कर्स्टन ने कहा, मैंने कभी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा, जो प्रत्येक मैच में जीत के लिए हरसंभव कोशिश करता है। वह एक संपूर्ण व्यक्ति है।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
Mumbai:
भारतीय टीम के निवर्तमान कोच गैरी कर्स्टन ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि कप्तान ने न सिर्फ उदाहरण पेश करते हुए अगुवाई की और मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की, बल्कि टीम के हारने पर उन्हें सबसे ज्यादा दुख भी हुआ। कर्स्टन ने कहा, धोनी ने कप्तानी में उदाहरण पेश किया। मैंने कभी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा, जो प्रत्येक मैच में जीत के लिए हरसंभव कोशिश करता है। वह एक संपूर्ण व्यक्ति है। मैंने कभी उसे अपना आपा खोते हुए नहीं देखा। वह जिम्मेदारी लेना पसंद करता है और जब टीम हारती है, तो सबसे अधिक दुखी वही होता है। उन्होंने कहा, वह महान कप्तान है। वह अगले कुछ सालों तक कप्तान बना रहेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। कर्स्टन ने जब भारतीय क्रिकेट में कोचिंग का पद संभाला, तो उन्हें इसका पिछला अनुभव नहीं था। दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि वह ऐसा माहौल तैयार करना चाहते थे, जिसमें टीम खुश रहे और इसके लिए वह बहुत हद तक स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर पर निर्भर थे। उन्होंने कहा, मानव प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण होता है। आपको क्रिकेटर को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका देना होता है। यह प्रत्येक को समझने, उनकी क्षमताओं पर काम करने और उनकी तकनीक को बदले बिना उनमें सुधार करना है। कर्स्टन ने कहा, मैं ऐसा माहौल तैयार करना चाहता था, जिसमें टीम खुश रहे और टीम की तरह महसूस करे। इस मामले में सचिन मेरे लिए नेतृत्वकर्ता थे। उन्होंने कहा कि यदि तेंदुलकर 2015 विश्व कप तक खेलते हैं, तो यह काफी अच्छा रहेगा, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि तब तक वह उम्रदराज हो जाएंगे और अब वह सोच-समझकर आगे की योजना बनाएंगे। कर्स्टन ने कहा, 2015 तक वह 42 साल के हो जाएंगे। मुझे लगता है कि (यदि वह विश्व कप में खेलते हैं) यह अच्छा रहेगा। वह संन्यास नहीं लेना चाहते, क्योंकि वह खेल का लुत्फ उठा रहे हैं। मुझे उन पर गर्व है। लेकिन उनकी उम्र बढ़ रही है और आगे उन्हें यह योजना बनानी होगी कि किस मैच में खेलना है और किसमें नहीं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
क्रिकेट, गैरी कर्स्टन, धोनी