विदिशा:
वीनू पालीवाल को जयपुर में दूसरे हार्ले बाइक ओनर्स ने खिताब दिया था 'हॉग रानी' का , यानि हार्ले ओनर्स ग्रुप में रानी 44 साल की वीनू पालीवाल जयपुर से अकेली महिला हार्ले बाइकर थीं। हार्ले बाइकर्स में उन्हें अनुभवी राइडर माना जाता था।
10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने निकली थीं वीनू
इस सीजन अक्टूबर से मार्च में वीनू देश के कई हिस्सों में बाइक चलाते हुए 10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने निकली थीं। इसी सफर के दौरान उनकी मौत मध्य प्रदेश में हो गई। बाइक पर सवार वीनू की बाइक स्किड कर गई और हादसा हो गया। भोपाल से १०० किलोमीटर दूर विदिशा जिले के ग्यारसपुर के पास बगरौदा तिराहा क्षेत्र में पड़ने वाले मोड़ पर उनकी मोटर साइकिल अचानक फिसल गई थी और वीनू सड़क किनारे जा गिरीं।
साथी दीपेश तंवर के साथ निकली थीं वीनू
उसके साथ सफर पर चल रहे उनके साथ दीपेश तंवर, वीनू को विदिशा के अस्पताल में ले गए, लेकिन उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार उनके लिवर में चोटें थी। वैसे हार्ले डेविडसन बाइक चलाने वाले अपने सुरक्षा के लिए हेलमेट और पूरे शरीर पर सुरक्षा के लिए एक कवच की पोषक पहनते हैं।
'महिला बाइकर का ऐसा करना ये अपने आप में मिसाल है'
जयपुर हार्ले ओनर्स एसोसिएशन यानि हॉग के एक सदस्य राजीव बंसल ने कहा कि "वीनू पालीवाल 10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने वाली थीं, वो जयपुर से होली के बाद निकली थीं अपने साथी दीपेश तंवर के साथ 10000 किलोमीटर तय करने अपनी बाइक पर और वो भी किसी महिला बाइकर का ऐसा करना ये अपने आप में मिसाल है।"
वीनू पालीवाल पली बड़ी जयपुर में , उन्होंने पढ़ाई सोफिया कॉलेज अजमेर से की और जयपुर में वो एक चाय कैफ़े चलाती थीं। उनके साथी बताते हैं कि वेणु बाइक भले ही तेज़ चलाती थीं, लेकिन सुरक्षा का पूरा ध्यान रखती थीं। उनके पिता कैलाश चन्द्र पालीवाल ने बताया " हमारी बेटी खो दी है हमने, हम कोई इन्क्वारी की मांग नहीं कर रहे हैं।"
वीनू अपनी बाइक के सफर पर एक फिल्म भी बनाने वाली थीं, लेकिन उनकी ज़िंदगी का ये सफर, हादसे के कारण अधूरा रह गया।
10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने निकली थीं वीनू
इस सीजन अक्टूबर से मार्च में वीनू देश के कई हिस्सों में बाइक चलाते हुए 10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने निकली थीं। इसी सफर के दौरान उनकी मौत मध्य प्रदेश में हो गई। बाइक पर सवार वीनू की बाइक स्किड कर गई और हादसा हो गया। भोपाल से १०० किलोमीटर दूर विदिशा जिले के ग्यारसपुर के पास बगरौदा तिराहा क्षेत्र में पड़ने वाले मोड़ पर उनकी मोटर साइकिल अचानक फिसल गई थी और वीनू सड़क किनारे जा गिरीं।
साथी दीपेश तंवर के साथ निकली थीं वीनू
उसके साथ सफर पर चल रहे उनके साथ दीपेश तंवर, वीनू को विदिशा के अस्पताल में ले गए, लेकिन उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार उनके लिवर में चोटें थी। वैसे हार्ले डेविडसन बाइक चलाने वाले अपने सुरक्षा के लिए हेलमेट और पूरे शरीर पर सुरक्षा के लिए एक कवच की पोषक पहनते हैं।
'महिला बाइकर का ऐसा करना ये अपने आप में मिसाल है'
जयपुर हार्ले ओनर्स एसोसिएशन यानि हॉग के एक सदस्य राजीव बंसल ने कहा कि "वीनू पालीवाल 10000 किलोमीटर का सफर पूरा करने वाली थीं, वो जयपुर से होली के बाद निकली थीं अपने साथी दीपेश तंवर के साथ 10000 किलोमीटर तय करने अपनी बाइक पर और वो भी किसी महिला बाइकर का ऐसा करना ये अपने आप में मिसाल है।"
वीनू पालीवाल पली बड़ी जयपुर में , उन्होंने पढ़ाई सोफिया कॉलेज अजमेर से की और जयपुर में वो एक चाय कैफ़े चलाती थीं। उनके साथी बताते हैं कि वेणु बाइक भले ही तेज़ चलाती थीं, लेकिन सुरक्षा का पूरा ध्यान रखती थीं। उनके पिता कैलाश चन्द्र पालीवाल ने बताया " हमारी बेटी खो दी है हमने, हम कोई इन्क्वारी की मांग नहीं कर रहे हैं।"
वीनू अपनी बाइक के सफर पर एक फिल्म भी बनाने वाली थीं, लेकिन उनकी ज़िंदगी का ये सफर, हादसे के कारण अधूरा रह गया।
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