नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जनता को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ ऐलान और वादे कर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से किए जा रहे वादे सिर्फ हवा में ही नहीं किए जा रहे हैं. इन वादों के पीछे डाटा और चुनावी गुणाभाग का पूरा इस्तेमाल किया जा रहा है और इनको चुनावी घोषणापत्र भी शामिल किया जाएगा. राहुल गांधी 4 राज्यों में अब तक 4 बड़े ऐलान कर चुके हैं. इनमें से तीन मुद्दे सीधे आदिवासियों, गरीबों और मुस्लिमों से जुड़े हुए हैं और यह सब मिलकर 450 सीटों से ज्यादा पर असर डाल सकते हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि मुसलमान अब भी बड़ी संख्या में बीजेपी से परहेज करता है. सीएसडीएस के आंकड़ों मानें तो साल 2014 के चुनाव में 10 में से एक मुस्लिम ने बीजेपी को वोट दिया था. इनमें 75 फीसदी महिलाएं शामिल थीं. कांग्रेस की कोशिश है कि इस बार मुस्लिम वोटों को ज्यादा से ज्यादा अपने पाले में किया जाए. हालांकि इसमें उत्तर प्रदेश में पार्टी को मुश्किल हो सकती है क्योंकि सपा और बसपा मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और दोनों ही पार्टियों का मुस्लिमों में अच्छा-खासा वोट बैंक है.