- महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार के बेटे पार्थ पर 1800 करोड़ की जमीन 300 करोड़ में खरीदने का आरोप लगा है.
- इस मामले में दो FIR दर्ज की गई हैं और पुलिस जांच कर रही है, दलित समाज के लोग सड़कों पर भी उतरे हैं.
- अजित पवार ने कहा कि विवादित जमीन की डील रद्द कर दी गई है. जांच कमेटी बना दी गई है.
Parth Pawar land Scam Case: 1800 करोड़ की जमीन 300 करोड़ में खरीदने के आरोप में घिरे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के बेटे पार्थ पवार को लेकर राज्य का राजनीति गरमा गई है. इस मामले में दो FIR दर्ज की चुकी है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. शुक्रवार को इस जमीन खरीद घोटाले के खिलाफ दलित समाज के लोग पुणे में सड़कों पर भी उतरे. बढ़ते विवाद के बीच अब इस मामले में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने खुलकर प्रतिक्रिया दी है. अजित पवार ने कहा- पुणे की जिस विवादित जमीन को मेरे बेटे पार्थ पवार से जुड़ा बताया जा रहा है, वह डील रद्द कर दी गई है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्थ को यह नहीं पता था कि उक्त जमीन सरकारी है.
पूरी स्टैंप ड्यूटी भरे बिना रद्द नहीं होगा आवेदन
बताया गया कि पार्थ पवार की कंपनी की ओर से सब रजिस्ट्रार के पास विवादित जमीन की खरीद से जुड़े आवेदन को रद्द करने का आवेदन दिया गया है. लेकिन सब रजिस्ट्रार का कहना है कि नियम के अनुसार पूरी स्टैंप ड्यूटी भरे बिना कैंसिलेशन संभव नहीं है. स्टैंप ड्यूटी के रूप में 21 करोड़ रुपए चुकाने होंगे.
सीएम को कहा- वो जांच के आदेश दे सकते हैंः अजित पवार
अजित पवार ने आगे कहा, "मैंने अपने पिछले 35 साल के राजनीतिक जीवन में कभी किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है. अगर मेरे परिवार या मेरे किसी करीबी ने कुछ गलत करने की कोशिश की, तो मैंने कभी उसका समर्थन नहीं किया." अजित पवार ने इस मामले में बेटे का बचाव करते हुए कहा कि मैंने पूरे मामले की जानकारी ली. सीएम फडणवीस को फोन कर कहा कि वो जांच के आदेश दे सकते हैं.
सभी दस्तावेज और लेन-देन रद्दः अजित पवार
अजित पवार ने आगे कहा कि सभी दस्तावेज़ और लेन-देन अब रद्द कर दिए गए हैं. संबंधित मामले में आरोपों की जांच के लिए आज अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व और पुणे संभागीय आयुक्त सहित अन्य संबंधित अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है. रिपोर्ट एक महीने में पेश की जाएगी.
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि मैं अपने अधीनस्थ सभी अधिकारियों को आदेश देता हूं कि यदि कोई मेरे नाम का प्रयोग करके किसी भी कार्य या लेन-देन के लिए दबाव डालता है, तो वे अब किसी भी दबाव में न आएं और किसी भी प्रकार के गलत कार्य में शामिल न हों.
किसने लेनदेन की, किसने दबाव बनाया... सबकी होगी जांच
संबंधित मामले में अभी तक कोई लेन-देन नहीं हुआ है. उक्त मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है. किसने अधिकारियों पर दबाव बनाया, कौन शामिल था, किसने लेनदेन किया, सबकी जांच की जाएगी. मालूम हो कि अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की कंपनी पर पुणे में दो बेशकीमती जमीन सस्ते में खरीदने का आरोप लगा है.
यह भी पढ़ें - 1800 करोड़ की जमीन 300 करोड़ में, महाराष्ट्र डिप्टी CM अजित पवार के बेटे पार्थ पर गंभीर आरोप, FIR दर्ज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं