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This Article is From Mar 08, 2016

रामदेव के फूड पार्क की सुरक्षा में चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे CISF के कमांडो

रामदेव के फूड पार्क की सुरक्षा में चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे CISF के कमांडो
रामदेव की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली: योग गुरु रामदेव के हरिद्वार स्थित फूड पार्क को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सशस्त्र कमांडो की पूर्णकालिक सुरक्षा मिल गई है। यह सुविधा अभी तक केंद्र की ओर से कुछ ही निजी इकाइयों को मुहैया करायी जाती है, जिसमें इंफोसिस शामिल है।

सीआईएसएफ महानिदेशक सुरेंद्र सिंह ने मीडिया से अपने वार्षिक संवाद में कहा कि बल को इस संबंध में हाल में सरकार का आदेश मिला है तथा 35 सशस्त्र जवानों को इकाई पर तैनात किया जाएगा। इस तैनाती का पूरा खर्च 'ग्राहक' पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क प्राइवेट लिमिटेड वहन करेगा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 35 सीआईएसएफ जवानों के एक दस्ते को उपरोक्त इकाई पर गत वर्ष के मध्य में अस्थायी सुरक्षा ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था। ये तैनाती तब की गई थी जब वहां पर कुछ विरोध प्रदर्शन हुए थे। ताजा आदेश के बाद जवान वहां पर पूरे समय तैनात रहेंगे।

यह कदम इसलिए मायने रखता है क्योंकि सीआईएसएफ सुरक्षा निजी क्षेत्र को बहुत किफायत से दी जाती है। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद सीआईएसएफ को ऐसे कार्यों की जिम्मेदारी दिए जाने के बाद फूड पार्क ऐसी आठवीं इकाई होगी जिसकी सुरक्षा अर्धसैनिक बल द्वारा की जाएगी।

अधिकारियों ने कहा कि कई एकड़ में विस्तारित फूड पार्क की सुरक्षा तैनाती का खर्च 40 लाख रुपये सलाना होने का अनुमान है। इन जवानों के लिए साजो-सामान की सुविधा जैसे बैरक, शस्त्रागार और वाहन भी 'ग्राहक' द्वारा मुहैया कराये जाएंगे। निजी देखभाल एवं खाद्य उत्पादों में हजारों करोड़ रुपये का उद्योग साम्राज्य खड़ा करने वाले योग गुरु रामदेव स्वयं केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति हैं।

अधिकारियों ने बताया कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस सीआईएसएफ कमांडो दस्ते का नेतृत्व एक सहायक कमांडेंट रैंक का अधिकारी करेगा और इसकी तैनाती 'त्वरित प्रतिक्रिया दल' के तौर पर होगी। अधिकारियों ने बताया कि यद्यपि नियमित प्रवेश एवं निकास का नियंत्रण ग्राहक द्वारा रखे गए कर्मचारियों एवं निजी सुरक्षा कर्मियों द्वारा किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि तैनाती को अंतिम रूप देने से पहले सुरक्षा एवं गुप्तचर एजेंसी की जांच रिपोर्ट से यह पता चला है कि फूड पार्क खतरे का सामना कर रहा है, क्योंकि यहां घरेलू एवं विदेशी दोनों तरह के पर्यटक आते हैं। इसके साथ ही फूड पार्क को स्थानीय कानून एवं व्यवस्था की गड़बडी की दृष्टि से भी खतरा है जैसा कि गत वर्ष जून में देखने को मिला था।

सीआईएसएफ जिन सात अन्य निजी इकाइयों को सुरक्षा प्रदान करता है उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी बेंगलुरु, मैसूर और पुणे स्थित इंफोसिस परिसर, जामनगर स्थित रिलायंस रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स, मुंद्रा में टाटा समूह द्वारा निष्पादित परियोजना कोस्टल गुजरात पावर लिमिटेड तथा ओडिशा के कलिंगनगर स्थित टाटा स्टील परियोजना शामिल है।

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)

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