विज्ञापन
This Article is From Nov 08, 2020

महाराष्ट्र में दीवाली के बाद खोले जा सकते हैं स्कूल और धार्मिक स्थल: सीएम उद्धव ठाकरे

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मार्च से बंद मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को जल्द ही फिर से खोला जाएगा.

महाराष्ट्र में दीवाली के बाद खोले जा सकते हैं स्कूल और धार्मिक स्थल: सीएम उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो).
मुंबई:

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मार्च से बंद मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को जल्द ही फिर से खोला जाएगा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य के लोगों को दीवाली की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि वायरस के प्रसार को कम करने के लिए एसओपी दीवाली के बाद जारी किया जा सकता है. ठाकरे ने यह भी पुष्टि की कि स्कूल दीवाली के बाद फिर से खोले जाने के लिए तैयार हैं. इसके लिए पहले से ही सुरक्षा प्रोटोकॉल निर्धारित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के चलते वे धार्मिक स्थलों को खोले जाने की इजाजत नहीं दे रहे थे. बता दें कि चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना ​​है कि बुजुर्गों को कोरोना की चपेट में आने का अधिक खतरा होता है.

ठाकरे ने कह, "मंदिर कब खुलेंगे? वे जल्द ही खुलेंगे.  दीवाली के बाद हम इसके लिए SOP बनाएंगे. बुजुर्ग लोग मंदिरों में जाते हैं और उन्हें जोखिम होता है. इसलिए भीड़भाड़ से बचने की जरूरत है, भले ही यह मंदिर, मस्जिद या कोई और धार्मिक स्थल हो."

यह भी पढ़ें: मुंबई : NCB की बड़ी कार्रवाई, बॉलीवुड के एक बड़े प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के घर छापा

मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि एसओपी बाद में जारी किए जाएंगे, लेकिन राज्य में पूजा स्थलों पर जाने के दौरान फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा. उन्होंने उस पर विशेष जोर दिया और लोगों को चेतावनी दी कि बिना फेस मास्क के पाए जाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा.

उन्होंने कहा, "लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं. मैं इसका सामना करने के लिए तैयार हूं. मैं वरिष्ठ नागरिकों के लिए सतर्क हूं. यदि कोई कोविड पॉजिटिव व्यक्ति बिना मास्क के है, तो वह 400 अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है. ये डॉक्टर के आंकड़े हैं."

बता दें कि राज्य में मंदिरों को दोबारा से खोले जाने को लेकर पिछले महीने की शुरुआत में ठाकरे और राज्यपाल बीएस कोश्यारी आमने-सामने हो गए थे. राज्यपाल ने व्यंग्य भरे पत्र में मुख्यमंत्री से पूछा था कि क्या वह "धर्मनिरपेक्ष" हो गए हैं. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनके हिंदुत्व को प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है और सरकार इस मामले पर "सावधानीपूर्वक विचार" करने के बाद ही निर्णय लेगी.

यह भी पढ़ें: मुंबई के जीटी अस्पताल से कोरोना पॉजिटिव मरीज फरार, ड्रग्स के आरोप में गया था जेल

आज के संबोधन में ठाकरे ने त्योहारी सीजन के दौरान सामाजिक दूरी की कमी से कोरोना की दूसरी लहर के खतरे पर भी बात रखी. उन्होंने कहा, "आपने होली के बाद से हमारे साथ काफी सहयोग किया है ... और इसलिए हम थोड़ा तनाव-मुक्त हैं. लेकिन मैं दूसरी लहर के बारे में थोड़ा चिंतित हूं. अब तक हमने सभी त्योहारों को ध्यान से और घर के अंदर मनाया है, इसलिए मैं चाहता हूं कि आपसे अनुरोध है कि इस तरह से ही दिवाली भी मनाएं. ”

प्रधानमंत्री और कई अन्य नेताओं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन शामिल हैं, सभी ने त्योहारों के दौरान सामाजिक दूरी को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि वायरस फैल न सके.  ठाकरे ने दिल्ली की ओर भी इशारा किया, जहां पिछले 10 दिनों में वायु प्रदूषण में वृद्धि के साथ मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है. 

ठाकरे ने कहा, "दिल्ली में हम मामलों में बढ़ोतरी देख रहे हैं. वे कहते हैं कि यह प्रदूषण में वृद्धि के कारण है ... मैं वहां नहीं गया, लेकिन ऐसा वे कहते हैं. इसलिए मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि आप दीवाली के दौरान पटाखे न फोड़ें."  मुख्यमंत्री ने इस पर विशेष रूप से प्रतिबंध नहीं लगाया - जैसा कि दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों ने किया है, लेकिन जनता से "नियंत्रण" के लिए कहा है.

उन्होंने कहा, "दिवाली के दौरान मैं आप पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश नहीं कर रहा हूं. मैं 'आपातकाल' लगाने की कोशिश नहीं कर रहा हूं, बल्कि सामूहिक सहयोग की मांग कर रहा हूं. आइए हम प्रदूषण पैदा न करें." महामारी शुरू होने के बाद से महाराष्ट्र में 17.14 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 45,000 से अधिक मामलों में मौतें हुई हैं. हालांकि, राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से अधिक हो गई है, लगभग 15.7 लाख लोग संक्रमण से उबर चुके हैं. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com