मोर्चे में जुड़ते जा रहे हैं किसान
मुंबई:
6 मार्च को अपनी मांगों को लेकर नासिक से निकला किसानों का मोर्चा अब मुंबई में आज महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेगा. इन किसानों की मांग कि है कि उनकी कर्जमाफी की जाए और साथ ही कई और मुद्दे हैं. मोर्चे के मुंबई पहुंचते ही कई राजनीतिक पार्टियों ने इस पदयात्रा का समर्थन भी किया. सत्ता में बैठी शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने किसानों को संबोधित किया. आपको बता दें कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के किसान मोर्चे अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से मुंबई के लिए रवाना हुआ था.
किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने भी अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा जिन्होंने भी किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है. महाजन ने कहा, 'सोमवार को माननीय मुख्यमंत्री के साथ इनकी चर्चा होने वाली है. इनके जो सभी कार्यकारणी सदस्य हैं, इनके प्रमुख हैं, वो जाकर माननीय मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे और मुझे लगता है इसमें से पॉजिटिव हल निकालने वाले है.'
सरकार ने किसानों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक कर किसानों के मांगों पर चर्चा की और लगभग हर मांग को मानने की बात भी कही. लेकिन किसान नेताओं के अनुसार सरकार किसानों से बात कर अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रही है. ऑल इंडिया किसान सभा के सदस्य डॉ. आर रामकुमार कहते हैं, 'सरकार ने यह एक्सेप्ट कर लिया है कि उनकी नीतियां गलत हैं जिसकी वजह से किसान संकट में हैं और दूसरी बात लोग इनसे जुड़के नाम बनाना चाहते हैं जो हम देख रहे हैं.'
किसानों का विशाल मार्च, फडणवीस सरकार के लिये घंटी
रविवार को किसान सायन के सोमैया ग्राउंड में रुकने वाले हैं और यहीं से सोमवार को यह अपनी मांगों को लेकर सरकार का घेराव करने मुंबई पहुंचेंगे इस उम्मीद के साथ कि सरकार इनकी सारी मांगों को मान लेगी. राज्य में बीजेपी को छोड़ लगभग दूसरी सभी पार्टियों ने किसानों के रैली का समर्थन किया है, लेकिन अब देखना यह है कि सोमवार को जब यह किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के पास पहुंचते हैं तब इन पार्टियों का क्या रवैया रहता है.
VIDEO: अपनी मांगों को लेकर लॉन्ग मार्च में जुड़ते जा रहे हैं किसान
किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने भी अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा जिन्होंने भी किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है. महाजन ने कहा, 'सोमवार को माननीय मुख्यमंत्री के साथ इनकी चर्चा होने वाली है. इनके जो सभी कार्यकारणी सदस्य हैं, इनके प्रमुख हैं, वो जाकर माननीय मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे और मुझे लगता है इसमें से पॉजिटिव हल निकालने वाले है.'
सरकार ने किसानों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक कर किसानों के मांगों पर चर्चा की और लगभग हर मांग को मानने की बात भी कही. लेकिन किसान नेताओं के अनुसार सरकार किसानों से बात कर अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रही है. ऑल इंडिया किसान सभा के सदस्य डॉ. आर रामकुमार कहते हैं, 'सरकार ने यह एक्सेप्ट कर लिया है कि उनकी नीतियां गलत हैं जिसकी वजह से किसान संकट में हैं और दूसरी बात लोग इनसे जुड़के नाम बनाना चाहते हैं जो हम देख रहे हैं.'
किसानों का विशाल मार्च, फडणवीस सरकार के लिये घंटी
रविवार को किसान सायन के सोमैया ग्राउंड में रुकने वाले हैं और यहीं से सोमवार को यह अपनी मांगों को लेकर सरकार का घेराव करने मुंबई पहुंचेंगे इस उम्मीद के साथ कि सरकार इनकी सारी मांगों को मान लेगी. राज्य में बीजेपी को छोड़ लगभग दूसरी सभी पार्टियों ने किसानों के रैली का समर्थन किया है, लेकिन अब देखना यह है कि सोमवार को जब यह किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार के पास पहुंचते हैं तब इन पार्टियों का क्या रवैया रहता है.
VIDEO: अपनी मांगों को लेकर लॉन्ग मार्च में जुड़ते जा रहे हैं किसान
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