायण हरि साकार उर्फ़ सूरजपाल का मैनपुरी, कानपुर, नोएडा और ग्वालियर में आश्रम हैं. इन आश्रमों में रहने वाले बाबा को इंसान नहीं बल्कि परमात्मा मानते हैं.

  • भोले बाबा के दौसा आश्रम में होता था VVIP का जमावड़ा, ज्यादातर महिलाएं ही होती थीं सेवादार

    भोले बाबा के दौसा आश्रम में होता था VVIP का जमावड़ा, ज्यादातर महिलाएं ही होती थीं सेवादार

    राजस्थान के दौसा में भोले बाबा (Bhole Baba) यानी नारायण साकार हरि के आश्रम के आसपास के लोगों ने उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि भोले बाबा रसूखदार व्यक्ति है. उसके दौसा आश्रम पर वीवीआईपी लोगों का आना-जाना होता था. जब यहां दरबार लगता था तब कॉलोनी के वाशिंदे कॉलोनी में आने के लिए अपना आई कार्ड बाबा के निजी सुरक्षा गार्ड्स को दिखाकर ही आ पाते थे. साथ ही बाबा भोले के सेवादारों में अधिकांश महिलाएं हुआ करती थीं.

  • 3 सदस्यों की टीम हाथरस हादसे की करेगी जांच, जानिए कौन-कौन हैं सदस्य

    3 सदस्यों की टीम हाथरस हादसे की करेगी जांच, जानिए कौन-कौन हैं सदस्य

    आयोग यह भी जांच करेगा कि यह कोई दुर्घटना है, अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक घटना.

  • हाथरस हादसा : कौन होते हैं सेवादार? जिनके नाम पर इन बाबाओं ने बना लीं फौजें

    हाथरस हादसा : कौन होते हैं सेवादार? जिनके नाम पर इन बाबाओं ने बना लीं फौजें

    उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि यानी ‘भोले बाबा’ के सत्संग में उनके लाखों अनुयायी पहुंचे. सत्संग समाप्त होने के बाद जब भोले बाबा वहां से जा रहा था तो उसे देखने और उसके चरणों की धूल छूने के लिए लोग टूट पड़े. बाबा के सेवादारों ने लोगों को धक्के मारे जिससे भगदड़ मच गई. इस भगदड़ के दौरान कुचलने से 121 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस घटना से प्रशासन की व्यवस्थाओं पर बाबा के सेवादारों के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि सेवादारों के लोगों को धक्के मारने से ही यह भीषण त्रासदी हुई. यह सेवादार होते कौन हैं? 

  • Exclusive: "घटना दुखद और भयावह...", वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने हाथरस की घटना पर बाबा भोले का रखा पक्ष

    Exclusive: "घटना दुखद और भयावह...", वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने हाथरस की घटना पर बाबा भोले का रखा पक्ष

    वरिष्ठ वकील ने कहा कि हम भी अपने सूत्रों से इस मामले की जांच करवाएंगे कि कौन लोग हैं जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया.

  • 121 लाशें, कई सवाल : मौत के इस 'सत्संग' पर आखिर कौन देगा जवाब?

    121 लाशें, कई सवाल : मौत के इस 'सत्संग' पर आखिर कौन देगा जवाब?

    भीड़ में विवेक नहीं होता... भीड़ भेड़ चाल में चलती है... यदि भीड़ को सुव्यवस्थित तरीके से नियंत्रित न किया जाए तो उसके अनुशासन तोड़ने में भी देर नहीं लगती. हाथरस (Hathras) में भीड़ के बेकाबू होने से बड़ा हादसा हुआ. इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई. ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति चिंता में डालने वाली है. देश में खास तौर पर धार्मिक आयोजनों में इस तरह की दुर्घटनाएं होती रही हैं लेकिन इन्हें रोकने के लिए अब तक कोई मैकेनिज्म विकसित नहीं हो सका है. यदि कोई व्यवस्था है भी तो, उसको लेकर प्रशासनिक प्रतिबद्धता के बजाय लापरवाही, सैकड़ों लोगों की मौत का कारण बनती है.

  • हाथरस में हुआ क्या? कैसे मची भगदड़ और बिछ गईं 121 लाशें; ग्राफिक्स से सब समझिए

    हाथरस में हुआ क्या? कैसे मची भगदड़ और बिछ गईं 121 लाशें; ग्राफिक्स से सब समझिए

    हाथरस से एटा की तरफ जाने वाले रास्ते पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस सत्संग में हिस्सा लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे.

  • Hathras Stampede: बाबाओं के सेवादारों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?

    Hathras Stampede: बाबाओं के सेवादारों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?

    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंचे. बाद में मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने सेवादारों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया.

  • हाथरस वाले 'बाबा' पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप, पुलिस की नौकरी से किया गया था बर्खास्त

    हाथरस वाले 'बाबा' पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप, पुलिस की नौकरी से किया गया था बर्खास्त

    नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह है. वह कासगंज जिले के बहादुर नगर गांव का रहने वाले हैं.दलित परिवार से आने वाले 58 साल के सूरजपाल सिंह के तीन भाई थे. उसके सबसे बड़े भाई की मौत हो चुकी है.छोटे भाई राकेश अभी भी गांव में ही रहते हैं.

  • बाबा को छूने की चाह में गड्ढों और नालों में रौंदे गए भक्त, पढ़े हाथरस कांड में कब-कब क्या-क्या हुआ

    बाबा को छूने की चाह में गड्ढों और नालों में रौंदे गए भक्त, पढ़े हाथरस कांड में कब-कब क्या-क्या हुआ

    हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. राज्य सरकार ने इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है उन्हें दो-दो लाख रुपये और जो लोग घायल हुए हैं उन्हें 50-50 रुपये का मुआवजे का ऐलान किया है. इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की थी. आज हम आपको 10 प्वाइंट्स में इस हादसे से जुड़ी एक-एक बाद सिलसिलेवार तरीके से बताने जा रहे हैं...

  • हाथरस में 121 मौतों का वो खौफनाक पल : जब बाबा के पैरों की धूल लेने लेटे लोग और फिर बिछने लगीं लाशें

    हाथरस में 121 मौतों का वो खौफनाक पल : जब बाबा के पैरों की धूल लेने लेटे लोग और फिर बिछने लगीं लाशें

    हाथरस के सत्संग में प्रशासन ने 80 हजार लोगों के शामिल होने की दी थी अनुमति. अयोजकों ने मिली अनुमति से कहीं ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने दिया. इस वजह से जब भगदड़ मची तो प्रशासन भीड़ को काबू नहीं कर पाई.

  • हाथरस सत्संग हादसा : लाशों के ढेर देख घबराए सिपाही को आया हार्ट अटैक, इलाज के दौरान मौत

    हाथरस सत्संग हादसा : लाशों के ढेर देख घबराए सिपाही को आया हार्ट अटैक, इलाज के दौरान मौत

    भगदड़ के बाद घटनास्थल और अस्पताल में जो खौफनाक मंजर था, उसे देख कोई भी सिहर जाएगा. घटनास्थल और सरकारी अस्पताल में लोग रोते-बिलखते हुए अपने की तलाश करते दिखाई दिए.

'Hathras Kand Baba Name' - 12 News Result(s)
  • तीन चक्र की सुरक्षा, छूना भी मना, दलित ऐंगल... बाबा के 10 रहस्य

    तीन चक्र की सुरक्षा, छूना भी मना, दलित ऐंगल... बाबा के 10 रहस्य

    हाथरस में जिस 'भोले बाबा' के कार्यक्रम में 121 लोगों ने भगदड़ में जान गंवा दी, उस भोले बाबा के देश में कई आश्रम हैं. स्वयंभू बाबा भोले नाथ उर्फ़ नारायण हरि साकार उर्फ़ सूरजपाल का मैनपुरी, कानपुर, नोएडा और ग्वालियर में आश्रम हैं. इन आश्रमों में रहने वाले बाबा को इंसान नहीं बल्कि परमात्मा मानते हैं.

  • भोले बाबा के दौसा आश्रम में होता था VVIP का जमावड़ा, ज्यादातर महिलाएं ही होती थीं सेवादार

    भोले बाबा के दौसा आश्रम में होता था VVIP का जमावड़ा, ज्यादातर महिलाएं ही होती थीं सेवादार

    राजस्थान के दौसा में भोले बाबा (Bhole Baba) यानी नारायण साकार हरि के आश्रम के आसपास के लोगों ने उस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि भोले बाबा रसूखदार व्यक्ति है. उसके दौसा आश्रम पर वीवीआईपी लोगों का आना-जाना होता था. जब यहां दरबार लगता था तब कॉलोनी के वाशिंदे कॉलोनी में आने के लिए अपना आई कार्ड बाबा के निजी सुरक्षा गार्ड्स को दिखाकर ही आ पाते थे. साथ ही बाबा भोले के सेवादारों में अधिकांश महिलाएं हुआ करती थीं.

  • 3 सदस्यों की टीम हाथरस हादसे की करेगी जांच, जानिए कौन-कौन हैं सदस्य

    3 सदस्यों की टीम हाथरस हादसे की करेगी जांच, जानिए कौन-कौन हैं सदस्य

    आयोग यह भी जांच करेगा कि यह कोई दुर्घटना है, अथवा कोई षडयंत्र या अन्य कोई सुनियोजित आपराधिक घटना.

  • हाथरस हादसा : कौन होते हैं सेवादार? जिनके नाम पर इन बाबाओं ने बना लीं फौजें

    हाथरस हादसा : कौन होते हैं सेवादार? जिनके नाम पर इन बाबाओं ने बना लीं फौजें

    उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि यानी ‘भोले बाबा’ के सत्संग में उनके लाखों अनुयायी पहुंचे. सत्संग समाप्त होने के बाद जब भोले बाबा वहां से जा रहा था तो उसे देखने और उसके चरणों की धूल छूने के लिए लोग टूट पड़े. बाबा के सेवादारों ने लोगों को धक्के मारे जिससे भगदड़ मच गई. इस भगदड़ के दौरान कुचलने से 121 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस घटना से प्रशासन की व्यवस्थाओं पर बाबा के सेवादारों के रवैये पर सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि सेवादारों के लोगों को धक्के मारने से ही यह भीषण त्रासदी हुई. यह सेवादार होते कौन हैं? 

  • Exclusive: "घटना दुखद और भयावह...", वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने हाथरस की घटना पर बाबा भोले का रखा पक्ष

    Exclusive: "घटना दुखद और भयावह...", वरिष्ठ वकील एपी सिंह ने हाथरस की घटना पर बाबा भोले का रखा पक्ष

    वरिष्ठ वकील ने कहा कि हम भी अपने सूत्रों से इस मामले की जांच करवाएंगे कि कौन लोग हैं जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया.

  • 121 लाशें, कई सवाल : मौत के इस 'सत्संग' पर आखिर कौन देगा जवाब?

    121 लाशें, कई सवाल : मौत के इस 'सत्संग' पर आखिर कौन देगा जवाब?

    भीड़ में विवेक नहीं होता... भीड़ भेड़ चाल में चलती है... यदि भीड़ को सुव्यवस्थित तरीके से नियंत्रित न किया जाए तो उसके अनुशासन तोड़ने में भी देर नहीं लगती. हाथरस (Hathras) में भीड़ के बेकाबू होने से बड़ा हादसा हुआ. इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई. ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति चिंता में डालने वाली है. देश में खास तौर पर धार्मिक आयोजनों में इस तरह की दुर्घटनाएं होती रही हैं लेकिन इन्हें रोकने के लिए अब तक कोई मैकेनिज्म विकसित नहीं हो सका है. यदि कोई व्यवस्था है भी तो, उसको लेकर प्रशासनिक प्रतिबद्धता के बजाय लापरवाही, सैकड़ों लोगों की मौत का कारण बनती है.

  • हाथरस में हुआ क्या? कैसे मची भगदड़ और बिछ गईं 121 लाशें; ग्राफिक्स से सब समझिए

    हाथरस में हुआ क्या? कैसे मची भगदड़ और बिछ गईं 121 लाशें; ग्राफिक्स से सब समझिए

    हाथरस से एटा की तरफ जाने वाले रास्ते पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस सत्संग में हिस्सा लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे.

  • Hathras Stampede: बाबाओं के सेवादारों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?

    Hathras Stampede: बाबाओं के सेवादारों के सामने क्यों बेबस है प्रशासन?

    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंचे. बाद में मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने सेवादारों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया.

  • हाथरस वाले 'बाबा' पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप, पुलिस की नौकरी से किया गया था बर्खास्त

    हाथरस वाले 'बाबा' पर लगे हैं यौन शोषण के आरोप, पुलिस की नौकरी से किया गया था बर्खास्त

    नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह है. वह कासगंज जिले के बहादुर नगर गांव का रहने वाले हैं.दलित परिवार से आने वाले 58 साल के सूरजपाल सिंह के तीन भाई थे. उसके सबसे बड़े भाई की मौत हो चुकी है.छोटे भाई राकेश अभी भी गांव में ही रहते हैं.

  • बाबा को छूने की चाह में गड्ढों और नालों में रौंदे गए भक्त, पढ़े हाथरस कांड में कब-कब क्या-क्या हुआ

    बाबा को छूने की चाह में गड्ढों और नालों में रौंदे गए भक्त, पढ़े हाथरस कांड में कब-कब क्या-क्या हुआ

    हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. राज्य सरकार ने इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है उन्हें दो-दो लाख रुपये और जो लोग घायल हुए हैं उन्हें 50-50 रुपये का मुआवजे का ऐलान किया है. इस हादसे को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने शोक संवेदना व्यक्त की थी. आज हम आपको 10 प्वाइंट्स में इस हादसे से जुड़ी एक-एक बाद सिलसिलेवार तरीके से बताने जा रहे हैं...

  • हाथरस में 121 मौतों का वो खौफनाक पल : जब बाबा के पैरों की धूल लेने लेटे लोग और फिर बिछने लगीं लाशें

    हाथरस में 121 मौतों का वो खौफनाक पल : जब बाबा के पैरों की धूल लेने लेटे लोग और फिर बिछने लगीं लाशें

    हाथरस के सत्संग में प्रशासन ने 80 हजार लोगों के शामिल होने की दी थी अनुमति. अयोजकों ने मिली अनुमति से कहीं ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने दिया. इस वजह से जब भगदड़ मची तो प्रशासन भीड़ को काबू नहीं कर पाई.

  • हाथरस सत्संग हादसा : लाशों के ढेर देख घबराए सिपाही को आया हार्ट अटैक, इलाज के दौरान मौत

    हाथरस सत्संग हादसा : लाशों के ढेर देख घबराए सिपाही को आया हार्ट अटैक, इलाज के दौरान मौत

    भगदड़ के बाद घटनास्थल और अस्पताल में जो खौफनाक मंजर था, उसे देख कोई भी सिहर जाएगा. घटनास्थल और सरकारी अस्पताल में लोग रोते-बिलखते हुए अपने की तलाश करते दिखाई दिए.

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