
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार की मुहिम 'डिजिटल इंडिया' के लिए तब शर्मिंदगी का माहौल खड़ा हो गया जब उनके ट्विटर अकाउंट से किसी ने एक आपत्तिजनक कविता को रिट्वीट कर दिया. यह कविता बॉलीवुड गायक हनी सिंह के एक गीत की पैरडी थी जिसमें सेना को कश्मीर में गोलियां चलाने के लिए उकसाया गया था. दरअसल यह कविता अभय कुमार नाम के यूज़र ने पोस्ट की थी जिसे डिजिटल इंडिया के अकाउंट ने 'Heights of Patriotism' टाइटल के साथ रिट्वीट कर दिया.
जब ट्विटर पर इस ट्वीट को लेकर हंगामा होने लगा और इसे रिट्वीट करके डिजिटल इंडिया की आलोचना हुई तब इसे हटा दिया गया.
साथ ही संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस कविता को डिजिटल इंडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करने के मामले की जांच का हुक्म देते हुए अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से कहा है कि उन्होंने इस बारे में रिपोर्ट मांगी है और ट्वीट करने वाले व्यक्ति को निलंबित कर दिया गया है.
उधर सार्थक गर्ग नाम के एक यूज़र ने इस ट्वीट की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा है कि 'मैंने ग़लती से अपने ट्विटर हैंडल की बजाय डिजिटल इंडिया के ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट कर दिया. मैं इसकी ज़िम्मेदारी लेता हूं और इसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं.' हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि सार्थक गर्ग को डिजिटल इंडिया के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करने का अधिकार किस आधार पर हासिल हुआ है.
राहुल गांधी पर ट्वीट
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर टिप्पणी करने को लेकर मानहानि के मुकदमे में स्टैंड बदलने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए आकाशवाणी ने एक ट्वीट किया था जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था और उसे बाद में हटा दिया गया था.
इस पर कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आकाशवाणी के कृत्य पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था "टिप्पणियां जल्दबाजी में हटा ली गई हैं, लेकिन प्रसारक आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है..." सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में डिलीट किए जा चुके आकाशवाणी के ट्वीट की तस्वीर भी जोड़ी, जिसमें लिखा था ''वह पहले डर क्यों गए...? फिर अचानक वह आरएसएस को बदनाम करने के लिए साहसी कैसे हो गए...? उन्हें अपनी टिप्पणियों पर अडिग रहना चाहिए...''
जब ट्विटर पर इस ट्वीट को लेकर हंगामा होने लगा और इसे रिट्वीट करके डिजिटल इंडिया की आलोचना हुई तब इसे हटा दिया गया.

साथ ही संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस कविता को डिजिटल इंडिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करने के मामले की जांच का हुक्म देते हुए अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से कहा है कि उन्होंने इस बारे में रिपोर्ट मांगी है और ट्वीट करने वाले व्यक्ति को निलंबित कर दिया गया है.
उधर सार्थक गर्ग नाम के एक यूज़र ने इस ट्वीट की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा है कि 'मैंने ग़लती से अपने ट्विटर हैंडल की बजाय डिजिटल इंडिया के ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट कर दिया. मैं इसकी ज़िम्मेदारी लेता हूं और इसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं.' हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि सार्थक गर्ग को डिजिटल इंडिया के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करने का अधिकार किस आधार पर हासिल हुआ है.
राहुल गांधी पर ट्वीट
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर टिप्पणी करने को लेकर मानहानि के मुकदमे में स्टैंड बदलने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए आकाशवाणी ने एक ट्वीट किया था जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था और उसे बाद में हटा दिया गया था.
All India Radio hurriedly deleted the outrageous tweet but caught red- handed sponsoring saffron propaganda. pic.twitter.com/PkBygQr91u
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) September 1, 2016
इस पर कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आकाशवाणी के कृत्य पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था "टिप्पणियां जल्दबाजी में हटा ली गई हैं, लेकिन प्रसारक आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है..." सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में डिलीट किए जा चुके आकाशवाणी के ट्वीट की तस्वीर भी जोड़ी, जिसमें लिखा था ''वह पहले डर क्यों गए...? फिर अचानक वह आरएसएस को बदनाम करने के लिए साहसी कैसे हो गए...? उन्हें अपनी टिप्पणियों पर अडिग रहना चाहिए...''
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