प्रज्ञा ठाकुर भोपाल से चुनाव लड़ रही हैं
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी का टिकट लेने के बाद अपने बयानों से विवाद में आई प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी के बीजेपी दफ़्तर तलब किया गया. जहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के बड़े नेताओं ने उनकी काउंसलिंग की. बताया जा रहा है कि इस मुलाक़ात में उन्हें भड़काऊ बयान देने से बचने की नसीहत दी गई लेकिन अपने पर हुए टॉर्चर को लेकर बात करने की उन्हें छूट दी गई है. प्रज्ञा ठाकुर कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. प्रज्ञा के उतरने के बाद अब इस सीट पर पूरे देश की निगाहे हैं. माना जा रहा है कि प्रज्ञा को टिकट देना बीजेपी की सोची समझी रणनीति है और पार्टी की कोशिश है कि हिंदी बेल्ट में एक तरह से 'हिंदुत्व' का संदेश दिया जाए. पार्टी की रणनीति है कि प्रज्ञा ठाकुर कथित रूप से जेल में हुए अत्याचार की जो कहानी सुना रही हैं उस पर खूब चर्चा हो ताकि हिंदुत्व की पिच पर कांग्रेस को घेरा जा सके. लेकिन मुंबई हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर उन्होंने अपने ही पाले में गोल कर लिया और बीजेपी की भी फजीहत करवा दी. मामला बिगड़ता देख प्रज्ञा ने अपना बयान वापस ले लिया और माफी भी मांग ली. लेकिन इसके बाद उन्होंने बयान दे डाला कि बाबरी मस्जिद गिराने में वह भी गई थीं और अब राम मंदिर बनवाएंगी. फिलहाल प्रज्ञा अब चुनाव आयोग के दो नोटिस झेल रही हैं और उनकी ओर से जवाब भी दे दिया गया है.