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This Article is From Nov 13, 2017

मध्य प्रदेश में बिजली आपू्र्ति के मामले में बना एक नया रिकॉर्ड

मध्य प्रदेश में बिजली आपूर्ति के पुराने रिकॉर्ड को पार करते हुए शनिवार को पहली बार नया रिकॉर्ड दर्ज करते हुए बिजली की 11,466 मेगावाट की सर्वोच्च मांग पर बिजली आपूर्ति की गयी.

मध्य प्रदेश में बिजली आपू्र्ति के मामले में बना एक नया रिकॉर्ड
प्रतीकात्मक तस्वीर
भोपाल: मध्य प्रदेश में बिजली आपूर्ति के पुराने रिकॉर्ड को पार करते हुए शनिवार को पहली बार नया रिकॉर्ड दर्ज करते हुए बिजली की 11,466 मेगावाट की सर्वोच्च मांग पर बिजली आपूर्ति की गयी. आधिकारिक तौर पर रविवार को बताया गया कि मध्यप्रदेश में बिजली आपूर्ति का नया रिकार्ड बनाते हुए शनिवार सुबह नौ बजे तक 11,466 मेगावाट की सर्वोच्च मांग की आपूर्ति की गयी. इससे पहले 23 दिसम्बर, 2016 को प्रदेश में बिजली की सर्वोच्च मांग 11,421 मेगावॉट दर्ज हुई थी. 

उन्होंने बताया कि बिजली मांग की बढ़ोतरी का मुख्य कारण रबी सीजन में किसानों को 10 घंटे गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली की आपूर्ति है. सभी बिजली उपभोक्ताओं को रोशनी के लिए 24 घंटे बिजली की सतत आपूर्ति भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि 11 नवम्बर को जब बिजली की मांग 11,466 मेगावाट दर्ज हुई. उस समय बिजली की आपूर्ति में पॉवर जनरेटिंग कम्पनी के ताप विद्युत गृहों से 1,950 मेगावॉट तथा जल विद्युत गृहों से 345 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 296 मेगावाट एनटीपीसी और डीवीसी (सेंट्रल सेक्टर) का अंश 2,895 मेगावॉट, सासन अल्ट्रा मेगा पॉवर प्रोजेक्ट का अंश 1,333 मेगावाट, आईपीपी का अंश 1,310 मेगावॉट रहा और बिजली बैंकिंग से 2,117 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई.

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इसके अलावा अन्य नवीकरणीय स्रोत से 1,218 मेगावाट बिजली मिली. उन्होंने बताया कि पूर्व के दो वर्ष में बिजली की मांग दिसम्बर माह में निरंतर बढ़ती रही है, किन्तु इस वर्ष प्रदेश में कम वर्षा होने के कारण करीब डेढ़ माह पूर्व ही बिजली की मांग और आपूर्ति में निरंतर बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है. पिछले 6 दिन से बिजली की मांग 11 हजार मेगावाट से ऊपर दर्ज हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (जबलपुर, रीवा तथा सागर) में बिजली की मांग 2,871 मेगावाट, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (भोपाल एवं ग्वालियर) में 3,716 मेगावाट और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (इंदौर एवं उज्जैन) में 4,878 मेगावाट दर्ज की गई है.

VIDEO: बिजली की पहुंच से दूर गांवों को रोशन करने की मुहिम

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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