The PM personally negotiated & changed the #Rafale deal behind closed doors. Thanks to François Hollande, we now know he personally delivered a deal worth billions of dollars to a bankrupt Anil Ambani.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2018
The PM has betrayed India. He has dishonoured the blood of our soldiers.
उधर कांग्रेस ने कहा कि 'सफेद झूठ' पकड़ा गया और 'चौकीदार' इस मामले में 'गुनहगार' है. फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक ओलांद ने कथित तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में फ्रांस की विमान बनाने वाली कंपनी दसाल्ट एविएशन के ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था.
#Rafale घोटाले में मोदी सरकार हुई बेनक़ाब।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 21, 2018
राष्ट्रीय सुरक्षा की दुहाई देने वाले ही देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।
जान लीजिए - सत्य के रास्ते में व्यवधान डाला जा सकता है, सत्य कभी पराजित नहीं होता।
सत्यमेव जयते।
हमारा बयान- pic.twitter.com/ysYU0Dsi1G
इस खबर को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'सफ़ेद झूठ का पर्दाफ़ाश हुआ. प्रधानमंत्री के सांठगांठ वाले पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 30 हजार करोड़ रुपये के ऑफसेट कांट्रैक्ट से वंचित किया गया. इसमें मोदी सरकार की मिलीभगत और साजिश का खुलासा हो गया है.' उन्होंने कहा, 'अब सफेद झूठ पकड़ा गया है. साफ है कि चौकीदार सिर्फ भागीदार नहीं, गुनहगार है.'
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कटाक्ष करते हुए कहा, 'फ्रांस्वा ओलांद को यह भी बताना चाहिए कि 2012 में जो विमान 590 करोड़ रुपये का था, वो 2015 में 1690 करोड़ रुपये का कैसे हो गया. 1100 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.' कांग्रेस यह आरोप लगाती रही है कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में किए गए समझौते की तुलना में बहुत अधिक है, जिससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया, जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस को दिया गया.
प्रधान मंत्री जी सच बोलिए। देश सच जानना चाहता है। पूरा सच।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 21, 2018
रोज़ भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं। लोगों को अब यक़ीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज़ एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी? https://t.co/gR9pWoqgnZ
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मामले में पीएम मोदी पर हमला बोला, केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी सच बोलिए. देश सच जानना चाहता है. पूरा सच. रोज भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं. लोगों को अब यकीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी?'
VIDEO : राफेल डील को लेकर बड़ा खुलासा
उधर, रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान से जुड़ी इस रिपोर्ट की हम जांच कर रहे हैं कि भारत सरकार ने दसौं एवियेशन की ऑफ़सेट साझेदार के तौर पर एक ख़ास कंपनी का नाम दिया. ये बात फिर दुहराते हैं कि कारोबारी निर्णय में न भारत सरकार की भूमिका थी न फ़्रेंच सरकार की.
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