लोकसभा चुनाव 2019 में मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बीजेपी की ओर से भोपाल सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से वह सुर्खियों में हैं. भोपाल लोकसभा सीट से मालेगांव विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट देने के फैसले का अमित शाह ने बचाव किया और कहा कि हिंदू टेरर नाम से जो फर्जी केस बनाया गया था, उसमें साध्वी प्रज्ञा को क्लीन चिट मिल चुकी है. बता दें कि इससे पहले विपक्ष के हमलावर तेवर को देखते हुए पीएम मोदी ने भी साध्वी प्रज्ञा का बचाव किया था और कहा कि वह उन लोगों के लिए ‘प्रतीक' हैं जिन्होंने हिन्दुओं को आतंकवादी बताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि प्रज्ञा वहां कांग्रेस को कड़ी चुनौती देंगी. प्रज्ञा ठाकुर को मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया है.
पश्चिम बंगाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 'जहां तक साध्वी प्रज्ञा का सवाल है तो कहना चाहूंगा कि हिंदू टेरर के नाम से एक फर्जी केस बनाना गया था, दुनिया में देश की संस्कृति को बदनाम किया गया, कोर्ट में केस चला तो इसे फर्जी पाया गया. उन्होंने आगे कहा कि सवाल ये है कि स्वामी असीमानंद और बाकी लोगों को आरोपी बनाकर फर्जी केस बनाया तो, समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग कहां है, जो लोग पहले पकड़े गए थे, उन्हें क्यों छोड़ा.'
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का एक और विवादित बयान: बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने पर मुझे गर्व है
वहीं, अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'बटला हाउस का जब एनकाउंटर हुआ, सोनिया जी को रोना आ गया बटला हाउस के आंतकवादियों के मरने पर. जबकि अपने एक बहादुर पुलिस इंस्पेक्टर वहां शहीद हो गया, उसके मृत्यु पर रोना नहीं आया, इस पर कांग्रेस को जवाब देना चाहिए.'
इससे पहले प्रधानमंत्री ने भगवा आतंक संबंधी टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘(प्रज्ञा को उतारने का) फैसला उन लोगों को करारा जवाब है जिन्होंने पूरे धर्म और संस्कृति को आतंक से जोड़ा. ' ‘टाइम्स नाउ' समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में पीएम मोदी ने ये बातें कहीं. इससे पहले मुम्बई में 26/11 के आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में दिये गये अपने विवादित बयान पर चारों ओर से आलोचना से घिरने के बाद मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुक्रवार शाम को खुले मंच से माफी मांगते हुए अपना बयान वापस ले लिया.
साध्वी प्रज्ञा ने शनिवार को भोपाल में कैंपेन के दौरान एक टीवी चैनल पर बाबरी मस्जिद को लेकर यह टिप्पणी की और इसकी वजह से एक बार फिर बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना राजनीतिक गलियारों में ताजा हो गई. टीवी चैनल से साध्वी प्रज्ञा ने कहा था, 'राम मंदिर निश्चित रूप से बनाया जाएगा. यह एक भव्य मंदिर होगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह राम मंदिर बनाने के लिए समयसीमा बता सकती हैं, तो प्रज्ञा ने कहा, 'हम मंदिर का निर्माण करेंगे. आखिरकार, हम ढांचा (बाबरी मस्जिद) को ध्वस्त करने के लिए भी तो गए थे.' साध्वी प्रज्ञा ने बाबरी मस्जिद में अपनी अहम भूमिका पर भी प्रकाश डाला और कहा, 'मैंने ढांचे पर चढ़कर तोड़ा था. मुझे गर्व है कि ईश्वर ने मुझे अवसर दिया और शक्ति दी और मैंने यह काम कर दिया. अब वहीं राम मंदिर बनाएंगे.'
फिर मुसीबत में घिरीं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, अब इस बयान को लेकर मिला चुनाव आयोग का नोटिस
इससे पहले भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हाल ही में 26/11 मुंबई हमले के जिक्र के दौरान मुंबई के तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया था कि उन्होंने करकरे से कहा था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा. इसके बाद प्रज्ञा की टिप्पणी पर खूब विवाद हुआ. बाद में उन्हें अपने बयान वापस भी लेने पड़े.
VIDEO : मुंबई एटीएस के पूर्व चीफ हेमंत करकरे पर विवादित बयान
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