Bollywood | Written by: सुनीता हंसराज |शनिवार मार्च 23, 2024 06:17 AM IST बात दरअसल साल 1943 की है जब घरवालों ने आनंद बक्शी साहब को जम्मू के एक बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया था. परिवार का कहना था कि घर से दूर गुरुकुल में रहेगा तो पिंडी ( अब रावलपिंडी, पाकिस्तान) के वो कंजर दोस्त छूट जाएंगे