Maharashtra: मुंबई की एंटी नारकोटिक्स सेल ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक ऐसी ड्रग्स फैक्टरी का खुलासा किया है जिसका मालिक मुंबई का एक वकील है.पुलिस ने मामले में एक महिला सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि मुख्य सरगना वकील फरार है. पुलिस के मुताबिक नशे का सौदागर और वकील राजकुमार राजहंस ने न सिर्फ कोल्हापुर के चंद्रगढ़ में नशे का पावडर मेफेड्रोन बनाने की फैक्ट्री लगा रखी थी बल्कि वह कोल्हापुर से मुंबई तक ड्रग्स डिलीवरी का काम भी करता था.
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एंटी नारकोटिक्स सेल यानी ANC के डीसीपी दत्ता नलावड़े कहते हैं, 'आरोपी हर शनिवार, रविवार या जब भी उसे जरूरत पड़ती थी तब खुद की कार लेकर फॉर्महाउस जाता था वहां से तैयार मेफेड्रोन लेकर मुम्बई आता था. उसके जो फिक्स पेडलर्स हैं उन्हें इसकी सप्लाई करता था.' पुलिस के अनुसार, बांद्रा में एक महिला 50 ग्राम ड्रग्स के साथ पकड़ी गई थी. उससे पूछताछ के बाद कोल्हापुर की ड्रग्स फैक्टरी का खुलासा हुआ. स्थानीय पुलिस की मदद से वहां छापा मारकर 2 करोड़ 35 लाख रुपये का सामान बरामद किया गया है.
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डीसीपी नलावड़े ने बताया, 'मेफेड्रोन बनाने के लिए अलग उपकरण, जैसे मेजिरंग फ्लास्क, इलेक्ट्रिक ओवन और 120 ग्राम MD भी बरामद हुआ है.' पुलिस के अनुसार, वकील राजकुमार राजहंस पॉल्ट्री फॉर्म के आड़ में नशे की फैक्ट्री चला रहा था . यही नहीं वह खुद को समाजसेवक के तौर पर स्थापित करने की कोशिश में भी जुटा था.अपने इन प्रयासों के तहतउसने ढोलगरवाड़ी गांव के स्कूल खोलने का प्लान भी बनाया था लेकिन उसकी काली करतूत को छुपा नही पाईं. पुलिस अब उसकी तलाश में जुटी हैं.
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