Blogs | नीता शर्मा |शुक्रवार दिसम्बर 16, 2016 09:31 AM IST मुझे तब समाज पर बहुत गुस्सा आया था, जिसने सड़क पर अर्द्धनग्न पड़ी एक लड़की पर चादर डालने की ज़हमत भी नहीं उठाई... आज भी महिपालपुर की उस सड़क से गुज़रती हूं, तो वहां रहने वालों को ध्यान से देखती हूं, और मन में सोचती हूं - आख़िर क्यों इन्होंने उस लड़की की मदद नहीं की...