रोहतक जाट आंदोलन की हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हुआ है
रोहतक:
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मंगलवार रात रोहतक जिला प्रशासन ने शहर छोड़कर जाने को कह दिया है। बता दें कि रोहतक जाट आंदोलन की हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने इसके लिए कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने का हवाला दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता हुड्डा को शांति और सद्भावना सुनिश्चित करने के लिए रोहतक छोड़कर जाने को कहा गया है। हुड्डा ने पीटीआई से कहा कि उन्हें कानून व्यवस्था बनाए रखने के बाबत रोहतक से चले जाने और रात में यहां नहीं ठहरने की सलाह वाला जिला प्रशासन का आदेश मिला है।
उन्होंने कहा, 'कानून पालन करने वाले नागरिक के रूप में मैं प्रधान सचिव ए.के. सिंह द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य हूं और मैंने शहर तत्काल छोड़ दिया।' हुड्डा ने कहा कि वह दिल्ली जा रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रशासन इस तरह का निर्देश जारी कर सकता है, तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ऐसा कर सकता है। हुड्डा के करीबी सहयोगी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बी.बी. बत्रा ने कहा कि पहले दो आईपीएस अधिकारी हुड्डा के आवास पर आए और मौखिक रूप से उनसे शहर छोड़कर जाने को कहा।
बत्रा ने कहा, 'लेकिन हुड्डा ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह मौखिक निर्देशों पर नहीं जा सकते।' बत्रा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक आदेश मांगा। बाद में प्रधान सचिव सिंह ने आदेश जारी किया। उन्होंने कानून व्यवस्था के आधार पर आदेश जारी किया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता हुड्डा को शांति और सद्भावना सुनिश्चित करने के लिए रोहतक छोड़कर जाने को कहा गया है। हुड्डा ने पीटीआई से कहा कि उन्हें कानून व्यवस्था बनाए रखने के बाबत रोहतक से चले जाने और रात में यहां नहीं ठहरने की सलाह वाला जिला प्रशासन का आदेश मिला है।
उन्होंने कहा, 'कानून पालन करने वाले नागरिक के रूप में मैं प्रधान सचिव ए.के. सिंह द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य हूं और मैंने शहर तत्काल छोड़ दिया।' हुड्डा ने कहा कि वह दिल्ली जा रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रशासन इस तरह का निर्देश जारी कर सकता है, तो उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ऐसा कर सकता है। हुड्डा के करीबी सहयोगी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बी.बी. बत्रा ने कहा कि पहले दो आईपीएस अधिकारी हुड्डा के आवास पर आए और मौखिक रूप से उनसे शहर छोड़कर जाने को कहा।
बत्रा ने कहा, 'लेकिन हुड्डा ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह मौखिक निर्देशों पर नहीं जा सकते।' बत्रा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक आदेश मांगा। बाद में प्रधान सचिव सिंह ने आदेश जारी किया। उन्होंने कानून व्यवस्था के आधार पर आदेश जारी किया।
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