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This Article is From Sep 30, 2011

'सफेद हाथी' में तब्दील हो रहे हैं राष्ट्रमंडल खेल स्थल

राष्ट्रीय खेल महासंघ आवासीय सुविधाओं की कमी और उच्च किराए के डर से इन आयोजन स्थलों पर कोई बड़ा टूर्नामेंट कराने से बच रहा है।
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नई दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बनाए गए खेल स्थल धीरे-धीरे 'सफेद हाथी' के रूप में तब्दील होते जा रहे हैं। राष्ट्रीय खेल महासंघ आवासीय सुविधाओं की कमी और उच्च किराए के डर से इन आयोजन स्थलों पर अभ्यास शिविर या कोई बड़ा टूर्नामेंट कराने से बच रहा हैं तो दूसरी तरफ कई आयोजन स्थल ऐसे हैं जिनकी हालत एक वर्ष के भीतर ही खस्ता होने लगी है। वर्ष 2010 में नई दिल्ली में आयोजित 19वें राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए 19 स्थलों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए। भारतीय ओलिंपिक संघ के अधिकारियों को यह डर सताने लगा है कि कहीं ये विशाल स्टेडियम जल्द ही 'सफेद हाथी' के रूप में तब्दील न हो जाएं। अधिकारियों का कहना है कि यदि इन स्टेडियमों को खिलाड़ियों और खेल संघों के लिए नहीं खोला गया तो इनका भी हालत वही होगा जो फीफा विश्व कप के बाद दक्षिण अफ्रीका के स्टेडियमों का हुआ है। आखिर इन आयोजन स्थलों पर राष्ट्रीय शिविर क्यों नहीं आयोजित किए जाते? महासंघ इन स्टेडियमों में आवासीय सुविधाओं की कमी का हवाला देते हैं। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के निदेशक एमएल डोगरा ने कहा, "जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आवासीय सुविधाओं की कमी की वजह से एएफआई अपना शिविर एनआईएस, पटियाला या भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अन्य स्थलों पर आयोजित कराना पसंद करेगा।" उन्होंने कहा, "हम राष्ट्रीय शिविर एनआईएस, पटियाला, साई के कोलकाता, बेंगलुरू या कालीकट के द ऊषा स्कूल ऑफ एथलेटिक्स में आयोजित करना पसंद करेंगे क्योंकि यहां आवासीय सुविधाएं अच्छी है। हम नेहरू स्टेडियम को तात्कालिक शिविर के लिए तरजीह देते हैं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरआई) के महासचिव बलजीत सिंह सेठी ने भी डोगरा की बातों से सहमति जताई। एनआरआई ने राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में अब तक एक सज्जन सिंह मेमोरियल चैम्पियनशिप आयोजित करा सका है। सेठी ने कहा, "हमने आवासीय सुविधाओं की वजह से अपना राष्ट्रीय शिविर पुणे के बालेवाडी स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स में लगाया है। कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज शहर के बाहर है और यहां राष्ट्रीय शिविर आयोजित करना हमारे लिए महंगा है। हमने निशानेबाजी रेंज में मंत्रालय से खेल हॉस्टल मुहैया करने के लिए अनुरोध किया है।" उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 3-14 अक्टूबर तक राष्ट्रमंडल खेलों का अयोजन किया गया था। कुछ इसी तरह का हाल बाकी के स्टेडियमों का है। यमुना स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से तीरंदाजी के तीन राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट आयोजित किए गए हैं जबकि एक बड़ा टेबल टेनिस टूर्नामेंट यहां दिसम्बर में आयोजित किया जाएगा।

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