Farmers Distress
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उत्तर प्रदेश: फसल कटाई के लिए मजदूर न मिलने से परेशान किसान ने फांसी लगाई
- Sunday April 12, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: शहादत
उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है. मृत किसान के परिजनों ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश के पानी में डूबकर मसूर की फसल सड़ गई थी और अब गेहूं की फसल पककर खेत में खड़ी बर्बाद हो रही है. रामभवन दो दिन से फसल काटने के लिए गांव में मजदूर ढूंढ रहा था, मगर बंद लागू होने की वजह से मजदूर नहीं मिल रहे थे.
- ndtv.in
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क्यों ग़ायब हैं किसानों के मुद्दे किसानों के ही देश से...?
- Monday April 15, 2019
- कन्हैया कुमार
सरकार को यह समझना होगा कि जब ज़रूरत ओपन-हार्ट सर्जरी की हो, तो बैंड-एड देकर इलाज नहीं किया जा सकता. असली मसला तो खेती को बचाने का है, ऐसा हुआ, तो किसान ख़ुद-ब-ख़ुद बच जाएंगे.
- ndtv.in
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मध्य प्रदेश : किसानों ने बताई अपनी परेशानी तो अफसर ने कहा, खेती छोड़कर बन जाओ मजदूर
- Sunday November 19, 2017
- Reported by: अनुराग द्वारी
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राधेश्याम जुलानिया ने किसानों से कहा कि भावांतर योजना में सरकार किसानों को इतना दे रही है और अगर ये भी कम पड़ रहा है तो नरेगा में मजदूर बन जाओ या पंचायत का चुनाव लड़कर सरपंच बन जाओ, क्योंकि सरपंची में आजकल ज्यादा कमाई हो रही है.
- ndtv.in
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प्राइम टाइम इंट्रो : खेती से हारे, अब भाषा से हारते किसान
- Friday March 17, 2017
- रवीश कुमार
संसाधन से लेकर संपादकीय पसंद जैसे तमाम कारणों से दिल्ली से चलने वाले स्थानीय किंतु राष्ट्रीय कहलाने वाले चैनलों की दुनिया में दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत का आगमन तभी होता जब वहां ऐसा कुछ होता है जिसका तालुल्क भाषा से कम हो, हल्ला हंगामा या तमाशा से ज़्यादा हो. आज के मीडिया जगत में तमाशा की कोई भाषा नहीं होती है. तमाशा हो तो हिन्दी चैनलों पर फ्रांस की घटना भी भारत की ज़रूरी ख़बरों से ज़्यादा जगह घेर लेगी.
- ndtv.in
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प्राइम टाइम इंट्रो : आरबीआई की शर्तों से शादियों का खर्च फंसा
- Tuesday November 22, 2016
- रवीश कुमार
शादी ब्याह की अपनी एक अर्थव्यवस्था होती है. कई तरह के रोज़गारों को इससे सहायता मिलती है. वो सब ठप्प से पड़ गए. रिजर्व बैंक की गाइडलाइन से अगर दूल्हा-दुल्हन बैंक की लाइन में घंटों खड़े रहेंगे या उनके माता-पिता रहेंगे तो बाकी तैयारी का काम कौन देखेगा. बहुत से लोग शादी के लिए उधार लेते हैं, घर बेचते हैं. यह सब पैसा कैसे बैंक में जमा होगा.
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उत्तर प्रदेश: फसल कटाई के लिए मजदूर न मिलने से परेशान किसान ने फांसी लगाई
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उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है. मृत किसान के परिजनों ने बताया कि बेमौसम हुई बारिश के पानी में डूबकर मसूर की फसल सड़ गई थी और अब गेहूं की फसल पककर खेत में खड़ी बर्बाद हो रही है. रामभवन दो दिन से फसल काटने के लिए गांव में मजदूर ढूंढ रहा था, मगर बंद लागू होने की वजह से मजदूर नहीं मिल रहे थे.
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- Monday April 15, 2019
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सरकार को यह समझना होगा कि जब ज़रूरत ओपन-हार्ट सर्जरी की हो, तो बैंड-एड देकर इलाज नहीं किया जा सकता. असली मसला तो खेती को बचाने का है, ऐसा हुआ, तो किसान ख़ुद-ब-ख़ुद बच जाएंगे.
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- Sunday November 19, 2017
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शादी ब्याह की अपनी एक अर्थव्यवस्था होती है. कई तरह के रोज़गारों को इससे सहायता मिलती है. वो सब ठप्प से पड़ गए. रिजर्व बैंक की गाइडलाइन से अगर दूल्हा-दुल्हन बैंक की लाइन में घंटों खड़े रहेंगे या उनके माता-पिता रहेंगे तो बाकी तैयारी का काम कौन देखेगा. बहुत से लोग शादी के लिए उधार लेते हैं, घर बेचते हैं. यह सब पैसा कैसे बैंक में जमा होगा.
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