'Hindu Muslim debate'
- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स- India | Reported by: नेहाल किदवई, Edited by: वर्तिका |मंगलवार फ़रवरी 8, 2022 06:56 PM ISTKarnataka Hijab Row: एक वीडियो में दिखता है कि कॉलेज बिल्डिंग में भगवा पट्टे डाले लड़कों ने बुर्का पहनी लड़की के सामने "जय श्री राम" के नारे लगाए तो मुस्लिम लड़की ने भी जवाब में ज़ोर से कहा "अल्लाह हू अकबर."
- Blogs | रवीश कुमार |शनिवार सितम्बर 15, 2018 06:51 PM ISTजब आंखों पर धर्मांन्धता और धार्मिक गौरव की परतें चढ़ जाती हैं तब चढ़ाने वाले को पता होता है कि अब लोगों को कुछ नहीं दिखेगा. इसीलिए अमित शाह कहते हैं कि बीजेपी पचास साल राज करेगी. कहते हैं कि हम अख़लाक़ के बाद भी जीते. क्या वे किसी की हत्या के लिए किसी भीड़ का धन्यवाद ज्ञापन कर रहे हैं?
- Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार अगस्त 21, 2018 06:38 PM ISTआज की राजनीति नौजवानों आपको चुपके से एक नारा थमा रही है. तुम हमें वोट दो, हम तुम्हें हिन्दू मुस्लिम डिबेट देंगे. इस डिबेट में तुम्हारे जीवन के दस-बीस साल टीवी के सामने और चाय की दुकानों पर आराम से कट जाएंगे.
- Blogs | प्रियदर्शन |शुक्रवार अप्रैल 13, 2018 04:36 PM ISTकठुआ की घटना से द्रवित मेनका गांधी पॉक्सो यानी यौन उत्पीड़न से बच्चों के संरक्षण के क़ानून में अब बलात्कार के लिए फांसी की सज़ा जोड़ना चाहती हैं. इससे पहले बीजेपी शासित तीन राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में नाबालिग से बलात्कार पर बलात्कार का क़ानून बना चुकी है. बहुत सारे लोगों को लगता है कि बलात्कार के लिए फांसी की सज़ा होगी तो मुजरिम डरेंगे. लेकिन फांसी कैसे होगी?
- Blogs | रवीश कुमार |शनिवार अप्रैल 14, 2018 01:27 PM ISTसाल 2012 का दिसबंर था. एक अंग्रेज़ी अख़बार में निर्भया के साथ बलात्कार और फिर हत्या की ख़बर विस्तार से छपी थी. उसी शाम या उसके अगले दिन वो ख़बर टीवी पर सवार होती है और देखते देखते दो तीन दिनों के भीतर जैसे जैसे उस कांड की एक एक कहानी लोगों तक पहुंचनी शुरू होती है, लोग घरों से बाहर आने लगते हैं. शुरूआत लेफ्ट से जुड़े महिला संगठनों ने की थी मगर बाद में वो आंदोलन पहले दिल्ली का हुआ है, फिर देश का हो गया.
- Blogs | रवीश कुमार |गुरुवार अप्रैल 12, 2018 08:19 PM ISTक्या बात है कोई मुझे कठुआ और उन्नाव रेप केस के लिए ललकार नहीं रहा है, जैसे बंगाल और केरल को लेकर ललकारते हैं? सारा तिरंगा जम्मू चला गया है क्या? एक सड़ी हुई राजनीति के बीमार लोगों से पूछता हूं कि वे कब तक यहां और वहां का मैच खेलेंगे.
- भारतीय अर्थव्यवस्था का तीस साल में सबसे ख़राब प्रदर्शन, हिन्दू मुस्लिम डिबेट प्रोजेक्ट का स्वर्ण युगBlogs | रवीश कुमार |शुक्रवार जनवरी 26, 2018 12:10 AM ISTइंडियन एक्सप्रेस में अर्थशास्त्री कौशिक बसु का लेख पढ़िए. बता रहे हैं कि भारत की जीडीपी का तीस साल का औसत निकालने पर 6.6 प्रतिशत आता है. इस वक्त भारत इस औसत से नीचे प्रदर्शन कर रहा है. पहली दो तिमाही में ग्रोथ 5.7 प्रतिशत और 6.3 प्रतिशत रहा है.