पीवी सिंधु (फाइल फोटो)
- पीवी सिंधु ने जीता कोरिया ओपन सुपर सीरीज का खिताब
- पीवी सिंधु ने जापान की ओहुकारा को हराया
- पीवी सिंधु ने ओहुकारा को 22-20, 11-21, 21-18 से मात दी है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
कोरिया ओपन सुपर सीरीज़ के फ़ाइनल में टक्कर दो बराबर के खिलाड़ियों के बीच थी. वर्ल्ड नंबर 5 पीवी सिंधु के सामने वर्ल्ड नंबर 6 जापान की नोज़ोमी ओकुहारा थीं. शुरुआत में ही लंबी रैली के पॉइंट्स ने साफ किया कि दोनों में से कोई भी खिलाड़ी पीछे हटने वालों में से नहीं है. इन खिलाड़ियों के बीच एक के बाद एक जोरदार रैली देखने को मिली. 14-13 के स्कोर पर सिंधु ने 36 शॉट्स की रैली के साथ स्कोर 14-14 से बराबर किया. दोनों के बीच इससे पहले हुए 7 मैचों में स्कोरलाइन 4-3 से ओकुहारा के पक्ष में थीं, जिसे वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद सिंधु इस फाइनल में जीत के साथ बराबर करना चाहती थीं. 17-16 के स्कोर पर 42 शॉट की रैली के साथ सिंधु ने स्कोर 17-17 से बराबर किया. 18-20 से पिछड़ने के बाद सिंधु ने 22-20 से पहला गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में ओकुहारा ने अपना प्रहार और तेज कर दिया और पहले हाफ में 11-6 की बढ़त बनाई.
यह भी पढ़ें: बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को मिली बड़ी उपलब्धि, आंध्र प्रदेश में डिप्टी कलेक्टर का पद संभाला
सिंधु पर दूसरे ही गेम में थकान नजर आने लगी थी. ओकुहारा ने दूसरा गेम 21-11 से जीत कर मैच में 1-1 से बराबरी की. तीसरे और फाइनल गेम में लय ओकुहारा के पास थी और दबाव सिंधु पर. ओकुहारा की बेजा गलतियों के साथ सिंधु की उम्मीदें बनी हुई थीं. ओकुहारा के एरर्स के चलते अब दबाव में आने की बारी उनकी थी. तीसरे गेम के पहले हाफ़ के बाद स्कोर 11-5 से सिंधु के पक्ष में था. ओकुहारा ने इसके बाद मैच में वापस आनी शुरू किया और स्कोर 15-13 हुआ.
सिंधु अब भी 2 पॉइंट आगे थीं. सिंधु ने मौका नहीं गंवाया और 17-14 की स्कोरलाइन पर 28 शॉट की रैली के साथ 18-14 से अपने पक्ष में मैच को करती दिखीं. फिर 56 शॉट्स की मैच की सबसे लंबी रैली के साथ सिंधु ने 19-16 से बढ़त बनाई और आखिरकार 21-18 से गेम जीतकर कोरिया ओपन सुपर सीरीज़ टाइटल जीता और वर्ल्ड चैंपियनशिप में हार का बदला ओकुहारा से ले लिया.
सिंधु का तीसरा सुपर सीरीज खिताब
2016 में चाइना ओपन और फिर इसी साल इंडिया ओपन के बाद अब कोरिया ओपन, सिंधु के तीनों ही खिताब ओलिंपिक रजत पदक के बाद आए हैं. सुपर सीरीज़ के अलावा सिंधु के अहम पदकों पर नजर डालें तो रियो में ऐतिहासिक रजत पदक के बाद उन्होंने ग्लासगो वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत जीता.
VIDEO: सिंधु, दीपा, साक्षी और जीतू राय को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
इससे पहले वह 2014 और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी थीं. 2014 में एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों में भी सिंधु के नाम कांस्य पदक हैं.
यह भी पढ़ें: बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को मिली बड़ी उपलब्धि, आंध्र प्रदेश में डिप्टी कलेक्टर का पद संभाला
सिंधु पर दूसरे ही गेम में थकान नजर आने लगी थी. ओकुहारा ने दूसरा गेम 21-11 से जीत कर मैच में 1-1 से बराबरी की. तीसरे और फाइनल गेम में लय ओकुहारा के पास थी और दबाव सिंधु पर. ओकुहारा की बेजा गलतियों के साथ सिंधु की उम्मीदें बनी हुई थीं. ओकुहारा के एरर्स के चलते अब दबाव में आने की बारी उनकी थी. तीसरे गेम के पहले हाफ़ के बाद स्कोर 11-5 से सिंधु के पक्ष में था. ओकुहारा ने इसके बाद मैच में वापस आनी शुरू किया और स्कोर 15-13 हुआ.
सिंधु अब भी 2 पॉइंट आगे थीं. सिंधु ने मौका नहीं गंवाया और 17-14 की स्कोरलाइन पर 28 शॉट की रैली के साथ 18-14 से अपने पक्ष में मैच को करती दिखीं. फिर 56 शॉट्स की मैच की सबसे लंबी रैली के साथ सिंधु ने 19-16 से बढ़त बनाई और आखिरकार 21-18 से गेम जीतकर कोरिया ओपन सुपर सीरीज़ टाइटल जीता और वर्ल्ड चैंपियनशिप में हार का बदला ओकुहारा से ले लिया.
सिंधु का तीसरा सुपर सीरीज खिताब
2016 में चाइना ओपन और फिर इसी साल इंडिया ओपन के बाद अब कोरिया ओपन, सिंधु के तीनों ही खिताब ओलिंपिक रजत पदक के बाद आए हैं. सुपर सीरीज़ के अलावा सिंधु के अहम पदकों पर नजर डालें तो रियो में ऐतिहासिक रजत पदक के बाद उन्होंने ग्लासगो वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत जीता.
VIDEO: सिंधु, दीपा, साक्षी और जीतू राय को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
इससे पहले वह 2014 और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी थीं. 2014 में एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों में भी सिंधु के नाम कांस्य पदक हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं