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This Article is From Sep 18, 2017

82 फीसदी भारतीय इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते...

दुनियाभर में करवाए गए एक सर्वे के मुताबिक भारतीय इंटरनेट यूज़रों का सबसे बड़ा हिस्सा ऐसा रहा, जिसका कहना था कि उनका गुज़ारा इंटरनेट के बिना चल ही नहीं सकता.

82 फीसदी भारतीय इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते...
82 फीसदी भारतीयों का कहना है कि वे इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं...
नई दिल्ली: यूं तो दुनिया में सबसे ज़्यादा इंटरनेट यूज़र चीन में हैं, और भारत का नंबर उसके बाद आता है, लेकिन अगर यह पूछा जाए कि इंटरनेट यूज़रों में से कितने लोगों का गुज़ारा उसके बिना चल ही नहीं सकता, तो भले ही आप यकीन करें या न करें, भारतीयों को इंटरनेट सबसे ज़्यादा पसंद है. दुनियाभर में करवाए गए एक सर्वे के मुताबिक भारतीय इंटरनेट यूज़रों का सबसे बड़ा हिस्सा ऐसा रहा, जिसका कहना था कि उनका गुज़ारा इंटरनेट के बिना चल ही नहीं सकता.

Statista द्वारा 23 देशों के 18,180 लोगों के बीच करवाए गए इस सर्वे के मुताबिक, सिर्फ 18 फीसदी भारतीयों का काम इंटरनेट के बिना चल पाता है, जबकि 82 फीसदी इंटरनेट के अभाव में ज़िन्दगी की कल्पना ही नहीं कर पाते हैं. इंटरनेट यूज़रों के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर मौजूद चीन की 77 प्रतिशत आबादी इंटरनेट के बिना गुज़ारा करने में अक्षम है, जबकि यूके में यह प्रतिशत 78 है.

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इसके बाद चौथे और पांचवें स्थान पर जर्मनी और अमेरिका हैं, जहां की 73 फीसदी जनसंख्या इंटरनेट के बिना रह ही नहीं सकती है. अमेरिका के पीछे इस सूची में रूस, स्पेन और फ्रांस हैं, जहां के क्रमशः 66, 65 और 64 फीसदी लोगों के मुताबिक उनका गुज़ारा इंटरनेट के बिना मुमकिन नहीं हो पाएगा. इटली और जापान इस सूची में नौवें और 10वें पायदान पर हैं, जहां की 62 फीसदी आबादी इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर पाती है.

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सर्वे का यह भी कहना है कि वर्ष 2022 तक भारत में इंटरनेट यूज़रों की संख्या 54 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 51 करोड़ को पार कर जाएगी, जबकि आज की तारीख में यह आंकड़ा 33 करोड़ से कुछ ज़्यादा है. दिलचस्प तथ्य यह है कि भारत में फिलहाल मोबाइल फोन इंटरनेट यूज़रों का प्रतिशत लगभग 24 है, जिसके 2022 में लगभग 35 फीसदी हो जाने का अनुमान लगाया गया है.

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