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This Article is From Apr 12, 2019

NDTV Exclusive : केद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत को लेकर आश्वस्त

नितिन गडकरी ने कहा कि वे पीएम पद के लिए रेस में नहीं, बीजेपी को मेजॉरिटी मिलेगी और नरेंद्र मोदी जी ही प्रधानमंत्री बनेंगे

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में मतदान के बाद अपनी जीत का विश्वास जताया है.

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) के पहले चरण में गुरुवार को महाराष्ट्र की नागपुर (Nagpur) सीट पर भी वोटिंग हुई. नागपुर में बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) चुनाव लड़े. चुनावी अग्निपरीक्षा से गुजरने के बाद नितिन गडकरी ने विश्वास जताया कि वे पहले से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल करेंगे. NDTV से बातचीत में गडकरी ने यह भी भरोसा जताया कि लोकसभा चुनाव में  बीजेपी-एनडीए (BJP-NDA) को पूरी मेजॉरिटी मिलेगी, उनकी सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे.

सत्रहवीं लोकसभा के लिए चुनाव के पहले चरण में गुरुवार को वोट डाले गए. 545 सीटों में से 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. साथ ही आंध्र प्रदेश, अरुणाचल और सिक्किम विधानसभा के लिए भी मतदान पूरा हो गया. ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए भी पहले दौर का मतदान हुआ. यह पहला मौका था जब सभी पोलिंग बूथों पर VVPAT का इस्तेमाल किया गया. सात चरणों के मतदान के बाद 23 मई को नतीजे आएंगे. पहले चरण में जिन प्रमुख नेताओं की किस्मत दांव पर लगी थी उनमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल हैं जो नागपुर से फिर मैदान में उतरे हैं. नितिन गडकरी ने NDTV से खास बातचीत की.

NDTV : गडकरीजी, एनडीटीवी इंडिया पर आपका स्वागत है. आज नागपुर में मतदान हो गया. आरएसएस का मुख्यालय है. पिछली बार आपने यह सीट कांग्रेस से छीनी थी. इस बार क्या उम्मीद है आपको, क्योंकि कहा जा रहा है कि कांग्रेस के नाना पटोले आपको कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
- नागपुर में पिछली बार मैं दो लाख 85 हजार वोटों से जीता था. इस बार मैंने नागपुर में पांच साल में 70 हजार करोड़ रुपये के काम किए हैं. बीस हजार करोड़ की मेट्रो आई है. करीब 2000 करोड़ के नए एयरपोर्ट का काम शुरू हो रहा है. बारह सौ करोड़ का नया रेलवे स्टेशन बन रहा है. ट्रिपल आईटी आया, एम्स आया, लॉ यूनिवर्सिटी आई, सिंबॉयसिल यूनिवर्सिटी आई. इतना ही नहीं नागपुर में 16 हजार करोड़ के रोड और ब्रिज बने हैं. नागपुर में इतना चेंज हुआ है कि विकास के लिए जात, पंथ, भाषा, पार्टी से ऊपर उठकर सभी लोगों का मुझे बहुत अच्छा समर्थन हासिल हुआ है और मैं पिछले मार्जिन से लाख-डेढ़ लाख ज्यादा लेकर ही चुनाव जीतूंगा.        

NDTV : विदर्भ के बारे में एक महत्वपूर्ण सवाल है. वहां किसानों की समस्याएं राष्ट्रीय स्तर पर उठती रही हैं. बड़ी संख्या में वहां पर किसानों ने आत्महत्याएं भी कीं. पिछली बार बीजेपी को वहां काफी समर्थन मिला था. पिछले पांच साल में क्या किसानों की समस्याओं का निराकरण किया गया है? क्या इस बार भी बीजेपी को वैसा ही समर्थन मिलेगा?
- निश्चित रूप से मिलेगा. इस बार हमने सिंचाई को लेकर बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय किए. वॉटर कंजर्वेशन के कार्यक्रम किए हैं और भारत सरकार के सहयोग से करीब 134 प्रोजेक्ट ऐसे हैं जिसमें 50 टक्के इरिगेशन के प्रोजेक्ट पर काम हुआ था. उसमें 75 टक्के नाबार्ड का, 25 टक्के भारत सरकार का कर्जा, इस तरह हमने 40 हजार करोड़ महाराष्ट्र को दिए हैं. इससे काफी सिंचाई बढ़ेगी और काफी बड़ा इम्पेक्ट आएगा. पांच सालों में काफी काम हुआ है. मुझे लगता है किसान इस बार हमारा साथ देंगे. बाकी किसानों का क्राइसिस, यह तो 70 साल पुराना प्रॉब्लम है, इसको सुलझाने में और थोड़ा समय लगेगा.    

NDTV : ये जो पीएम किसान योजना शुरू की गई है. बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में अब कहा है कि हर किसान को साल के छह हजार रुपये दिए जाएंगे. क्या यह चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है? क्या यह कांग्रेस की न्याय योजना का सही जवाब है?
- देखिए हर पार्टी मेनिफेस्टो बनाती है, और चुनाव को लेकर ही बनाती है, उसमें गलत क्या है. एक बात जरूर है कि हमारे साथ क्रेडिबिलिटी जुड़ी है, कांग्रेस के साथ नहीं जुड़ी है, क्योंकि जवाहरलाल नेहरू जी ने भी गरीबी हटाओ का नारा दिया था, फिर इंदिरा जी ने भी दिया था, 20 सूत्रीय, 40 सूत्रीय कार्यक्रमों की घोषणा की थी. राजीव गांधी ने भी किया, सोनिया जी ने भी किया, फिर मनमोहन सिंह ने किया, पर गरीबी नहीं हटी. तो कांग्रेस की विश्वसनीयता, इस बात में, जो उनकी घोषणा है, के आधार पर नहीं है. पांच साल में हमने जो बातें कहीं वह काम हमने करके दिखाए.

NDTV : लेकिन गडकरी जी कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने न्याय योजना के जरिए जो 72 हजार रुपये साल का गरीबों को देने का वादा किया है उसका जमीन पर असर दिख रहा है. लोगों को पसंद आ रहा है कि सीधे गरीबों की जेब में पैसा जाएगा. आप क्या सोचते हैं? क्या यह वाकई कांग्रेस को फायदा पहुंचा सकता है?
- मुझे नहीं लगता, क्योंकि कांग्रेस की इस बारे में विश्वसनीयता रही नहीं है.  

NDTV : अगर महाराष्ट्र की बात करें, वहां कांग्रेस-एनसीपी का गठबंधन हुआ है. शरद पवार बार-बार इस बात को कह रहे हैं कि बीजेपी चाहे नंबर वन पार्टी बनकर उभरे लेकिन नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे. पवार बार-बार यह भविष्यवाणी कर रहे हैं.
- मुझे लगता है कि हमको मेजॉरिटी मिलेगी और नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे.  

NDTV : गडकरी जी ये सवाल आपसे कई बार पूछा जा चुका है, मैं भी आपसे पूछ लेता हूं. राजनीतिक हलकों में कई बार इस बात की चर्चा होती है कि अगर बीजेपी बहुमत से दूर रहती है तो नए सहयोगियों को साथ लेने के लिए मोदी जी के अलावा कोई दूसरा नाम हो सकता है. आपका नाम भी हो सकता है.
- नहीं, मैं तो इस रेस में भी नहीं हूं. मेरा विश्वास है कि बीजेपी को मेजॉरिटी मिलेगी और मोदी जी प्रधानमंत्री होंगे.  

NDTV : एक प्रश्न यह भी आ रहा है कि आप नागपुर में जीत को लेकर आश्वस्त नहीं हैं इसलिए नागपुर के अलावा कहीं और से भी चुनाव लड़ सकते हैं. इंदौर से भी आपके चुनाव लड़ने की चर्चा चल रही है.
- मैं नागपुर से लड़ा हूं और नागपुर से जीत रहा हूं. इसके अलावा मुझे और कहीं लड़ने की आवश्यकता नहीं है.

NDTV : जिस तरह से विपक्ष का महागठबंधन बना है, आज उत्तर प्रदेश में जहां मतदान हुआ वहां सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन है. बड़ी संख्या में वे किसानों को साथ लेने की कोशिश कर रहे हैं. क्या वे बीजेपी को चुनौती दे पाएंगे?
- देखिए जिनके विचारों में कोई तालमेल नहीं है, जो एक-दूसरे से बात तक नहीं कर रहे थे, वो लोग केवल पॉलिटिक्स ऑफ ऑपर्च्युदम के आधार पर इकट्ठे हुए हैं. लोग इनके ऊपर विश्वास नहीं रखेंगे. और 1971 में हमने देखा था, सब अकुशल पार्टियां इंदिरा जी के खिलाफ एकत्रित हुई थीं पर उनको यश नहीं मिला था. राजनीति में टू प्लस टू, फोर कभी नहीं होता है.  

NDTV : लेकिन कई ऐसे राज्य जहां बीजेपी का अस्तित्व नहीं है, जैसे केरल या तमिलनाडु हुआ, वहां बीजेपी नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएगी. ऐसे में उसे नुकसान उठाना पड़ सकता है.
- मुझे लगता है इस बार केरल में, तमिलनाडु में हम लोग अच्छी एंट्री कर पाएं. ऐसा लग तो रहा है, देखिए आगे क्या होता है.  

NDTV : बीजेपी का जो संकल्प पत्र आया उसमें इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कई बड़े वादे किए गए हैं. सौ लाख करोड़ रुपये के इन्वेस्‍टमेंट की बात है. पांच साल में 60 हजार किलोमीटर सड़क बनाने की बात है. क्या ये वादे पूरे हो सकते हैं?
- हंड्रेड परसेंट हो सकता है क्योंकि ऑलरेडी हमने 40 हजार किलोमीटर से ज्यादा ही सड़क बना ली और अभी मार्च का आंकड़ा आने वाला था. मुझे हंड्रेड परसेंट विश्वास है कि हम 60 हजार किलोमीटर एनएच बना सकेंगे.  

NDTV : लेकिन इतना काम अगर हुआ, जैसा आप दावा कर रहे हैं, तो रोजगार पैदा क्यों नहीं हो सके? आपने 2014 में वादा किया था कि इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेंगे. इससे रोजगार के मौके पैदा होंगे. हर साल दो करोड़ रोजगार दिया जाएगा. उन वादों का क्या हुआ?
- मेरे ही डिपार्टमेंट में 17 लाख करोड़ रुपये के काम हुए हैं. 11 लाख करोड़ के रोड के काम हुए हैं, पांच लाख पोर्ट और शिपिंग में हुआ है, एक लाख करोड़ नमामि गंगा और वॉटर रिसोर्स में हुआ है. और जब 10 हजार करोड़ का काम होता है तो डायरेक्ट, इनडायरेक्ट करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिलता है. तो हमारे डिपार्टमेंट से ही बहुत बड़ा रोजगार निर्माण हुआ है. आगे भी बहुत अच्छे से डेवलपमेंट होगा. आने वाले एक-डेढ़ साल में और ग्रोथ रेट बढ़ेगा, हम अच्छा काम कर सकेंगे.      

NDTV : गडकरी जी राफेल सौदे का विवाद मोदी सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहा है. कल ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया जिसमें पुनर्विचार याचिका मंजूर कर ली गई. इसे सरकार के लिए झटका बताया जा रहा है. राहुल गांधी कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया है कि चौकीदार चोर है.
- यह गलत बात है, सुप्रीम कोर्ट ने कोई कमेंट नहीं किए, उल्टा उन्होंने क्लियर किया है. मेरा विश्वास है कि राफेल में कोई घोटाला नहीं है. इस प्रकार के आरोप लगाना पूरी तरह से बेबुनियाद है और झूठ है.    

NDTV : बीजेपी पर आरोप लगाया जा रहा है कि उसके पास अपनी उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ नहीं है इसलिए इस चुनावी अभियान में साम्प्रदायिक भाषा का इस्तेमाल कर ध्रुवीकरण करना चाह रही है.
- हंड्रेड परसेंट गलत है. उल्टा कांग्रेस और अन्य पार्टियां जातिवाद और साम्प्रदायिकता का जहर फैला-फैलाकर काम कर रही हैं. फियर उनका कैपिटल है. वे दलित-मुसलमानों के बीच फियर पैदा करना चाहते हैं, बीजेपी के बारे में, और उसके आधार पर वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. यह उनकी तरफ से हो रहा है, हमारी तरफ से नहीं हो रहा.

NDTV : लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी बालाकोट का मुद्दा उठा रहे हैं, जिस तरह से सैनिकों का जिक्र किया जा रहा है क्या यह ठीक तरीका है?
- देखिए देश की सिक्योरिटी, यह राजनीति से ऊपर उठनी चाहिए. जो घटनाएं हुई हैं, वे हुई हैं और वे सत्य हैं. प्रधानमंत्री ने उसका जिक्र किया है और हम उसका कोई राजनीतिक फायदा उठाने की बात नहीं कर रहे.    

NDTV : आपके हिसाब से क्या प्रधानमंत्री को इसका श्रेय मिलना चाहिए कि उन्होंने यह फैसला किया. सेना को अपने हिसाब से फैसला करने की छूट दी कि वह यह कार्रवाई करे.
देखो हर चीज में यदि कोई फेल्योर होता है तो ठीकरा प्रधानमंत्री पर फूटता है. फिर यदि कोई अच्छा काम होगा तो श्रेय प्रधानमंत्री का ही होगा. यदि सही समय पर प्रधानमंत्री निर्णय नहीं करते तो अटैक थोड़ी होता.    

NDTV : आखिर में सवाल है कि आप क्या तस्वीर देख रहे हैं? 23 मई को क्या होगा?
- मेरे हिसाब से बीजेपी-एनडीए को पूरी मेजॉरिटी मिलेगी. हमारी सरकार आएगी और मोदी जी ही नेक्सट प्राइम मिनिस्टर बनेंगे.

VIDEO : नागपुर में दिग्गजों ने किया मतदान

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