प्रतीकात्मक तस्वीर
जींद:
जींद जिले के गांव निडाना में सोमवार सुबह कुएं की सफाई करने उतरे पांच दलित युवकों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने शवों को कुएं से बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि गांव निडाना में पानी की किल्लत के चलते धानक मोहल्ले के युवाओं ने पिछले दस सालों से सूखे पड़े कुएं की सफाई करने की योजना बनाई।
सोमवार सुबह करीब 10-15 युवक कुएं की सफाई करने पहुंच गए। लगभग 15 फुट गहरे कुएं की लगभग साढ़े नौ बजे सफाई शुरू की गई। उसके बाद एक के बाद एक छह युवक कुएं में उतरे।
एक शख्स को बचा लिया गया...
पुलिस ने बताया कि पांच जहरीली गैस के कारण अंदर ही रह गए जबकि छठे युवक को ऊपर कुएं पर खड़े लोगों ने वापस खींच लिया। मरने वालों में 18 वर्षीय मोहन, उसका चाचा 24 वर्षीय दिनेश, 23 वर्षीय संजय, 20 वर्षीय सुखचौन उर्फ टोनी तथा 35 वर्षीय महिपाल शामिल हैं, जबकि छठा युवक 22 वर्षीय कर्मपाल को कुएं के ऊपर खड़े लोगों ने वापस खींच लिया, जिसके चलते वह बाल-बाल बच गया।
चार घंटे तक चला बचाव अभियान...
घटना की सूचना पाकर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया और जेसीबी मशीनों तथा क्रेनों व फायर ब्रिगेड की सहायता से कुएं में बनी गैस के प्रभाव को खत्म कर शवों को बाहर निकाला गया। लगभग चार घंटे तक बचाव अभियान चला और फिर शवों को बाहर निकाल सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया।पुलिस ने मृतकों के शवों का सामान्य अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।
उपायुक्त विनय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक परिवार को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। घटना की सूचना मिलते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था लेकिन कुएं में फंसे पांचों लोगों को बचाया नहीं जा सका।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सोमवार सुबह करीब 10-15 युवक कुएं की सफाई करने पहुंच गए। लगभग 15 फुट गहरे कुएं की लगभग साढ़े नौ बजे सफाई शुरू की गई। उसके बाद एक के बाद एक छह युवक कुएं में उतरे।
एक शख्स को बचा लिया गया...
पुलिस ने बताया कि पांच जहरीली गैस के कारण अंदर ही रह गए जबकि छठे युवक को ऊपर कुएं पर खड़े लोगों ने वापस खींच लिया। मरने वालों में 18 वर्षीय मोहन, उसका चाचा 24 वर्षीय दिनेश, 23 वर्षीय संजय, 20 वर्षीय सुखचौन उर्फ टोनी तथा 35 वर्षीय महिपाल शामिल हैं, जबकि छठा युवक 22 वर्षीय कर्मपाल को कुएं के ऊपर खड़े लोगों ने वापस खींच लिया, जिसके चलते वह बाल-बाल बच गया।
चार घंटे तक चला बचाव अभियान...
घटना की सूचना पाकर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया और जेसीबी मशीनों तथा क्रेनों व फायर ब्रिगेड की सहायता से कुएं में बनी गैस के प्रभाव को खत्म कर शवों को बाहर निकाला गया। लगभग चार घंटे तक बचाव अभियान चला और फिर शवों को बाहर निकाल सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया।पुलिस ने मृतकों के शवों का सामान्य अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।
उपायुक्त विनय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक परिवार को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। घटना की सूचना मिलते ही बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था लेकिन कुएं में फंसे पांचों लोगों को बचाया नहीं जा सका।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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