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Draught In Marathwada

'Draught In Marathwada' - 9 News Result(s)
  • स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    क्या आपने इस तरह की तस्वीर कभी देखी है? ज़रा गौर से देखिए इन तस्वीरों को। यह कोई रेगिस्तान की तस्वीरें नहीं हैं बल्कि हिंदुस्तान के कुछ सूखा प्रभावित इलाकों की तस्वीरें हैं। उस इलाकों की तस्वीर हैं जहां सूखे की वजह से सब कुछ सूख गया है। लोगों के सुख-शांति सब कुछ।

  • देश के 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट, तेज गर्मी से जलाशय सूखे

    देश के 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट, तेज गर्मी से जलाशय सूखे

    देश में 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। यानी देश के करीब आधे जिलों में पीने के पानी का संकट है। तेज गर्मी की वजह से जलाशय सूख रहे हैं और पानी का संकट गहराता जा रहा है।

  • मराठवाड़ा में विकराल सूखा, जैसलमेर के रेगिस्तान में भरपूर जल

    मराठवाड़ा में विकराल सूखा, जैसलमेर के रेगिस्तान में भरपूर जल

    'हमारे गांव में पानी पीने की समस्या है। हमारे गांव में जानवरों को चारा नहीं है। मजदूरी करने वालों को काम नही हैं।' यह पंक्तियां हैं महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक किसान नंद कुशाल गिरी की चिट्ठी की जो आज स्वराज अभियान के संयोजक योगेन्द्र यादव ने एक सम्मेलन में पढ़ीं।

  • मराठवाड़ा के सूखा पीड़ित किसानों को समय रहते नहीं मिल रही सरकारी मदद

    मराठवाड़ा के सूखा पीड़ित किसानों को समय रहते नहीं मिल रही सरकारी मदद

    बीड़ में सूखे से प्रभावित किसानों की मदद के लिए महाराष्ट्र सरकार कई कार्यक्रम चला रही है, इनको लागू करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है, लेकिन कई जगहों पर किसान इससे निराश हैं। खासकर फसल बीमा योजना को लेकर कई किसानों की शिकायत है कि बीमे की रकम मिलने में बहुत परेशानी और देर होती है।

  • मराठवाड़ा में किसान ने की आत्महत्या, परिजनों का आरोप - 'सरकार हमें मार रही है'

    मराठवाड़ा में किसान ने की आत्महत्या, परिजनों का आरोप - 'सरकार हमें मार रही है'

    यह आत्महत्या नहीं हत्या है। मराठवाड़ा के सूखाग्रस्त इलाके में एक किसान की मौत पर उसके परिजनों का यह आरोप है। बारिश की बूंदें बरसी नहीं है, जलाशयों में 6 फीसदी से भी कम पानी बचा है, ऐसे में मॉनसून का इंतजार किसानों पर बहुत भारी पड़ रहा है।

  • आठ साल की लड़की ने सूखा प्रभावित किसानों को दे दिए अपनी गुल्‍लक में बचाए पैसे

    आठ साल की लड़की ने सूखा प्रभावित किसानों को दे दिए अपनी गुल्‍लक में बचाए पैसे

    नागपुर की रहने वाली आठ वर्षीय राशिका जोशी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलकर अपनी गुल्लक की बचत राशि को सूखा प्रभावित किसानों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दिया।

  • महाराष्ट्र में इस साल कपास से नहीं आस, पानी की कमी से फसल बर्बाद

    महाराष्ट्र में इस साल कपास से नहीं आस, पानी की कमी से फसल बर्बाद

    देश में सबसे ज्यादा कपास महाराष्ट्र और गुजरात में होता है, लेकिन इस बार हालात जुदा हैं। बरसात की कमी से महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में कपास की फसल लगभग बर्बाद हो गई है। किसानों को शिकायत बीटी कॉटन से भी है। उनका कहना है कि कपास के पुराने बीज कम बरसात में भी ठीक पैदावार देते थे।

  • ग्राउंड रिपोर्ट : मराठवाड़ा का 'सोना' जल चुका है, किसान हैं बेहाल

    ग्राउंड रिपोर्ट : मराठवाड़ा का 'सोना' जल चुका है, किसान हैं बेहाल

    मराठवाड़ा का सोना जल चुका है, ये सोना है, मौसंबी, जो मराठवाड़ा में किसानों की आमदनी का मुख्य जरिया था, लेकिन 3-4 सालों के सूखे ने इस सोने को खत्म कर दिया है। किसान अपने हाथों से मौसंबी के पेड़ काटने को मजबूर हैं।

  • ग्राउंड जीरो रिपोर्ट : लहलहाती फसल हो गई बरबाद, किसान खुदकुशी को मजबूर

    ग्राउंड जीरो रिपोर्ट : लहलहाती फसल हो गई बरबाद, किसान खुदकुशी को मजबूर

    महाराष्ट्र के मराठवाडा में सोने जैसी फसल होने के बावजूद वहां किसानों के हालात खस्ता है। किसान खुदकुशी करने को मजबूर हैं। मराठवाडा में मौसमी और कपास की शानदार फसल हुआ करती थी। लेकिन फिलहाल हालात ऐसे हैं कि खड़ी फसल बरबाद हो चुकी है।

'Draught In Marathwada' - 3 Video Result(s)
'Draught In Marathwada' - 9 News Result(s)
  • स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    स्वराज अभियान ने किया खुलासा : सूखा प्रभावित इलाकों में सरकार की 'सूखी मदद'

    क्या आपने इस तरह की तस्वीर कभी देखी है? ज़रा गौर से देखिए इन तस्वीरों को। यह कोई रेगिस्तान की तस्वीरें नहीं हैं बल्कि हिंदुस्तान के कुछ सूखा प्रभावित इलाकों की तस्वीरें हैं। उस इलाकों की तस्वीर हैं जहां सूखे की वजह से सब कुछ सूख गया है। लोगों के सुख-शांति सब कुछ।

  • देश के 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट, तेज गर्मी से जलाशय सूखे

    देश के 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट, तेज गर्मी से जलाशय सूखे

    देश में 13 राज्यों के 306 जिलों में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। यानी देश के करीब आधे जिलों में पीने के पानी का संकट है। तेज गर्मी की वजह से जलाशय सूख रहे हैं और पानी का संकट गहराता जा रहा है।

  • मराठवाड़ा में विकराल सूखा, जैसलमेर के रेगिस्तान में भरपूर जल

    मराठवाड़ा में विकराल सूखा, जैसलमेर के रेगिस्तान में भरपूर जल

    'हमारे गांव में पानी पीने की समस्या है। हमारे गांव में जानवरों को चारा नहीं है। मजदूरी करने वालों को काम नही हैं।' यह पंक्तियां हैं महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक किसान नंद कुशाल गिरी की चिट्ठी की जो आज स्वराज अभियान के संयोजक योगेन्द्र यादव ने एक सम्मेलन में पढ़ीं।

  • मराठवाड़ा के सूखा पीड़ित किसानों को समय रहते नहीं मिल रही सरकारी मदद

    मराठवाड़ा के सूखा पीड़ित किसानों को समय रहते नहीं मिल रही सरकारी मदद

    बीड़ में सूखे से प्रभावित किसानों की मदद के लिए महाराष्ट्र सरकार कई कार्यक्रम चला रही है, इनको लागू करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है, लेकिन कई जगहों पर किसान इससे निराश हैं। खासकर फसल बीमा योजना को लेकर कई किसानों की शिकायत है कि बीमे की रकम मिलने में बहुत परेशानी और देर होती है।

  • मराठवाड़ा में किसान ने की आत्महत्या, परिजनों का आरोप - 'सरकार हमें मार रही है'

    मराठवाड़ा में किसान ने की आत्महत्या, परिजनों का आरोप - 'सरकार हमें मार रही है'

    यह आत्महत्या नहीं हत्या है। मराठवाड़ा के सूखाग्रस्त इलाके में एक किसान की मौत पर उसके परिजनों का यह आरोप है। बारिश की बूंदें बरसी नहीं है, जलाशयों में 6 फीसदी से भी कम पानी बचा है, ऐसे में मॉनसून का इंतजार किसानों पर बहुत भारी पड़ रहा है।

  • आठ साल की लड़की ने सूखा प्रभावित किसानों को दे दिए अपनी गुल्‍लक में बचाए पैसे

    आठ साल की लड़की ने सूखा प्रभावित किसानों को दे दिए अपनी गुल्‍लक में बचाए पैसे

    नागपुर की रहने वाली आठ वर्षीय राशिका जोशी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलकर अपनी गुल्लक की बचत राशि को सूखा प्रभावित किसानों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर दिया।

  • महाराष्ट्र में इस साल कपास से नहीं आस, पानी की कमी से फसल बर्बाद

    महाराष्ट्र में इस साल कपास से नहीं आस, पानी की कमी से फसल बर्बाद

    देश में सबसे ज्यादा कपास महाराष्ट्र और गुजरात में होता है, लेकिन इस बार हालात जुदा हैं। बरसात की कमी से महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में कपास की फसल लगभग बर्बाद हो गई है। किसानों को शिकायत बीटी कॉटन से भी है। उनका कहना है कि कपास के पुराने बीज कम बरसात में भी ठीक पैदावार देते थे।

  • ग्राउंड रिपोर्ट : मराठवाड़ा का 'सोना' जल चुका है, किसान हैं बेहाल

    ग्राउंड रिपोर्ट : मराठवाड़ा का 'सोना' जल चुका है, किसान हैं बेहाल

    मराठवाड़ा का सोना जल चुका है, ये सोना है, मौसंबी, जो मराठवाड़ा में किसानों की आमदनी का मुख्य जरिया था, लेकिन 3-4 सालों के सूखे ने इस सोने को खत्म कर दिया है। किसान अपने हाथों से मौसंबी के पेड़ काटने को मजबूर हैं।

  • ग्राउंड जीरो रिपोर्ट : लहलहाती फसल हो गई बरबाद, किसान खुदकुशी को मजबूर

    ग्राउंड जीरो रिपोर्ट : लहलहाती फसल हो गई बरबाद, किसान खुदकुशी को मजबूर

    महाराष्ट्र के मराठवाडा में सोने जैसी फसल होने के बावजूद वहां किसानों के हालात खस्ता है। किसान खुदकुशी करने को मजबूर हैं। मराठवाडा में मौसमी और कपास की शानदार फसल हुआ करती थी। लेकिन फिलहाल हालात ऐसे हैं कि खड़ी फसल बरबाद हो चुकी है।

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