Satoru Iwata, AFP
जापान:
ओकायो : जापान की वीडियोगेम की कंपनी Ninetendo के चीफ़ एक्जीक्यूटिव Satoru Iwata का 55 साल की उम्र में कैंसर से निधन हो गया है।
Satoru की असमय मौत से वीडियो गेम की इस कंपनी को बढ़ा धक्का लगा है। Satoru ने कुछ ही महीने पहले कंपनी की Consoles Only Policy को रोक दिया था और स्मार्ट फोन गेम का मार्केट आगे बढ़ाने की कोशिश की थी।
क्योटो स्थित कंपनी की तरफ़ से जारी किए गए एक वक्तव्य़ में कहा गया कि Satoru Iwata की मौत से कंपनी को काफ़ी नुकसान होगा। Ninetendo के बनाए कार्टून कैरेक्टर Donkey Kong और Pokemon बच्चों के बीच काफ़ी लोकप्रिय है।
Satoru Iwata ने पिछले ही साल अपनी बीमारी की ख़बर सार्वजनिक की थी, उन्होंने 2014 जून में कंपनी की शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में भी हिस्सा नहीं लिया था। हालांकि तब उनकी बीमारी की गंभीरता के बारे में किसी को कुछ पता नहीं था।
बीमारी की जानकारी
उसके बाद भी Satoru लगातार कंपनी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे और इसी साल मई महीने में उन्होंने कंपनी की फाइनेंशियल नतीजों की घोषणा की थी।
उसी दौरान उन्होंने कहा था, ‘हाल में हुई मेडिकल जांच में मेरे पित्त की नलिकाओं में कुछ असामान्य ग्रोथ पाया गया है लेकिन मैं खुशकिस्मत हूं कि इसके बारे में मुझे शुरुआत में ही पता चल गया है और मेरी सेहत पर इसका ज्य़ादा असर नहीं हुआ है। डॉक्टरों की सलाह पर मैंने उसकी सर्जरी भी करवा ली है और अब मैं बिल्कुल ठीक हूं।’
लेकिन ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार 'बाइल डक्ट' कैंसर की बीमारी काफी कम लोगों को होती है, लेकिन ये काफ़ी खतरनाक होता है और इसका असर 65 साल से उपर के उम्र के लोगों को ज्य़ादा होती है।
Satoru Iwata ने अपने करियर की शुरुआत एक प्रोग्रामर के तौर पर की थी और साल 2002 में Nintendo ज्वाइन करने के सिर्फ़ दो साल बाद कंपनी के चीफ़ एक्जीक्यूटिव बन गए थे।
Satoru Iwata कंपनी की कुछ काफी अच्छे ब्रांड का इस्तेमाल मोबाइल एप्लिकेशन पर न करने देने के अपने फैसले के कारण काफी आलोचना भी झेल चुके थे।
Satoru की असमय मौत से वीडियो गेम की इस कंपनी को बढ़ा धक्का लगा है। Satoru ने कुछ ही महीने पहले कंपनी की Consoles Only Policy को रोक दिया था और स्मार्ट फोन गेम का मार्केट आगे बढ़ाने की कोशिश की थी।
क्योटो स्थित कंपनी की तरफ़ से जारी किए गए एक वक्तव्य़ में कहा गया कि Satoru Iwata की मौत से कंपनी को काफ़ी नुकसान होगा। Ninetendo के बनाए कार्टून कैरेक्टर Donkey Kong और Pokemon बच्चों के बीच काफ़ी लोकप्रिय है।
Satoru Iwata ने पिछले ही साल अपनी बीमारी की ख़बर सार्वजनिक की थी, उन्होंने 2014 जून में कंपनी की शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में भी हिस्सा नहीं लिया था। हालांकि तब उनकी बीमारी की गंभीरता के बारे में किसी को कुछ पता नहीं था।
बीमारी की जानकारी
उसके बाद भी Satoru लगातार कंपनी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे और इसी साल मई महीने में उन्होंने कंपनी की फाइनेंशियल नतीजों की घोषणा की थी।
उसी दौरान उन्होंने कहा था, ‘हाल में हुई मेडिकल जांच में मेरे पित्त की नलिकाओं में कुछ असामान्य ग्रोथ पाया गया है लेकिन मैं खुशकिस्मत हूं कि इसके बारे में मुझे शुरुआत में ही पता चल गया है और मेरी सेहत पर इसका ज्य़ादा असर नहीं हुआ है। डॉक्टरों की सलाह पर मैंने उसकी सर्जरी भी करवा ली है और अब मैं बिल्कुल ठीक हूं।’
लेकिन ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार 'बाइल डक्ट' कैंसर की बीमारी काफी कम लोगों को होती है, लेकिन ये काफ़ी खतरनाक होता है और इसका असर 65 साल से उपर के उम्र के लोगों को ज्य़ादा होती है।
Satoru Iwata ने अपने करियर की शुरुआत एक प्रोग्रामर के तौर पर की थी और साल 2002 में Nintendo ज्वाइन करने के सिर्फ़ दो साल बाद कंपनी के चीफ़ एक्जीक्यूटिव बन गए थे।
Satoru Iwata कंपनी की कुछ काफी अच्छे ब्रांड का इस्तेमाल मोबाइल एप्लिकेशन पर न करने देने के अपने फैसले के कारण काफी आलोचना भी झेल चुके थे।
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