सीएम अरविंद केजरीवाल परिवार सहित मतदान करने के बाद पोलिंग बूथ के बाहर...
नई दिल्ली:
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में कुल 54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. मतदान का प्रतिशत सबसे ज्यादा पूर्वी दिल्ली नगर निगम में रहा, जहां 55 फीसदी वोट पड़े. इसके बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 54, जबकि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी.
एके श्रीवास्तव ने कहा है कि ईवीएम ने यह साबित कर दिया है कि उसे हैक नहीं किया जा सकता. यह एक मजबूत मशीन है. उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान 18 ईवीएम को बदला गया. बैटरी या बटन संबंधी मुद्दों के कारण ऐसा किया गया.
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने के बाद शाम 4 बजे तक 59.12 लाख मतदाताओं ने वोट डाला. इनमें सबसे ज्यादा 22.2 लाख मतदाताओं ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में वोट डाले. दक्षिणी निगम में 22 लाख मतदाताओं ने, जबकि पूर्वी दिल्ली में 14.8 लाख मतदाताओं ने शाम 4 बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. तीन नगर निगमों के 272 वार्ड में से 270 वार्ड के लिए सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ.
मौजपुर और सराय पीपल थाला वार्ड में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित
मौजपुर और सराय पीपल थाला वार्ड में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया. इसमें दिल्ली के लगभग 1.32 करोड़ मतदाता उत्तरी निगम के 103, दक्षिणी निगम के 104 और पूर्वी निगम के 63 वार्ड के लिए हो रहे चुनाव में लगभग 13 हजार उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें भाजपा के 266, आप के 262, कांग्रेस के 267 और स्वराज इंडिया के 109 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
कई जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं
इस बीच मतदान के दौरान कई जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिली हैं. इसके अलावा मतदान के स्तर से जुड़े आंकड़े राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल रूम तक पहुंचाने में भी देरी का मामला सामने आया है. आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंट्रोल रूम तक मतदान के आंकड़े पहुंचाने में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.
मतदान की शुरुआत धीमी हुई
एमसीडी चुनाव में दोपहर 2 बजे तक करीब 35 फीसदी मतदान दर्ज हुआ था. वहीं, 1 बजे तक 24 फीसदी, सुबह 11 बजे तक सिर्फ 7 फीसदी, और सुबह 10 बजे तक तो दो फीसदी से भी कम वोट पड़े थे. इस तरह से दिल्ली में मतदान की शुरुआत धीमी हुई थी.
भाजपा, आप और कांग्रेस ने झोंकी अपनी पूरी ताकत
10 साल से एमसीडी पर काबिज़ बीजेपी और दो साल से दिल्ली सरकार पर काबिज़ आम आदमी पार्टी नेे निगम चुनाव के लिए अपनी पूरी ताक़त झोंकी है. वहीं, कांग्रेस भी कई झटकों के बाद अपनी ज़मीन तलाशने में जुटी है. एमसीडी में बीजेपी का 10 साल से कब्जा है. आम आदमी पार्टी ने लगातार बीजेपी पर एमसीडी को लेकर भ्रष्टाचार और कई आरोप लगाती रही है. इस बार आम आदमी पार्टी को काफी उम्मीदें हैं. अगर पार्टी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करती तो पार्टी के लेकर अच्छी खबर होगी. लेकिन अगर पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो पार्टी को आगे दिक्कत आएंगी और अपने नेताओं के असंतुष्ट रवैये पर भी ध्यान देना होगा.
उधर, बीजेपी ने 10 सालों से सत्ता में होने के एंटी इनकंबेंसी फेक्टर का सामना करना होगा, लेकिन इसे काटने के लिए बीजेपी ने अपने माैैैजूदा पार्षदों के टिकट काट दिए. करीब 21 नाराज पार्षदों और उनके कार्यकर्ताओं ने बगावत कर मैदान में अपना दावा ठोंका है. साफ है कि इससे बीजेपी को नुकसान होगा.
इस चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर कई हमले किए. दिल्ली एमसीडी चुनाव में बीजेपी दिल्ली सरकार की नाकामियों को मुद्दा बनाया. बीजेपी ने भोजपुरी अभिनेता रविकिशन से प्रचार कराया, ताकि एक खास इलाके के लोग बीजेपी के पक्ष में वोट कर सकें.
उप राज्यपाल बैजल, सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने डाला वोट
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी के साथ वोट दिया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपना वोट डाला. इनसे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपनी पत्नी के साथ एमसीडी चुनाव के लिए वोट डाला. 10 साल तक नगर निगम में सत्ता पर काबित भाजपा पर हमला करते हुए सिसोदिया ने कहा, ‘‘यदि लोग गंदगी, कचरे के ढेर, भ्रष्टाचार से परेशान हैं जो उन्हें उनके (भाजपा) खिलाफ मतदान करना चाहिए.’’ केंद्रीय मंत्री हषर्वर्धन ने भी अपने कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया.
एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर केजरीवाल ने ये कहा. दिल्ली के सीएम ने कहा कि दिल्ली को चिकनगुनिया और डेंगू मुक्त करने के लिए आम आदमी पार्टी के लिए वोट करें. केजरीवाल अपने माता पिता, पत्नी और बेटी के साथ उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में एक मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे. केजरीवाल की बेटी हर्षिता ने पहली बार मतदान किया. दिल्ली सरकार के रेफरेंडम के तौर पर एमसीडी चुनाव के मामले में अरविंद केजरीवाल ने कुछ भी नहीं कहा.
वोट के बाद बोले अजय माकन - हमारी लड़ाई बीजेपी से, आप तो लड़ाई में ही नहीं है. दिल्ली के पांडव नगर इलाके में मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान की गति सुबह धीमी रही.
बिना मत डाले ही वापस चले गए लवली...
हाल ही कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता ग्रहण करने वाले अरविंदर सिंह लवली ईस्ट आजाद नगर स्थित बूथ पर पहुंचे तो वहां मशीन खराब मिली. वह बिना मत डाले ही वापस चले गए.
कांग्रेस को उम्मीद है कि वह इस बार अच्छा प्रदर्शन करेगी. अजय माकन का यही मानना है. उधर पार्टी में गुटबाजी बाहर आ गई. इस बार पूर्व सीएम शीला दीक्षित और उनके बेटे संदीप दीक्षित ने ज्यादा प्रचार नहीं किया. कहा जा रहा है भले ही कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन की आस लगाई है लेकिन अब पार्टी के बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद से पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में कुल 272 सीटों के लिए 1 करोड़ 32 लाख 206 मतदाताओं के लिए 13,022 बूथ बनाए गए.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 1,004 उम्मीदवार हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 985 और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 548 उम्मीदवार मैदान मेंं हैं.
इस बार निगम चुनाव में पहली बार नोटा का प्रयोग किया गया. निगम चुनाव को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए करीब 56 हजार दिल्ली पुलिस, 40 कंपनियां पैरामिलिट्री और 20 हजार होमगार्डस को भी तैनात किया गया. 26 अप्रैल को निगम चुनाव की मतगणना होगी. इस बार के निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी और स्वराज इंडिया पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. निगम के चुनाव में कुल सीटों में 40 फीसदी महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
एके श्रीवास्तव ने कहा है कि ईवीएम ने यह साबित कर दिया है कि उसे हैक नहीं किया जा सकता. यह एक मजबूत मशीन है. उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान 18 ईवीएम को बदला गया. बैटरी या बटन संबंधी मुद्दों के कारण ऐसा किया गया.
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने के बाद शाम 4 बजे तक 59.12 लाख मतदाताओं ने वोट डाला. इनमें सबसे ज्यादा 22.2 लाख मतदाताओं ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में वोट डाले. दक्षिणी निगम में 22 लाख मतदाताओं ने, जबकि पूर्वी दिल्ली में 14.8 लाख मतदाताओं ने शाम 4 बजे तक अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. तीन नगर निगमों के 272 वार्ड में से 270 वार्ड के लिए सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ.
मौजपुर और सराय पीपल थाला वार्ड में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित
मौजपुर और सराय पीपल थाला वार्ड में उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया. इसमें दिल्ली के लगभग 1.32 करोड़ मतदाता उत्तरी निगम के 103, दक्षिणी निगम के 104 और पूर्वी निगम के 63 वार्ड के लिए हो रहे चुनाव में लगभग 13 हजार उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. इनमें भाजपा के 266, आप के 262, कांग्रेस के 267 और स्वराज इंडिया के 109 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
कई जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं
इस बीच मतदान के दौरान कई जगह ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिली हैं. इसके अलावा मतदान के स्तर से जुड़े आंकड़े राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल रूम तक पहुंचाने में भी देरी का मामला सामने आया है. आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंट्रोल रूम तक मतदान के आंकड़े पहुंचाने में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.
मतदान की शुरुआत धीमी हुई
एमसीडी चुनाव में दोपहर 2 बजे तक करीब 35 फीसदी मतदान दर्ज हुआ था. वहीं, 1 बजे तक 24 फीसदी, सुबह 11 बजे तक सिर्फ 7 फीसदी, और सुबह 10 बजे तक तो दो फीसदी से भी कम वोट पड़े थे. इस तरह से दिल्ली में मतदान की शुरुआत धीमी हुई थी.
भाजपा, आप और कांग्रेस ने झोंकी अपनी पूरी ताकत
10 साल से एमसीडी पर काबिज़ बीजेपी और दो साल से दिल्ली सरकार पर काबिज़ आम आदमी पार्टी नेे निगम चुनाव के लिए अपनी पूरी ताक़त झोंकी है. वहीं, कांग्रेस भी कई झटकों के बाद अपनी ज़मीन तलाशने में जुटी है. एमसीडी में बीजेपी का 10 साल से कब्जा है. आम आदमी पार्टी ने लगातार बीजेपी पर एमसीडी को लेकर भ्रष्टाचार और कई आरोप लगाती रही है. इस बार आम आदमी पार्टी को काफी उम्मीदें हैं. अगर पार्टी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करती तो पार्टी के लेकर अच्छी खबर होगी. लेकिन अगर पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो पार्टी को आगे दिक्कत आएंगी और अपने नेताओं के असंतुष्ट रवैये पर भी ध्यान देना होगा.
उधर, बीजेपी ने 10 सालों से सत्ता में होने के एंटी इनकंबेंसी फेक्टर का सामना करना होगा, लेकिन इसे काटने के लिए बीजेपी ने अपने माैैैजूदा पार्षदों के टिकट काट दिए. करीब 21 नाराज पार्षदों और उनके कार्यकर्ताओं ने बगावत कर मैदान में अपना दावा ठोंका है. साफ है कि इससे बीजेपी को नुकसान होगा.
इस चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर कई हमले किए. दिल्ली एमसीडी चुनाव में बीजेपी दिल्ली सरकार की नाकामियों को मुद्दा बनाया. बीजेपी ने भोजपुरी अभिनेता रविकिशन से प्रचार कराया, ताकि एक खास इलाके के लोग बीजेपी के पक्ष में वोट कर सकें.
उप राज्यपाल बैजल, सीएम केजरीवाल, डिप्टी सीएम सिसोदिया ने डाला वोट
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी के साथ वोट दिया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपना वोट डाला. इनसे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपनी पत्नी के साथ एमसीडी चुनाव के लिए वोट डाला. 10 साल तक नगर निगम में सत्ता पर काबित भाजपा पर हमला करते हुए सिसोदिया ने कहा, ‘‘यदि लोग गंदगी, कचरे के ढेर, भ्रष्टाचार से परेशान हैं जो उन्हें उनके (भाजपा) खिलाफ मतदान करना चाहिए.’’ केंद्रीय मंत्री हषर्वर्धन ने भी अपने कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया.
(एमसीडी चुनाव : वोटिंग के लिए लाइन में खड़े दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया)
एमसीडी चुनाव दिल्ली सरकार पर रेफरेंडम भी है? सवाल पर केजरीवाल ने ये कहा. दिल्ली के सीएम ने कहा कि दिल्ली को चिकनगुनिया और डेंगू मुक्त करने के लिए आम आदमी पार्टी के लिए वोट करें. केजरीवाल अपने माता पिता, पत्नी और बेटी के साथ उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में एक मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे. केजरीवाल की बेटी हर्षिता ने पहली बार मतदान किया. दिल्ली सरकार के रेफरेंडम के तौर पर एमसीडी चुनाव के मामले में अरविंद केजरीवाल ने कुछ भी नहीं कहा.
(दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन वोट डालने के बाद)
वोट के बाद बोले अजय माकन - हमारी लड़ाई बीजेपी से, आप तो लड़ाई में ही नहीं है. दिल्ली के पांडव नगर इलाके में मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान की गति सुबह धीमी रही.
बिना मत डाले ही वापस चले गए लवली...
हाल ही कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता ग्रहण करने वाले अरविंदर सिंह लवली ईस्ट आजाद नगर स्थित बूथ पर पहुंचे तो वहां मशीन खराब मिली. वह बिना मत डाले ही वापस चले गए.
कांग्रेस को उम्मीद है कि वह इस बार अच्छा प्रदर्शन करेगी. अजय माकन का यही मानना है. उधर पार्टी में गुटबाजी बाहर आ गई. इस बार पूर्व सीएम शीला दीक्षित और उनके बेटे संदीप दीक्षित ने ज्यादा प्रचार नहीं किया. कहा जा रहा है भले ही कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन की आस लगाई है लेकिन अब पार्टी के बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद से पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
(एमसीडी चुनाव में मतदान की प्रक्रिया में लगे अधिकारी)
दिल्ली नगर निगम चुनाव में कुल 272 सीटों के लिए 1 करोड़ 32 लाख 206 मतदाताओं के लिए 13,022 बूथ बनाए गए.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 1,004 उम्मीदवार हैं. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 985 और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 548 उम्मीदवार मैदान मेंं हैं.
इस बार निगम चुनाव में पहली बार नोटा का प्रयोग किया गया. निगम चुनाव को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए करीब 56 हजार दिल्ली पुलिस, 40 कंपनियां पैरामिलिट्री और 20 हजार होमगार्डस को भी तैनात किया गया. 26 अप्रैल को निगम चुनाव की मतगणना होगी. इस बार के निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी और स्वराज इंडिया पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. निगम के चुनाव में कुल सीटों में 40 फीसदी महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
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