
ममता बनर्जी ने बैंक में नोट बदलने पर उंगली में स्याही लगाने के फैसले की निंदा की है.
- कहा, सरकार आम आदमी पर विश्वास नहीं करती
- ‘काला तंत्र’ सरकार का हताशा भरा कदम
- 19 नवंबर से उपचुनाव, चुनाव आयोग क्या कहेगा?
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कोलकाता:
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैंकों से रुपये निकालने वाले लोगों की उंगलियों पर न मिटने वाली स्याही लगाने के केन्द्र सरकार के फैसले की आज निंदा करते हुए कहा कि सरकार आम आदमी पर ‘विश्वास’ नहीं करती है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके कहा, ‘‘ अमिट स्याही के साथ शुरू किया गया यह ‘काला तंत्र’ सरकार का हताशा भरा कदम है, जो दिखाता है कि यह सरकार आम लोगों पर विश्वास नहीं करती है.’’ तृणमूल कांग्रेस सुप्रिमो ने आगे कहा, ‘‘ 19 नवंबर से उपचुनाव हैं, संभावित वोटरों की उंगलियों पर स्याही लगाने के बारे में चुनाव आयोग क्या कहेगा?’’ बनर्जी आज दिल्ली जा रही हैं और वह वहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उच्च मूल्य वाली म्रुदा पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर बात करेंगी.
मुख्यमंत्री ने रविवार को राष्ट्रपति से इस मुद्दे पर बातचीत की थी और कहा था कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधी राष्ट्रपति से अगले सप्ताह इस मुद्दे पर मिलेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके कहा, ‘‘ अमिट स्याही के साथ शुरू किया गया यह ‘काला तंत्र’ सरकार का हताशा भरा कदम है, जो दिखाता है कि यह सरकार आम लोगों पर विश्वास नहीं करती है.’’ तृणमूल कांग्रेस सुप्रिमो ने आगे कहा, ‘‘ 19 नवंबर से उपचुनाव हैं, संभावित वोटरों की उंगलियों पर स्याही लगाने के बारे में चुनाव आयोग क्या कहेगा?’’ बनर्जी आज दिल्ली जा रही हैं और वह वहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उच्च मूल्य वाली म्रुदा पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर बात करेंगी.
मुख्यमंत्री ने रविवार को राष्ट्रपति से इस मुद्दे पर बातचीत की थी और कहा था कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधी राष्ट्रपति से अगले सप्ताह इस मुद्दे पर मिलेंगे.
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बंंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केंद्र सरकार, नोटों में बदलाव, उंगली पर स्याही, फैसले की निंदा, Mamta Banerjee, Central Government, Currency Crissis, Criticise