प्रतीकात्मक फोटो.
बैतूल (मध्यप्रदेश):
रैगिंग से परेशान एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक छात्र ने फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली. कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी राजेश साहू ने बताया, 'एमबीबीएस के छात्र यश साठे (21) ने चंद्रशेखर वार्ड स्थित अपने रिश्तेदार के घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.उसका शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला.'
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उन्होंने कहा कि वह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लक्ष्मीनारायण कॉलेज में अध्ययनरत था और बैतूल का निवासी था. वह 12 जून की रात को ही भोपाल से बैतूल लौटा था. साहू ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है. परिजनों के बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, ताकि मौत के कारण ज्ञात हो सके.
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यश के पिता प्रहलाद साठे ने बताया, 'पिछले साल मैंने अपने पुत्र यश साठे का दाखिला भोपाल के लक्ष्मीनारायण मेडिकल कॉलेज में कराया था. वहां कॉलेज में पढऩे वाले कुछ सीनियर छात्र-छात्राओं ने उसकी रैगिंग की थी, जिसकी कॉलेज प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.' प्रहलाद ने कहा, 'सीनियर छात्र उसे रैगिंग के बहाने परेशान कर रहे थे. कॉलेज की छात्र-छात्राओं ने उसके साथ मारपीट भी की थी.'
VIDEO : ऐसे कैसे रुकेगी रैगिंग...?
उन्होंने बताया कि कॉलेज की एक सीनियर छात्रा ने यश पर पैसे चोरी करने का इल्जाम भी लगाया था. वहीं, चंद्रशेखर वार्ड में रहने वाले यश के चचेरे भाई विजय पंवार ने बताया कि जब 12 जून की रात 10 बजे यश बैतूल पहुंचा था, तो उसके चेहरे पर चोटों के निशान भी थे. उसने कॉलेज में मारपीट होने की जानकारी भी दी थी.
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उन्होंने कहा कि वह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लक्ष्मीनारायण कॉलेज में अध्ययनरत था और बैतूल का निवासी था. वह 12 जून की रात को ही भोपाल से बैतूल लौटा था. साहू ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है. परिजनों के बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, ताकि मौत के कारण ज्ञात हो सके.
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यश के पिता प्रहलाद साठे ने बताया, 'पिछले साल मैंने अपने पुत्र यश साठे का दाखिला भोपाल के लक्ष्मीनारायण मेडिकल कॉलेज में कराया था. वहां कॉलेज में पढऩे वाले कुछ सीनियर छात्र-छात्राओं ने उसकी रैगिंग की थी, जिसकी कॉलेज प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.' प्रहलाद ने कहा, 'सीनियर छात्र उसे रैगिंग के बहाने परेशान कर रहे थे. कॉलेज की छात्र-छात्राओं ने उसके साथ मारपीट भी की थी.'
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उन्होंने बताया कि कॉलेज की एक सीनियर छात्रा ने यश पर पैसे चोरी करने का इल्जाम भी लगाया था. वहीं, चंद्रशेखर वार्ड में रहने वाले यश के चचेरे भाई विजय पंवार ने बताया कि जब 12 जून की रात 10 बजे यश बैतूल पहुंचा था, तो उसके चेहरे पर चोटों के निशान भी थे. उसने कॉलेज में मारपीट होने की जानकारी भी दी थी.
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