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सेना के जवान और कश्मीरी लड़के के बीच रोमांटिक रिश्ते पर आधारित फिल्म को NOC से इनकार, रक्षा राज्यमंत्री ने दिया ये तर्क
- Saturday February 12, 2022
- Reported by: ANI
लोकसभा में भाजपा सांसद वरुण गांधी को एक लिखित जवाब में भट्ट ने कहा कि स्वीकृति की प्रक्रिया मनमानी या भेदभावपूर्ण नहीं है और न ही यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करती है.
- ndtv.in
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भारत सरकार के कुछ कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के परस्पर विरोधी : शीर्ष अमेरिकी अधिकारी
- Saturday June 12, 2021
- Reported by: भाषा
थॉम्पसन ने कहा, ‘‘भारत मजबूत कानून व्यवस्था और स्वतंत्र न्यायपालिका के साथ दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है तथा उसकी अमेरिका के साथ मजबूत और बढ़ती रणनीतिक साझेदारी है. हालांकि भारत सरकार के कुछ कदमों ने चिंताएं पैदा की हैं जो उसके लोकतांत्रिक मूल्यों के परस्पर विरोधी हैं.’’
- ndtv.in
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लेखकों को अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए : तसलीमा नसरीन
- Monday January 11, 2016
- Edited by: Bhasha
भारत में निर्वासन में रह रही बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि अगर लेखकों के लेखन से कुछ लोगों या समूहों की भावनाएं आहत होती हैं तब भी उन्हें अभिव्यक्ति की अबाधित आजादी मिलनी चाहिए।
- ndtv.in
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सेना के जवान और कश्मीरी लड़के के बीच रोमांटिक रिश्ते पर आधारित फिल्म को NOC से इनकार, रक्षा राज्यमंत्री ने दिया ये तर्क
- Saturday February 12, 2022
- Reported by: ANI
लोकसभा में भाजपा सांसद वरुण गांधी को एक लिखित जवाब में भट्ट ने कहा कि स्वीकृति की प्रक्रिया मनमानी या भेदभावपूर्ण नहीं है और न ही यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करती है.
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भारत सरकार के कुछ कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के परस्पर विरोधी : शीर्ष अमेरिकी अधिकारी
- Saturday June 12, 2021
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थॉम्पसन ने कहा, ‘‘भारत मजबूत कानून व्यवस्था और स्वतंत्र न्यायपालिका के साथ दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है तथा उसकी अमेरिका के साथ मजबूत और बढ़ती रणनीतिक साझेदारी है. हालांकि भारत सरकार के कुछ कदमों ने चिंताएं पैदा की हैं जो उसके लोकतांत्रिक मूल्यों के परस्पर विरोधी हैं.’’
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लेखकों को अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए : तसलीमा नसरीन
- Monday January 11, 2016
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भारत में निर्वासन में रह रही बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि अगर लेखकों के लेखन से कुछ लोगों या समूहों की भावनाएं आहत होती हैं तब भी उन्हें अभिव्यक्ति की अबाधित आजादी मिलनी चाहिए।
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