Francois Holland
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
अनिल अंबानी को 1.3 लाख करोड़, पर आयुष्मान भारत के लिए 2 हजार करोड़ का झुनझुना, वाह मोदीजी वाह: राहुल गांधी
- Saturday September 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल के मुद्दे पर मोदी सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लेकर भी निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है और कहा है कि पीएम मोदी का प्रचार ही समाचार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ के लिए आवंटित राशि को लेकर शुक्रवार को सवाल खड़ा किया और आरोप लगाया कि ‘राफेल घोटाले में अनिल अंबानी को 130,000 करोड़ रुपये दिये गये, लेकिन इस योजना के लिए सिर्फ दो हजार करोड़ रुपये का ‘झुनझुना’ थमाया गया है.
- ndtv.in
-
रक्षा मंत्रालय की फाइल से खुले राज़, रफाल के कम दाम से किसे था एतराज़
- Thursday September 27, 2018
- रवीश कुमार
राफेल विमान या किसी भी रक्षा ख़रीद के लिए कांट्रेक्ट नेगोशिएशन कमेटी (CNC) के प्रमुख वायुसेना प्रमुख थे. फ्रांस की टीम से दर्जनों बार बातचीत के बाद अंतिम कीमत के नतीजे पर पहुंचा गया था.
- ndtv.in
-
15 दिन में राफेल डील से HAL का नाम कैसे कटा?
- Monday September 24, 2018
- रवीश कुमार
राफेल विमान पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान का अभी तक किसी ने खंडन नहीं किया है. फ्रांस सरकार ने उनके बयान पर नाख़ुशी ज़रूर ज़ाहिर की है मगर यह नहीं बताया है कि अनिल अंबानी का नाम किसकी तरफ से रखा गया था. फ्रांस्वा ओलांद ने भी अभी तक अपने बयान का खंडन नहीं किया है.
- ndtv.in
-
राफेल पर बवाल: राहुल पर अरुण जेटली का पलटवार- पब्लिक डिस्कोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं कि आप किसी को गले लगाओ या आंख मारो
- Sunday September 23, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे के बाद बैकफुट पर आ रही मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है और सीधा हमला बोला है. राफेल पर मचे बवाल के बाद अरुण जेटली ने राहुल गांधी के गले लगने और आंख मारने वाली घटना पर तंज कसा है और उनकी भाषा को लेकर भी उनकी बुद्धि पर सवाल उठाया है. दरअसल, फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के ने राफेल सौदे को लेकर खुलासा किया कि करीब 58,000 करोड़ रुपए के राफेल करार में दसाल्ट एविएशन के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस के नाम का प्रस्ताव भारत सरकार ने ही रखा था और फ्रांस के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था.
- ndtv.in
-
राफेल पर तकरार: फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद कांग्रेस और मोदी सरकार के बीच जुबानी जंग शुरू, 15 प्वाइंट्स में जानें पूरा विवाद
- Sunday September 23, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे के बाद भारत में सियासी घमासान जारी है. राफेल सौदे को लेकर भारी राजनीतिक विवाद पैदा होने पर सरकार ने शनिवार को कहा कि दसाल्ट के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का चयन करने में उसकी ‘कोई भूमिका’ नहीं थी. फ्रांस ने भी कहा कि इस सौदे के लिए किसी भारतीय औद्योगिक सहयोगी के चयन में वह किसी भी तरह शामिल नहीं था. उधर, राफेल विनिर्माता दसाल्ट एविएशन ने स्पष्ट किया है कि ऑफसेट की शर्तों को पूरा करने के लिए रिलायंस डिफेंस लिमिटेड से साझेदारी का फैसला उसका अपना था. हालांकि, फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद जहां एक ओर कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है, वहीं मोदी सरकार इस मामले में अपनी भूमिका से इनकार कर रही है. राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को लेकर सरकार पर राहुल गांधी के वार पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस को ‘‘भ्रष्टाचार की जननी’’ करार दिया और आरोप लगाया कि संप्रग शासन के दौरान बाहरी कारणों से राफेल सौदे को अंतिम रूप नहीं देने का दबाव था. वहीं राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि फ्रांस्वा ओलांद जो कह रहे हैं उसका मतलब यह है कि भारत के प्रधानमंत्री चोर हैं.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर बोले राहुल गांधी: फ्रांस्वा ओलांद भारत के प्रधानमंत्री को चोर कह रहे हैं
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद (Francois Hollande) के बयान के बाद भारत में सियासी घमासान मच गया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. बयान के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. राहुल गांधी ने मीडिया के सामने सबसे पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान को पढ़ा.
- ndtv.in
-
राफेल सौदे पर राहुल गांधी हमलावर , बोले- प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी के साथ सेना पर ऐसे की 'सर्जिकल स्ट्राइक'
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद कि भारत सरकार ने ही उन्हें अनिल अंबानी का नाम सुझाया था, पर भारत में अब सियासी घमासान जारी हो गया है. काफी समय से मोदी सरकार पर राफेल में घोटाले का आरोप लगा रही कांग्रेस को फ्रांस्वा ओलांदे के बयान ने मजबूती दी है और अब राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. शनिवार को राहुल गांधी ने ताजा ट्वीट कर एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरा और पीएम मोदी पर जवानों की शहादत का अपमान करने का आरोप लगाया. बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की.
- ndtv.in
-
एन इवनिंग इन पेरिस: डील, डीलर और पीएम
- Saturday September 22, 2018
- रवीश कुमार
एफ़िल टावर के नीचे बहती सीन नदी की हवा बनारस वाले गंगा पुत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेरिस की शाम का हिसाब मांगने आ गई है. 10 अप्रैल 2015 की पेरिस यात्रा सिरे से संदिग्ध हो गई है. गंगा के सामने सीन बहुत छोटी नदी है लेकिन वो गंगा से बेहतर बहती है. उसके किनारे खड़ा एफ़िल टावर बनारस के पुल की तरह यूं ही हवा के झोंके से गिर नहीं जाता है. प्रधानमंत्री कब तक गंगा पुत्र भीष्म की तरह चुप्पी साधे रहेंगे. क्या अंबानी के लिए ख़ुद को इस महाभारत में भीष्म बना देंगे? न कहा जा रहा है न बचा जा रहा हैय
- ndtv.in
-
राफेल पर सियासी घमासान: अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर हमला, PM मोदी से पूछे ये 3 बड़े सवाल
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हमले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने कई ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है और इस मामले में तीन सवाल पूछे हैं. आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार से सवाल पूछा कि आखिर केंद्र सरकार ने अनिल अंबानी को ही यह ठेका क्यों दिलवाया? गौरतलब है कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे.
- ndtv.in
-
Rafale Deal Live Updates: ओलांद ने प्रधानमंत्री को 'चोर' कहा, सफाई दें मोदी : राहुल गांधी
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद (Francois Hollande) के बयान के बाद भारत में सियासी घमासान मच गया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर ओलांद के खुलासे के बाद अब अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर हमला: ‘क्या देश को और धोखा दिया जा सकता है’
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद मोदी सरकार बैकफुट पर आ गई है. कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर हो चुकी है और एक के बाद एक हमला बोल रही हैं. राहुल गांधी के हमले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने भी मोदी सरकार से सच सामने लाए जाने की मांग की. बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद फ्रांस सरकार ने दिया बयान
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के ख़ुलासे के बाद इस मामले पर फ्रांस ने बयान दिया है. कहा कि फ्रांस की सरकार किसी भी तरह से फ्रेंच कंपनी की ओर से चुनी गई, चुनी जा रही या जाने वाले भारतीय पार्टनर के चयन में शामिल नहीं है.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा खुलासा, भारत सरकार ने ही दिया था रिलायंस का नाम, 10 बातें
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे. उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था. 'मीडियापार्ट फ्रांस' नाम के अख़बार ने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से पूछा कि रिलायंस को किसने चुना और क्यों चुना तो फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि भारत की सरकार ने ही रिलायंस को प्रस्तावित किया था. ओलांद के इस खुलासे के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के साथ विश्वासघात किया, तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केजरीवाल ने कहा कि 'प्रधानमंत्री जी सच बोलिए. इस बीच रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान से जुड़ी इस रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं.
- ndtv.in
-
क्या है राफेल सौदे का सच?
- Friday September 21, 2018
- रवीश कुमार
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे राफेल मामले में तूफान मच सकता है. फ्रांस की मीडिया में ओलांद का यह बयान काफी सनसनी फैला चुका है. वहां के पत्रकार फ्रांस्वा ओलंद के इस बयान को खूब ट्वीट कर रहे हैं. यह एक ऐसा बयान है जो राफेल मामले में सरकार को नए सिरे से कटघरे में खड़ा करती है. आपको याद होगा कि जब अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे. उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के खुलासे के बाद राहुल का PM मोदी पर हमला, देश से विश्वासघात करने का लगाया आरोप
- Friday September 21, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'देश के साथ विश्वासघात किया और सैनिकों के लहू का अपमान किया.' राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री ने बंद कमरे में राफेल सौदे को लेकर बातचीत की और इसे बदलवाया. फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया.'
- ndtv.in
-
अनिल अंबानी को 1.3 लाख करोड़, पर आयुष्मान भारत के लिए 2 हजार करोड़ का झुनझुना, वाह मोदीजी वाह: राहुल गांधी
- Saturday September 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल के मुद्दे पर मोदी सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लेकर भी निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है और कहा है कि पीएम मोदी का प्रचार ही समाचार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ के लिए आवंटित राशि को लेकर शुक्रवार को सवाल खड़ा किया और आरोप लगाया कि ‘राफेल घोटाले में अनिल अंबानी को 130,000 करोड़ रुपये दिये गये, लेकिन इस योजना के लिए सिर्फ दो हजार करोड़ रुपये का ‘झुनझुना’ थमाया गया है.
- ndtv.in
-
रक्षा मंत्रालय की फाइल से खुले राज़, रफाल के कम दाम से किसे था एतराज़
- Thursday September 27, 2018
- रवीश कुमार
राफेल विमान या किसी भी रक्षा ख़रीद के लिए कांट्रेक्ट नेगोशिएशन कमेटी (CNC) के प्रमुख वायुसेना प्रमुख थे. फ्रांस की टीम से दर्जनों बार बातचीत के बाद अंतिम कीमत के नतीजे पर पहुंचा गया था.
- ndtv.in
-
15 दिन में राफेल डील से HAL का नाम कैसे कटा?
- Monday September 24, 2018
- रवीश कुमार
राफेल विमान पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान का अभी तक किसी ने खंडन नहीं किया है. फ्रांस सरकार ने उनके बयान पर नाख़ुशी ज़रूर ज़ाहिर की है मगर यह नहीं बताया है कि अनिल अंबानी का नाम किसकी तरफ से रखा गया था. फ्रांस्वा ओलांद ने भी अभी तक अपने बयान का खंडन नहीं किया है.
- ndtv.in
-
राफेल पर बवाल: राहुल पर अरुण जेटली का पलटवार- पब्लिक डिस्कोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं कि आप किसी को गले लगाओ या आंख मारो
- Sunday September 23, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे के बाद बैकफुट पर आ रही मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार किया है और सीधा हमला बोला है. राफेल पर मचे बवाल के बाद अरुण जेटली ने राहुल गांधी के गले लगने और आंख मारने वाली घटना पर तंज कसा है और उनकी भाषा को लेकर भी उनकी बुद्धि पर सवाल उठाया है. दरअसल, फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के ने राफेल सौदे को लेकर खुलासा किया कि करीब 58,000 करोड़ रुपए के राफेल करार में दसाल्ट एविएशन के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस के नाम का प्रस्ताव भारत सरकार ने ही रखा था और फ्रांस के पास कोई अन्य विकल्प नहीं था.
- ndtv.in
-
राफेल पर तकरार: फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद कांग्रेस और मोदी सरकार के बीच जुबानी जंग शुरू, 15 प्वाइंट्स में जानें पूरा विवाद
- Sunday September 23, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे के बाद भारत में सियासी घमासान जारी है. राफेल सौदे को लेकर भारी राजनीतिक विवाद पैदा होने पर सरकार ने शनिवार को कहा कि दसाल्ट के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का चयन करने में उसकी ‘कोई भूमिका’ नहीं थी. फ्रांस ने भी कहा कि इस सौदे के लिए किसी भारतीय औद्योगिक सहयोगी के चयन में वह किसी भी तरह शामिल नहीं था. उधर, राफेल विनिर्माता दसाल्ट एविएशन ने स्पष्ट किया है कि ऑफसेट की शर्तों को पूरा करने के लिए रिलायंस डिफेंस लिमिटेड से साझेदारी का फैसला उसका अपना था. हालांकि, फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद जहां एक ओर कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगा रही है, वहीं मोदी सरकार इस मामले में अपनी भूमिका से इनकार कर रही है. राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को लेकर सरकार पर राहुल गांधी के वार पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस को ‘‘भ्रष्टाचार की जननी’’ करार दिया और आरोप लगाया कि संप्रग शासन के दौरान बाहरी कारणों से राफेल सौदे को अंतिम रूप नहीं देने का दबाव था. वहीं राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि फ्रांस्वा ओलांद जो कह रहे हैं उसका मतलब यह है कि भारत के प्रधानमंत्री चोर हैं.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर बोले राहुल गांधी: फ्रांस्वा ओलांद भारत के प्रधानमंत्री को चोर कह रहे हैं
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद (Francois Hollande) के बयान के बाद भारत में सियासी घमासान मच गया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. बयान के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. राहुल गांधी ने मीडिया के सामने सबसे पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान को पढ़ा.
- ndtv.in
-
राफेल सौदे पर राहुल गांधी हमलावर , बोले- प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी के साथ सेना पर ऐसे की 'सर्जिकल स्ट्राइक'
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद कि भारत सरकार ने ही उन्हें अनिल अंबानी का नाम सुझाया था, पर भारत में अब सियासी घमासान जारी हो गया है. काफी समय से मोदी सरकार पर राफेल में घोटाले का आरोप लगा रही कांग्रेस को फ्रांस्वा ओलांदे के बयान ने मजबूती दी है और अब राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. शनिवार को राहुल गांधी ने ताजा ट्वीट कर एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरा और पीएम मोदी पर जवानों की शहादत का अपमान करने का आरोप लगाया. बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की.
- ndtv.in
-
एन इवनिंग इन पेरिस: डील, डीलर और पीएम
- Saturday September 22, 2018
- रवीश कुमार
एफ़िल टावर के नीचे बहती सीन नदी की हवा बनारस वाले गंगा पुत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेरिस की शाम का हिसाब मांगने आ गई है. 10 अप्रैल 2015 की पेरिस यात्रा सिरे से संदिग्ध हो गई है. गंगा के सामने सीन बहुत छोटी नदी है लेकिन वो गंगा से बेहतर बहती है. उसके किनारे खड़ा एफ़िल टावर बनारस के पुल की तरह यूं ही हवा के झोंके से गिर नहीं जाता है. प्रधानमंत्री कब तक गंगा पुत्र भीष्म की तरह चुप्पी साधे रहेंगे. क्या अंबानी के लिए ख़ुद को इस महाभारत में भीष्म बना देंगे? न कहा जा रहा है न बचा जा रहा हैय
- ndtv.in
-
राफेल पर सियासी घमासान: अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर हमला, PM मोदी से पूछे ये 3 बड़े सवाल
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हमले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने कई ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है और इस मामले में तीन सवाल पूछे हैं. आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार से सवाल पूछा कि आखिर केंद्र सरकार ने अनिल अंबानी को ही यह ठेका क्यों दिलवाया? गौरतलब है कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे.
- ndtv.in
-
Rafale Deal Live Updates: ओलांद ने प्रधानमंत्री को 'चोर' कहा, सफाई दें मोदी : राहुल गांधी
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद (Francois Hollande) के बयान के बाद भारत में सियासी घमासान मच गया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर ओलांद के खुलासे के बाद अब अरविंद केजरीवाल का मोदी सरकार पर हमला: ‘क्या देश को और धोखा दिया जा सकता है’
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल सौदे (Rafale Deal) को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद मोदी सरकार बैकफुट पर आ गई है. कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर हमलावर हो चुकी है और एक के बाद एक हमला बोल रही हैं. राहुल गांधी के हमले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने भी मोदी सरकार से सच सामने लाए जाने की मांग की. बता दें कि राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस्वा ओलांद के खुलासे के बाद फ्रांस सरकार ने दिया बयान
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के ख़ुलासे के बाद इस मामले पर फ्रांस ने बयान दिया है. कहा कि फ्रांस की सरकार किसी भी तरह से फ्रेंच कंपनी की ओर से चुनी गई, चुनी जा रही या जाने वाले भारतीय पार्टनर के चयन में शामिल नहीं है.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा खुलासा, भारत सरकार ने ही दिया था रिलायंस का नाम, 10 बातें
- Saturday September 22, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने बड़ा ख़ुलासा किया है. उनका कहना है कि अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था. उनके पास और कोई विकल्प नहीं था. एक फ़्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में ओलांद ने कहा कि भारत सरकार के नाम सुझाने के बाद ही दसॉल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस से बात शुरू की. बता दें कि अप्रैल 2015 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे. उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था. 'मीडियापार्ट फ्रांस' नाम के अख़बार ने पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से पूछा कि रिलायंस को किसने चुना और क्यों चुना तो फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि भारत की सरकार ने ही रिलायंस को प्रस्तावित किया था. ओलांद के इस खुलासे के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के साथ विश्वासघात किया, तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केजरीवाल ने कहा कि 'प्रधानमंत्री जी सच बोलिए. इस बीच रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान से जुड़ी इस रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं.
- ndtv.in
-
क्या है राफेल सौदे का सच?
- Friday September 21, 2018
- रवीश कुमार
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे राफेल मामले में तूफान मच सकता है. फ्रांस की मीडिया में ओलांद का यह बयान काफी सनसनी फैला चुका है. वहां के पत्रकार फ्रांस्वा ओलंद के इस बयान को खूब ट्वीट कर रहे हैं. यह एक ऐसा बयान है जो राफेल मामले में सरकार को नए सिरे से कटघरे में खड़ा करती है. आपको याद होगा कि जब अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए थे तब फ्रांस्वा ओलांद ही राष्ट्रपति थे. उन्हीं के साथ राफेल विमान का करार हुआ था.
- ndtv.in
-
राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के खुलासे के बाद राहुल का PM मोदी पर हमला, देश से विश्वासघात करने का लगाया आरोप
- Friday September 21, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'देश के साथ विश्वासघात किया और सैनिकों के लहू का अपमान किया.' राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री ने बंद कमरे में राफेल सौदे को लेकर बातचीत की और इसे बदलवाया. फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद कि अब हमें पता चला कि उन्होंने (मोदी) दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों डॉलर का सौदा दिलवाया.'
- ndtv.in