जिले के जमोड़ी थाना क्षेत्र में एक किशोरी से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार करने के लिए चार नाबालिग आरोपियों को पकड़ कर पुलिस ने रीवा के बाल सुधार गृह भेज दिया है. जमोड़ी पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह परिहार ने मंगलवार को बताया कि गत एक दिसंबर को एक किशोरी से सामूहिक बलात्कार मामले में चार नाबालिग आरोपियों को पकड़ कर अदालत के आदेश पर रीवा के बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि एक दिसंबर को घर लौटते समय नौवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ 16 से 17 वर्ष के चार किशोरों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया.
उन्होंने बताया कि बालिका ने अपनी मां के साथ 22 दिसम्बर की शाम पुलिस थाने आकर उपरोक्त घटना की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा कि पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया था, लेकिन आरोपियों के मोबाइल फोन से वीडियो ‘डिलीट' किया जा चुका था. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर उन्हें जांच के लिए भेजा है.
मध्य प्रदेश: पिछले दो साल में बलात्कार के 28 मामलों में दोषियों को मिली फांसी की सजा
बता दें, यह मामला तब सामने आया है जब यह दावा किया जा रहा है कि राज्य में पिछले दो सालों में बलात्कार के 28 मामलों में दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है. इस बारे में राज्य के पुलिस महानिदेशक (अभियोजन) पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा था, ‘दुष्कर्म करने वालों को सजा दिलाने में मध्य प्रदेश पुलिस का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है. पिछले दो साल में राज्य में दुष्कर्म के 28 मामलों में दोषियों को फांसी की सजा मिली है.' उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में दुष्कर्म और दुष्कर्म कर हत्या के 19 मामले सामने आए थे, जिनमें से 18 मामले नाबालिगों के थे. इन सभी 19 मामलों में दोषियों को फांसी की सजा हुई है. इसके चलते मध्य प्रदेश देश में पहला राज्य है, जिसका नाम इस संदर्भ में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉडर्स लंदन में दर्ज हुआ है.
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