सेरेना ने अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला बेहद आसानी से जीता (फाइल फोटो)
मेलबर्न:
पूर्व वर्ल्ड नंबर वन महिला टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने साल के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियनशिप के महिला वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. अमेरिकी खिलाड़ी ने यहां ब्रिटिश प्लेयर जोहान कोंटा को सीधे सेटों में 6-2, 6-3 से शिकस्त देते हुए अंतिम चार में अपना स्थान सुनिश्चित किया जहां उनका सामना एक अन्य अनुभवी खिलाड़ी मिरजाना लुसिच बारोनी से होगा. रॉड लेवर एरेना में सेरेना ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए कोंटा के लगातार नौ मैच जीतने के अभियान पर विराम लगा दिया. अपनी इस जीत के साथ उन्होंने ओपन युग में स्टेफी ग्राफ के 22 खिताब के रिकॉर्ड को भंग करने तथा अपनी बड़ी वीनस विलियम्स के साथ फाइनल की संभावना भी बरकरार रखी.
वीनस पहले ही सेमीफाइनल में स्थान बना चुकी हैं जहां उनकी टक्कर हमवतन कोको वेंडेवेगे से होगी. सेरेना को हालांकि अपनी उम्मीदें बरकरार रखने के लिये लुसिच बारोनी को हराना होगा जिन्होंने पांचवीं वरीयता प्राप्त कारोलिना पिलिसकोवा को 6-4, 3-6, 6-4 से हराया है.
कोंटा के खिलाफ सेरेना का मैच लगभग एकतरफा रहा और 35 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार 10वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई. यही नहीं, वह ओवरआल 34वीं बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रहीं. सेरेना ने मैच के बाद कोंटा की तारीफ की और उन्हें भविष्य की चैंपियन बताया. सेरेना ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा खेल रही है. वह भविष्य की चैंपियन हैं. मैं वास्तव में उस पर जीत दर्ज करके खुश हूं.
वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं.
वीनस पहले ही सेमीफाइनल में स्थान बना चुकी हैं जहां उनकी टक्कर हमवतन कोको वेंडेवेगे से होगी. सेरेना को हालांकि अपनी उम्मीदें बरकरार रखने के लिये लुसिच बारोनी को हराना होगा जिन्होंने पांचवीं वरीयता प्राप्त कारोलिना पिलिसकोवा को 6-4, 3-6, 6-4 से हराया है.
कोंटा के खिलाफ सेरेना का मैच लगभग एकतरफा रहा और 35 वर्षीय अमेरिकी खिलाड़ी ने लगातार 10वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में जगह बनाई. यही नहीं, वह ओवरआल 34वीं बार ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के अंतिम चार में पहुंचने में सफल रहीं. सेरेना ने मैच के बाद कोंटा की तारीफ की और उन्हें भविष्य की चैंपियन बताया. सेरेना ने कहा, ‘वह बहुत अच्छा खेल रही है. वह भविष्य की चैंपियन हैं. मैं वास्तव में उस पर जीत दर्ज करके खुश हूं.
वीनस के बाद उनकी छोटी बहन सेरेना के भी सेमीफाइनल में पहुंचने से यह ओपन युग में पहला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट बन गया है जिसमें 35 या इससे अधिक उम्र की दो महिला खिलाड़ी अंतिम चार में पहुंची हैं. यही नहीं] लुसिच बारोनी भी 34 साल की हैं. लुसिच जब किशोरी थीं तब उन्होंने टेनिस में धमाकेदार आगाज किया था लेकिन निजी कारणों से उनका करियर ठहर सा गया था. अब उन्होंने शानदार वापसी की और 18 साल बाद किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम चार में जगह बनाई. इन चारों में कोको वेंडवेगे ही सबसे युवा खिलाड़ी हैं. अमेरिका की यह 25 वर्षीय खिलाड़ी पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं.
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