चीन की चौथी वरीयता प्राप्त ली ना ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने के लिए मजबूती से कदम आगे बढ़ाए, लेकिन सेरेना विलियम्स को बाहर का रास्ता दिखाने वाली एना इवानोविक और पुरुष वर्ग में तीसरी वरीयता प्राप्त डेविड फेरर क्वार्टर फाइनल से आगे बढ़ने में नाकाम रहे।
ली ना ने इटली की फ्लेविया पेनेटा को 6-2, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। उनका अगला मुकाबला अपने से 12 वर्ष छोटी कनाडा की किशोरी इयुगेनी बूचार्ड से होगा, जिन्होंने विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी इवानोविक को तीन सेट तक चले मुकाबले में 5-7, 7-5, 6-2 से हराया।
इस बीच, पुरुष वर्ग में स्पेन के डेविड फेरर का अभियान क्वार्टर फाइनल में ही थम गया। उन्हें चेक गणराज्य के सातवीं वरीयता प्राप्त टामस बर्डिच ने तीन घंटे से अधिक समय तक चले मैच में 6-1, 6-4, 2-6, 6-4 से पराजित किया। बर्डिच पहली बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।
मेलबर्न में दो बार फाइनल में पहुंचने वाली 31-वर्षीय चीनी खिलाड़ी ली ना यहां कभी खिताब नहीं जीत पाई हैं। वह 2011 में किम क्लिस्टर्स और पिछले साल विक्टोरिया अजारेंका से हार गई थी। इस बार फिर ली और अजारेंका के बीच फाइनल की संभावना जताई जा रही है। ली ने पेनेटा के खिलाफ शानदार खेल दिखाकर जता दिया कि वह सही समय पर अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटी है।
उन्होंने कहा, मैं आज के अपने खेल से वास्तव में खुश हूं। मुझे कल विश्राम का मौका मिलेगा। मैं (कोच) कालरेस रोड्रिग्स और अपनी टीम से बात करके अगले दौर की तैयारी कर सकती हूं।
उधर, एना इवानोविक को हराने वाली कनाडा की बूचार्ड ने कहा, वह बहुत अच्छा खेल रही थी। मैंने संघर्ष जारी रखा और आक्रामक खेल दिखाया। इवानोविक ने बूचार्ड के बारे में कहा, वह युवा है और मुझे लगता है कि उसका भविष्य उज्ज्वल है। वह आक्रामक खिलाड़ी है। कुछ अवसरों पर उसके खेल को समझना आसान नहीं होता है। पुरुष एकल में बर्डिच ने फेरर पर जीत के साथ ही सभी चारों ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना पूरा कर लिया।
बर्डिच ने कहा, डेविड के खिलाफ हमेशा मैच काफी कड़ा होता है। तीसरे सेट मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ टेनिस नहीं खेल रहा था। इस सेट में मैं थोड़ा उतार-चढ़ाव से गुजरा। इसके बाद मैंने फिर अपने खेल पर ध्यान दिया और चौथे सेट में अपनी सर्विस पर एक मुश्किल गेम बचाया। इसके बाद मैंने ब्रेक प्वाइंट लिया, जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ।
बर्डिच ने विश्वसनीय शुरुआत की और पहले दो सेट आसानी से जीते। तीसरी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन सेमीफाइनल में पहुंचने की कवायद में लगे फेरर ने तीसरा सेट जीतकर अच्छी वापसी की। बर्डिच ने हालांकि चौथे सेट के पांचवें गेम में उनकी सर्विस तोड़ दी और फिर मैच अपने नाम किया। जिरी नोवाक (2002) के बाद बर्डिच चेक गणराज्य के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई।
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