प्रतीकात्मक चित्र
भोपाल:
मध्यप्रदेश मदरसा बोर्ड के स्थापना दिवस के मौके पर शुक्रवार को आयोजित मदरसा शिक्षा सम्मेलन में स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में कहा कि राज्य के अन्य स्कूलों की तरह मदरसों में भी हर रोज तिरंगा झंडा फहराया जाएगा. मध्यप्रदेश मदरसा बोर्ड के 20वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मदरसों के अधोसंरचना विकास के लिए प्रत्येक मदरसे को मिलने वाली सालाना राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी जाएगी. मदरसा बोर्ड के लिए ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा.
चौहान ने कहा कि दीनी तालीम के साथ-साथ मदरसों में आधुनिक शिक्षा भी दी जाए. आधुनिक समय में बच्चों को हुनरमंद बनाना जरूरी है. एक ओर बेरोजगारी है और दूसरी ओर हुनरमंद लोग नहीं मिलते. इस स्थिति को दूर करना होगा.
यह भी पढ़ें : बरेली के काजी ने मदरसों से कहा- 15 अगस्त मनाएं तो सही लेकिन 'राष्ट्रगान न गाएं'...
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को दीनी और आधुनिक शिक्षा साथ-साथ देते हुए उन्हें अच्छा इंसान बनाना होगा. सरकार ने बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होने दिया है. सबके लिए योजनाएं हैं. विद्यार्थी ईश्वर का उत्कृष्ट उपहार हैं. इनके लिए बेहतर से बेहतर करने की जिम्मेदारी सरकार की है.
इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि मदरसा कक्षाओं में पहली कक्षा से ही कम्प्यूटर शिक्षा दी जा रही है. अन्य स्कूलों की तरह मदरसों में भी हर दिन तिरंगा फहराया जाएगा.
समारोह में मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. सैयद इमादुद्दीन ने बताया कि राज्य में अब तक 2575 मदरसों का पंजीयन हुआ है, जिनमें दो लाख 88 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने उत्कृष्ट मदरसों, उत्कृष्ट मदरसा शिक्षक-शिक्षिकाओं और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया. साथ ही मदरसा बोर्ड की प्रगति दर्शाने वाली स्मारिका का विमोचन भी किया.
VIDEO: मदरसे में तिरंगा
समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ललिता यादव, सासंद नंद कुमार सिंह चौहान एवं मनोहर ऊंटवाल, छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष ऐजाज बेग, राजस्थान मदरसा बोर्ड की मेहरून्निसां, केंद्रीय हज कमेटी के सदस्य मोहम्मद इरफान, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक और दिल्ली के मुख्य इमाम उमर अहमद इलयासी उपस्थित थे.
चौहान ने कहा कि दीनी तालीम के साथ-साथ मदरसों में आधुनिक शिक्षा भी दी जाए. आधुनिक समय में बच्चों को हुनरमंद बनाना जरूरी है. एक ओर बेरोजगारी है और दूसरी ओर हुनरमंद लोग नहीं मिलते. इस स्थिति को दूर करना होगा.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को दीनी और आधुनिक शिक्षा साथ-साथ देते हुए उन्हें अच्छा इंसान बनाना होगा. सरकार ने बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होने दिया है. सबके लिए योजनाएं हैं. विद्यार्थी ईश्वर का उत्कृष्ट उपहार हैं. इनके लिए बेहतर से बेहतर करने की जिम्मेदारी सरकार की है.
इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि मदरसा कक्षाओं में पहली कक्षा से ही कम्प्यूटर शिक्षा दी जा रही है. अन्य स्कूलों की तरह मदरसों में भी हर दिन तिरंगा फहराया जाएगा.
समारोह में मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. सैयद इमादुद्दीन ने बताया कि राज्य में अब तक 2575 मदरसों का पंजीयन हुआ है, जिनमें दो लाख 88 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने उत्कृष्ट मदरसों, उत्कृष्ट मदरसा शिक्षक-शिक्षिकाओं और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया. साथ ही मदरसा बोर्ड की प्रगति दर्शाने वाली स्मारिका का विमोचन भी किया.
VIDEO: मदरसे में तिरंगा
समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ललिता यादव, सासंद नंद कुमार सिंह चौहान एवं मनोहर ऊंटवाल, छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष ऐजाज बेग, राजस्थान मदरसा बोर्ड की मेहरून्निसां, केंद्रीय हज कमेटी के सदस्य मोहम्मद इरफान, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक और दिल्ली के मुख्य इमाम उमर अहमद इलयासी उपस्थित थे.
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