नई दिल्ली:
79 साल की उम्र में सैप ब्लैटर दुनिया भर में फुटबॉल को संचालित करने वाली संस्था फ़ीफ़ा के पांचवीं बार अध्यक्ष चुने गए हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने के बाद और जॉर्डन के प्रिंस अली के विरोध के बावजूद ब्लैटर फ़ीफ़ा पर अपनी पकड़ कायम रखने में कामयाब रहे। उनके बारे में 10 खास बातों पर एक नजर डालते हैं -
1. सैप ब्लैटर लगातार पांचवीं बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए हैं। पहली बार ब्लैटर 1998 में फीफा अध्यक्ष बने थे, इसके बाद से वे लगातार फुटबॉल की दुनिया के बादशाह बने हुए हैं।
2. सैप ब्लैटर का जन्म स्विटजरलैंड के दूरस्थ इलाके विस्प में 1936 में हुआ था। ब्लैटर फुटबॉल की दुनिया में बादशाह बनने से पहले कई तरह के काम में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। अपनी युवावस्था में वे वेडिंग सिंगर थे, यानी शादियों में गाने गाते थे। इसके बाद वे स्पोर्ट्स राइटर और पब्लिक रिलेशन का काम करने लगे।
3. फुटबॉल की दुनिया में जुड़ने से पहले वे एक स्विस वॉच कंपनी में डिपार्टमेंटल डायरेक्टर थे। उनकी यही नौकरी उनके लिए फुटबॉल की दुनिया में प्रवेश का जरिया बनी। इसी नौकरी के चलते उन्हें 1972 और 1976 में ओलिंपिक में ऑफिशयल टाइमकीपर की जिम्मेदारी मिली।
4. ओलिंपिक में टाइमकीपर की भूमिका निभाने के अनुभव के चलते सैप ब्लैटर 1975 में टेक्नीकल डायरेक्टर के तौर पर फीफा से जुड़े।
5. फीफा में ब्लैटर को बड़ी जिम्मेदारी 1981 में मिली, जब वे फीफा के महासचिव चुने गए। दरअसल ब्लैटर की दूसरी पत्नी बारबारा कासेर, फीफा के पूर्व महासचिव हेलमंट कासेर की बेटी थीं। शादी करने के बाद ब्लैटर ने हेलमंट वाली जिम्मेदारी भी संभाल ली।
6. 17 साल महासचिव रहने के बाद ब्लैटर 1998 में पहली बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए। तब से उनकी बादशाहत कायम है। इसकी सबसे बड़ी वजह अफ्रीकी और एशियाई देशों का समर्थन है। अफ्रीकी संघ के 54 और एशियाई संघ के 46 वोटों की वजह से ब्लैटर लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, जबकि यूरोपीय संघ उनका विरोध करता रहा है।
7. सैप ब्लैटर का कार्यकाल विवादों से भी भरा रहा है। ख़ासकर महिला फुटबॉल पर उनकी प्रतिक्रिया को लेकर काफी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था लड़कियों को छोटे-छोटे कपड़ों में फुटबॉल खेलना चाहिए, इससे खेल लोकप्रिय होगा।
8. सैप ब्लैटर हमेशा पत्रकारों को याद दिलाते रहते हैं कि वे एक समय स्पोर्ट्स राइटर रह चुके हैं और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ़ स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के सदस्य रह चुके हैं।
9. सैप ब्लैटर फ्रेंच, इटालियन, अंग्रेजी, जर्मनी और स्पेनिश भाषा धारा प्रवाह बोल लेते हैं। उन्होंने तीन शादियां की हैं और उनकी एक बेटी है, जो उनके अपने होमटाउन विस्प में रेस्टोरेंट चलाती हैं।
10. फीफा के अध्यक्ष के तौर पर सैप ब्लैटर को कितना वेतन मिलता है, इसको अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। हालांकि 2011 में ब्लैटर ने खुद का वेतन 10 लाख डॉलर सालाना बताया था। लेकिन माना जाता है कि उनका वेतन इससे कई गुना ज्यादा है। इतना ही नहीं उन पर 2002 से ही वित्तीय अनियमितिताओं के आरोप लगते रहे हैं।
1. सैप ब्लैटर लगातार पांचवीं बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए हैं। पहली बार ब्लैटर 1998 में फीफा अध्यक्ष बने थे, इसके बाद से वे लगातार फुटबॉल की दुनिया के बादशाह बने हुए हैं।
2. सैप ब्लैटर का जन्म स्विटजरलैंड के दूरस्थ इलाके विस्प में 1936 में हुआ था। ब्लैटर फुटबॉल की दुनिया में बादशाह बनने से पहले कई तरह के काम में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। अपनी युवावस्था में वे वेडिंग सिंगर थे, यानी शादियों में गाने गाते थे। इसके बाद वे स्पोर्ट्स राइटर और पब्लिक रिलेशन का काम करने लगे।
3. फुटबॉल की दुनिया में जुड़ने से पहले वे एक स्विस वॉच कंपनी में डिपार्टमेंटल डायरेक्टर थे। उनकी यही नौकरी उनके लिए फुटबॉल की दुनिया में प्रवेश का जरिया बनी। इसी नौकरी के चलते उन्हें 1972 और 1976 में ओलिंपिक में ऑफिशयल टाइमकीपर की जिम्मेदारी मिली।
4. ओलिंपिक में टाइमकीपर की भूमिका निभाने के अनुभव के चलते सैप ब्लैटर 1975 में टेक्नीकल डायरेक्टर के तौर पर फीफा से जुड़े।
5. फीफा में ब्लैटर को बड़ी जिम्मेदारी 1981 में मिली, जब वे फीफा के महासचिव चुने गए। दरअसल ब्लैटर की दूसरी पत्नी बारबारा कासेर, फीफा के पूर्व महासचिव हेलमंट कासेर की बेटी थीं। शादी करने के बाद ब्लैटर ने हेलमंट वाली जिम्मेदारी भी संभाल ली।
6. 17 साल महासचिव रहने के बाद ब्लैटर 1998 में पहली बार फीफा के अध्यक्ष चुने गए। तब से उनकी बादशाहत कायम है। इसकी सबसे बड़ी वजह अफ्रीकी और एशियाई देशों का समर्थन है। अफ्रीकी संघ के 54 और एशियाई संघ के 46 वोटों की वजह से ब्लैटर लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, जबकि यूरोपीय संघ उनका विरोध करता रहा है।
7. सैप ब्लैटर का कार्यकाल विवादों से भी भरा रहा है। ख़ासकर महिला फुटबॉल पर उनकी प्रतिक्रिया को लेकर काफी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा था लड़कियों को छोटे-छोटे कपड़ों में फुटबॉल खेलना चाहिए, इससे खेल लोकप्रिय होगा।
8. सैप ब्लैटर हमेशा पत्रकारों को याद दिलाते रहते हैं कि वे एक समय स्पोर्ट्स राइटर रह चुके हैं और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ़ स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के सदस्य रह चुके हैं।
9. सैप ब्लैटर फ्रेंच, इटालियन, अंग्रेजी, जर्मनी और स्पेनिश भाषा धारा प्रवाह बोल लेते हैं। उन्होंने तीन शादियां की हैं और उनकी एक बेटी है, जो उनके अपने होमटाउन विस्प में रेस्टोरेंट चलाती हैं।
10. फीफा के अध्यक्ष के तौर पर सैप ब्लैटर को कितना वेतन मिलता है, इसको अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। हालांकि 2011 में ब्लैटर ने खुद का वेतन 10 लाख डॉलर सालाना बताया था। लेकिन माना जाता है कि उनका वेतन इससे कई गुना ज्यादा है। इतना ही नहीं उन पर 2002 से ही वित्तीय अनियमितिताओं के आरोप लगते रहे हैं।
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