पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
अपने शासन काल में ‘स्वैच्छिक घोषणा योजना’ (वीडीएस) लागू करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने आज कहा कि सरकार ने ‘अव्यवस्थित’ तरीके से नोटबंदी लागू की जिसके कारण लोगों को ‘अकल्पनीय परेशानियों’ का सामना करना पड़ रहा है.
जद-एस प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नोटबंदी पर संसद में बोलना चाहिए ‘ताकि हम जवाब दे सकें.’’ देवगौड़ा ने यहां पर ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘सबसे बेहतर तरीका यह हो सकता था कि प्रधानमंत्री जारी शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही सदन में बयान दे देते’’ क्योंकि यह निर्णय आठ नवंबर को उस समय लिया गया था जब संसद का सत्र नहीं चल रहा था.
लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘हम काले धन के खिलाफ किए गए प्रयासों के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन मेरे विचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना किसी तैयारी के नोटबंदी की घोषणा की. यह अव्यवस्थित तरीके से लागू किया गया.’’ देवगौड़ा सदन में इस मुद्दे पर बोलने का इंतजार कर रहे हैं हालांकि कार्यवाही नहीं चल पाने के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.
देवगौड़ा ने कहा कि एक राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल पर जब मोदी ने इसकी घोषणा की थी तब से 22 दिन व्यतीत हो चुका हैं लेकिन लोग, विशेषकर किसान और श्रमिक को ‘अकल्पनीय परेशानियों’ का सामना करना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री के 50 दिनों की परेशानी ‘बर्दाश्त’ करने के बारे में कहे जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह सरकार कितने दिनों तक लोगों को परेशान करना चाहती है?’’ कर्नाटक के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनके राज्य में बैंकों के पास पर्याप्त राशि नहीं है और वे मुश्किल से दोपहर तक खुले रहते हैं जिसके कारण लोग परेशान हो रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जद-एस प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नोटबंदी पर संसद में बोलना चाहिए ‘ताकि हम जवाब दे सकें.’’ देवगौड़ा ने यहां पर ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘सबसे बेहतर तरीका यह हो सकता था कि प्रधानमंत्री जारी शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही सदन में बयान दे देते’’ क्योंकि यह निर्णय आठ नवंबर को उस समय लिया गया था जब संसद का सत्र नहीं चल रहा था.
लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘हम काले धन के खिलाफ किए गए प्रयासों के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन मेरे विचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना किसी तैयारी के नोटबंदी की घोषणा की. यह अव्यवस्थित तरीके से लागू किया गया.’’ देवगौड़ा सदन में इस मुद्दे पर बोलने का इंतजार कर रहे हैं हालांकि कार्यवाही नहीं चल पाने के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.
देवगौड़ा ने कहा कि एक राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल पर जब मोदी ने इसकी घोषणा की थी तब से 22 दिन व्यतीत हो चुका हैं लेकिन लोग, विशेषकर किसान और श्रमिक को ‘अकल्पनीय परेशानियों’ का सामना करना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री के 50 दिनों की परेशानी ‘बर्दाश्त’ करने के बारे में कहे जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह सरकार कितने दिनों तक लोगों को परेशान करना चाहती है?’’ कर्नाटक के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनके राज्य में बैंकों के पास पर्याप्त राशि नहीं है और वे मुश्किल से दोपहर तक खुले रहते हैं जिसके कारण लोग परेशान हो रहे हैं.
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