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'डेटा विशिष्टता' का प्रावधान क्या है, इसके लागू होने से दवाएं हो जाएंगी कितनी महंगी
- Monday December 23, 2024
- Edited by: राजेश कुमार आर्य
डेटा की विशिष्टता भारत के दवा, कृषि और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. यह कंपनियों को डेटा विशिष्टता अवधि के खत्म होने तक जेनेरिक या बायोसिमिलर उत्पादों के उत्पादन से रोकता है. इस वजह से पेटेंट खत्म होने के बाद भी दवाएं सस्ती नहीं हो पाती हैं.
- ndtv.in
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5 रुपये के पैरासिटामॉल के लिए कंपनियां वसूल रही हैं पांच गुना ज्यादा दाम, यहां से खरीदें सस्ती दवाएं
- Tuesday September 18, 2018
- प्रभात उपाध्याय
बुखार में इस्तेमाल होने वाले एक्लोफिनैक और पैरासिटामॉल सॉल्ट की जो टैबलेट जेनेरिक में 5 रुपये 70 पैसे का है, ब्रांड के नाम पर कंपनियां उसके लिए 23-30 रुपये तक वसूल लेती हैं. आप अपने नजदीकी जन औषधि केंद्र से जेनेरिक दवाएं खरीद सकते हैं.
- ndtv.in
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क्या-क्या मुसीबतें आएंगी 'सस्ते इलाज' के नए सपने की राह में...?
- Thursday April 20, 2017
- सुधीर जैन
नए-नए सपनों में सस्ते इलाज का एक और सपना जुड़ गया है. देश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत सबको पता है. महंगे इलाज की सुविधाएं जिस तरह बढ़ रही हैं, उससे हम अंदाज़ा लगा सकते हैं कि सबको स्वास्थ्य का हमारा इरादा किस तरह हारता चला जा रहा है.
- ndtv.in
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एफडीए की डॉक्टरों से अपील, ब्रांडेड की बजाय जेनरिक दवाओं पर जोर दें
- Tuesday April 14, 2015
मंहगी ब्रांडेड दवाओं की जगह सस्ती जेनरिक दवाओं का चलन बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफडीए ने प्रिस्क्रिप्शन का एक मॉडल फॉर्मेट बनाया है। जिसमें डॉक्टरों को दवाओं के ब्रांडेड नाम की बजाए कंटेंट यानी दवाई का नाम लिखने की सलाह दी गई है।
- ndtv.in
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जेनेरिक दवाओं की खरीद न करने से सरकार को घाटा : कैग
- Saturday September 7, 2013
- Bhasha
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ऊंचे मूल्य के दवा ब्रांड की खरीद के जरिये 9.25 करोड़ रुपये का गैर जरूरी खर्च करने के लिए केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) की खिंचाई की है।
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डेटा की विशिष्टता भारत के दवा, कृषि और सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. यह कंपनियों को डेटा विशिष्टता अवधि के खत्म होने तक जेनेरिक या बायोसिमिलर उत्पादों के उत्पादन से रोकता है. इस वजह से पेटेंट खत्म होने के बाद भी दवाएं सस्ती नहीं हो पाती हैं.
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5 रुपये के पैरासिटामॉल के लिए कंपनियां वसूल रही हैं पांच गुना ज्यादा दाम, यहां से खरीदें सस्ती दवाएं
- Tuesday September 18, 2018
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बुखार में इस्तेमाल होने वाले एक्लोफिनैक और पैरासिटामॉल सॉल्ट की जो टैबलेट जेनेरिक में 5 रुपये 70 पैसे का है, ब्रांड के नाम पर कंपनियां उसके लिए 23-30 रुपये तक वसूल लेती हैं. आप अपने नजदीकी जन औषधि केंद्र से जेनेरिक दवाएं खरीद सकते हैं.
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क्या-क्या मुसीबतें आएंगी 'सस्ते इलाज' के नए सपने की राह में...?
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नए-नए सपनों में सस्ते इलाज का एक और सपना जुड़ गया है. देश में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत सबको पता है. महंगे इलाज की सुविधाएं जिस तरह बढ़ रही हैं, उससे हम अंदाज़ा लगा सकते हैं कि सबको स्वास्थ्य का हमारा इरादा किस तरह हारता चला जा रहा है.
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एफडीए की डॉक्टरों से अपील, ब्रांडेड की बजाय जेनरिक दवाओं पर जोर दें
- Tuesday April 14, 2015
मंहगी ब्रांडेड दवाओं की जगह सस्ती जेनरिक दवाओं का चलन बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफडीए ने प्रिस्क्रिप्शन का एक मॉडल फॉर्मेट बनाया है। जिसमें डॉक्टरों को दवाओं के ब्रांडेड नाम की बजाए कंटेंट यानी दवाई का नाम लिखने की सलाह दी गई है।
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- Saturday September 7, 2013
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नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ऊंचे मूल्य के दवा ब्रांड की खरीद के जरिये 9.25 करोड़ रुपये का गैर जरूरी खर्च करने के लिए केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) की खिंचाई की है।
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