शिवराज सिंह (फाइल फोटो).
भोपाल:
मध्यप्रदेश में चुनावी मौसम की आमद के साथ ही नेताओं के बयान सियासी पारा चढ़ाने लगे हैं. इसी के बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस के नए नवेले चीफ कमलनाथ ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके मित्र हैं. मगर कुछ मित्र लायक होते हैं और कुछ नालायक. जिसका जवाब शिवराज ने सोशल मीडिया के जरिए दिया है.
पहले कमलनाथ की गाजेबाजे के साथ ताजपोशी हुई, फिर अमित शाह की आमद से बीजेपी ने चुनावी बिगुल फूंका. भारी-भरकम दिखने की प्रतियोगिता में कमलनाथ ने एक ऐसा तंज कसा जिससे बीजेपी ने उन्हें मर्यादा की सीख दे डाली. कमलनाथ ने पहले कहा शिवराज सिंह चौहान मेरे मित्र हैं. पर कोई मित्र लायक होते हैं और कोई मित्र नालायक होते हैं. इसके जवाब में मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा ये दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है, मध्य प्रदेश में राजनीति का स्तर रहा है, बीजेपी ने हमेशा कोशिश की है वो स्तर न गिरे. दुर्भाग्यपूर्ण है कमलनाथ की टिप्पणी उनको शोभा नहीं देता.
शिवराज ने भी कमलनाथ को जवाब दिया, लेकिन शायराना अंदाज में वह भी ट्विटर पर. उन्होंने लिखा
हाथों की रेखाएं हमारी भी बहुत ख़ास हैं…
तभी तो आप जैसा दोस्त हमारे पास है…!!
जो सबसे हमेशा कहते फिरते हैं, बस “कमल” ही लायक है...
हम सब भी आपकी इज़्ज़त करते हैं, और ज़ोर-शोर से दोहराते हैं कि कमल का फूल ही सबसे लायक है, भारतीय जनता ही हमारी नायक है...!!
इस सबके बीच कांग्रेस अपनी रणनीति भी तैयार कर रही है, कमलनाथ के संकेत दिया है कि चुनावों के मद्देनजर वे दूसरी पार्टियों से समझौता कर सकते हैं. उन्होंने ये भी कहा अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बीजेपी के 15 साल के भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए पीपुल्स आयोग बनाएंगे.
उधर बीजेपी मध्यप्रदेश आईटी सेल के प्रमुख शिवराज सिंह डाबी का एक पोस्ट भी चर्चा में है जिसमें शिवराज को अंगद और कमलनाथ को रावण की तरह पेश किया गया है. कांग्रेस ने इस पोस्ट को धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला मानते हुए सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है.
पहले कमलनाथ की गाजेबाजे के साथ ताजपोशी हुई, फिर अमित शाह की आमद से बीजेपी ने चुनावी बिगुल फूंका. भारी-भरकम दिखने की प्रतियोगिता में कमलनाथ ने एक ऐसा तंज कसा जिससे बीजेपी ने उन्हें मर्यादा की सीख दे डाली. कमलनाथ ने पहले कहा शिवराज सिंह चौहान मेरे मित्र हैं. पर कोई मित्र लायक होते हैं और कोई मित्र नालायक होते हैं. इसके जवाब में मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा ये दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है, मध्य प्रदेश में राजनीति का स्तर रहा है, बीजेपी ने हमेशा कोशिश की है वो स्तर न गिरे. दुर्भाग्यपूर्ण है कमलनाथ की टिप्पणी उनको शोभा नहीं देता.
शिवराज ने भी कमलनाथ को जवाब दिया, लेकिन शायराना अंदाज में वह भी ट्विटर पर. उन्होंने लिखा
हाथों की रेखाएं हमारी भी बहुत ख़ास हैं…
तभी तो आप जैसा दोस्त हमारे पास है…!!
जो सबसे हमेशा कहते फिरते हैं, बस “कमल” ही लायक है...
हम सब भी आपकी इज़्ज़त करते हैं, और ज़ोर-शोर से दोहराते हैं कि कमल का फूल ही सबसे लायक है, भारतीय जनता ही हमारी नायक है...!!
इस सबके बीच कांग्रेस अपनी रणनीति भी तैयार कर रही है, कमलनाथ के संकेत दिया है कि चुनावों के मद्देनजर वे दूसरी पार्टियों से समझौता कर सकते हैं. उन्होंने ये भी कहा अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बीजेपी के 15 साल के भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए पीपुल्स आयोग बनाएंगे.
उधर बीजेपी मध्यप्रदेश आईटी सेल के प्रमुख शिवराज सिंह डाबी का एक पोस्ट भी चर्चा में है जिसमें शिवराज को अंगद और कमलनाथ को रावण की तरह पेश किया गया है. कांग्रेस ने इस पोस्ट को धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला मानते हुए सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है.