कोस्टल रोड को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ने वाले उत्तरगामी पुल अब शुरू हो चुका है. यानी मुंबई की ट्रैफिक समस्या को कम करने वाली कोस्टल रोड का आज से जनता के लिए पूरी तरह शुरू कर दिया गया है. यह रोड सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक वाहनों के लिए खुली रहेगी.
मुंबई के बहुप्रतीक्षित उत्तरगामी पुल का उद्घाटन हो गया है. यह पुल 827 मीटर लंबा है, जिसमें 699 मीटर हिस्सा समुद्र के ऊपर बना है. इसे अत्याधुनिक 'बो आर्च स्ट्रिंग गर्डर' डिज़ाइन से तैयार किया गया है. इस पुल के शुरू होने से उत्तर और दक्षिण मुंबई के बीच ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा. सफर अब और तेज़ और सुगम होगा.
कोस्टल रोड को मुंबई की कनेक्टिविटी में एक मील का पत्थर माना जा रहा है. इस रोड का 94% काम पूरा हो चुका है और फरवरी में प्रभादेवी कनेक्टर खुलने के बाद यह पूरी तरह चालू हो जाएगी.
महत्वाकांक्षी मुंबई कोस्टल रोड परियोजना को दक्षिण मुंबई से उत्तरी उपनगरों तक तेजी से पहुंच प्रदान करने के लिए चरणों में विकसित किया जा रहा है, जो नरीमन पॉइंट से दहिसर तक फैला हुआ है.
मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के बारे में
मुंबई के 1967 के मास्टर प्लान का हिस्सा, कोस्टल रोड परियोजना का काम 2018 में शुरू हुआ था. हालांकि, इसे 2022 तक पूरा होने का लक्ष्य था. लेकिन कोरोना वायरस और अन्य कारणों से इस परियोजना में देरी हुई. अब तक इस पर 14,000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. मुंबई कोस्टल रोड का पहला चरण 10.58 किलोमीटर से अधिक लंबा है, जो मरीन ड्राइव के प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर से बांद्रा-वर्ली सी लिंक के वर्ली छोर तक फैला हुआ है.
इस सड़क का डिजाइन 4+4 लेन का है और इसमें आधुनिक बुनियादी ढांचे की कई विशेषताएं शामिल हैं, जैसे स्टिल्ट पर एक पुल, एक ऊंची सड़क और सुरंगें. यातायात के सुचारु प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए हाजी अली और वर्ली सीफेस जैसे प्रमुख स्थानों पर इंटरचेंज बनाए गए हैं.
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